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अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की जमाराशियां - मार्च 2019

15 नवंबर 2019

अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की जमाराशियां1 - मार्च 2019

भारतीय रिजर्व बैंक ने आज ‘अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की जमाराशि – मार्च 2019’ का प्रकाशन अपने भारतीय अर्थव्यवस्था संबंधी डेटाबेस (डीबीआईई) नामक पोर्टल (वेब-लिंक: https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!18) पर जारी किया।

अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) {क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) सहित} मूलभूत सांख्यिकी विवरणी (बीएसआर) -22 के अंतर्गत जमाओं के प्रकार (चालू, बचत और मियादी) के अनुसार, संस्थागत क्षेत्रवार स्वामित्व, मीयादी जमाराशि की परिपक्वता पद्धति और कर्मचारियों की संख्या संबंधी आंकड़े शाखावार रिपोर्ट करते हैं। ये आंकड़े अलग-अलग स्तर (जैसे जमा का प्रकार; जनसंख्या समूह; बैंक समूह; राज्य, जिला; केंद्र; ब्याज दर सीमा;आकार; मूल तथा अवशिष्ट परिपक्तवता) पर जारी किए जाते हैं।

मुख्य मुख्य बातें:

  • मार्च 2019 में चालू, बचत और मीयादी जमाराशि का हिस्सा क्रमशः 9.6 प्रतिशत, 31.9 प्रतिशत और 58.5 प्रतिशत रहा।

  • संस्थागत श्रेणियों में, कुल जमा में पारिवारिक इकाइयों का हिस्सा 63.2 प्रतिशत रहा, जो सर्वाधिक था, इसके बाद गैर-वित्तीय निगम, सामान्य सरकारी, शेष विश्व और वित्तीय निगमों; व्यक्तियों {हिंदू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ) सहित} जो घरेलू क्षेत्र के प्रमुख घटक हैं की भागीदारी समग्र जमाराशियों में 55.0 प्रतिशत रही।

  • बैंक जमाराशियों में महानगरीय क्षेत्रों की भागीदारी 51.8 प्रतिशत थी; हालांकि, मार्च 2010 से अन्य जनसंख्या समूहों की भागीदारी में धीमी गति से बढ़त हुई जो कि मार्च 2019 में ग्रामीण क्षेत्रों में 10.5 प्रतिशत, अर्ध शहरी क्षेत्रों में 16.2 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 21.5 प्रतिशत हो गई।

  • हाल के वर्षों में मीयादी जमा की संरचना क्रमशः कम ब्याज दर की बकेट्स में चली गई, जिसके चलते 8 प्रतिशत से अधिक ब्याज दरों वाली मीयादी जमाराशि की भागीदारी मार्च 2015 में 82.8 प्रतिशत से घटकर मार्च 2019 में 10.9 प्रतिशत हो गई ।

  • अवशिष्ट परिपक्वता के आधार पर एक वर्ष के भीतर परिपक्वता के लिए मीयादी जमाराशि का लगभग तीन-चौथाई परिपक्वता हेतु देय था, मूल परिपक्वता के आधार पर, हालांकि मार्च 2019 के अंत में मीयादी जमाराशि का 58.3 प्रतिशत एक से तीन वर्ष की परिपक्वता बकेट में था।

  • वित्तीय और गैर-वित्तीय निगमों की जमाराशियों का लगभग आधा हिस्सा निजी क्षेत्र के बैंकों के पास था।

  • राज्यों में, महाराष्ट्र के पास सबसे अधिक जमाराशि (21.0 प्रतिशत) थी उसके बाद क्रमशः राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली (एनसीटी) (9.5 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश (यूपी) (8.2 प्रतिशत) का हिस्सा रहा।

अजीत प्रसाद
निदेशक  

प्रेस प्रकाशनी: 2019-2020/1195


1 मार्च 2019 के प्रथम रिपोर्टिंग शुक्रवार के लिए पाक्षिक फॉर्म-ए रिटर्न (आरबीआई अधिनियम 1934 की धारा 42 (2) के तहत एकत्र) पर आधारित आंकड़े पहले ही हमारी वेबसाइट (होम> सांख्यिकी> डेटा रिलीज> पाक्षिक - भारत में अनुसूचित बैंक की स्थिति का विवरण) में प्रकाशित किये गए हैं तथा 31 मार्च 2019 के लिए एससीबी की जमाराशि और ऋण पर त्रैमासिक सांख्यिकी के आधार पर अलग-अलग आंकड़े हमारी वेबसाइट (होम> सांख्यिकी> डेटा रिलीज>त्रैमासिक> एससीबी के जमाराशि और ऋण पर त्रैमासिक सांख्यिकी) पर प्रकाशित किये गये हैं।

2 मार्च 2019 के लिए बीएसआर-2 सर्वेक्षण में एससीबी में जमाराशि की संरचना और स्वामित्व पैटर्न पर बीएसआर-4 सर्वेक्षण भी शामिल है। तदनुसार, डेटा तालिकाओं को पुनः निर्मित किया गया।

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