लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) के मंडल के निदेशकों के लिए 27 सितंबर 2024 को बेंगलुरु में सम्मेलन आयोजित किया गया - आरबीआई - Reserve Bank of India
लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) के मंडल के निदेशकों के लिए 27 सितंबर 2024 को बेंगलुरु में सम्मेलन आयोजित किया गया
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) के मंडल के निदेशकों के लिए बेंगलुरू में एक सम्मेलन आयोजित किया। श्री स्वामीनाथन जे, उप गवर्नर ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। 'एसएफबी में सुशासन – धारणीय संवृद्धि और स्थिरता को बढ़ावा देना' विषय पर आधारित यह कार्यक्रम पर्यवेक्षी कार्यक्रमों की श्रृंखला का हिस्सा है, जिसे रिज़र्व बैंक हाल के दिनों में अपने पर्यवेक्षित निकायों के निदेशकों के साथ आयोजित कर रहा है। इससे पहले, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और निजी क्षेत्र के बैंकों के मंडल के निदेशकों के लिए सम्मेलन मई 2023 में और शहरी सहकारी बैंकों के लिए अगस्त 2023 और जून 2024 में आयोजित किए गए थे।
सम्मेलन में कार्यपालक निदेशकों श्री एस सी मुर्मू, श्री रोहित जैन और श्री आर एल के राव के साथ-साथ भारतीय रिज़र्व बैंक के पर्यवेक्षण, विनियमन और प्रवर्तन विभागों का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
उप गवर्नर श्री स्वामीनाथन जे. ने अपने मुख्य भाषण में, स्थिरता के साथ धारणीय संवृद्धि की दिशा में लघु वित्त बैंकों को मार्गदर्शन देने में सुशासन की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने निदेशकों से उभरते जोखिमों की पहचान करने और उन्हें कम करने में सतर्क और सक्रिय रहने का आह्वान किया तथा टिकाऊ व्यापार मॉडल के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने डिजिटल खतरों से बचाव के लिए साइबर सुरक्षा को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया और बैंकिंग सेवाओं की व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए वित्तीय समावेशन, ग्राहक सेवा और शिकायत निवारण पर अधिक ध्यान देने का आग्रह किया।
सम्मेलन में आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ‘सुशासन और आश्वासन कार्य’, ‘व्यावसायिक जोखिम – विनियामक और पर्यवेक्षी अपेक्षाएं’ और ‘आईटी प्रणाली और साइबर सुरक्षा’ के क्षेत्रों में तकनीकी सत्र भी आयोजित किए गए। तकनीकी सत्रों के बाद 'बैंकों में मंडल आचरण' पर एक बाहरी विशेषज्ञ द्वारा बातचीत की गई और 'एसएफबी की संभावनाएं और चुनौतियां' विषय पर चुनिंदा एसएफबी के स्वतंत्र निदेशकों द्वारा एक पैनल चर्चा की गई।
सम्मेलन का समापन भारतीय रिज़र्व बैंक के कार्यपालक निदेशकों के साथ प्रतिभागियों के खुले विचार-विमर्श सत्र के साथ हुआ।
(पुनीत पंचोली) प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/1176 |