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2023-24 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की गतिविधियां

चौथी तिमाही अर्थात् जनवरी-मार्च 2023-24 के लिए भारत के भुगतान संतुलन (बीओपी) से संबंधित प्रारंभिक आंकड़े, विवरण । और ।। में प्रस्‍तुत किए गए हैं।  

2023-24 की चौथी तिमाही के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं  

  • भारत के चालू खाता शेष में 2023-24 की चौथी तिमाही में 5.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.6 प्रतिशत) का अधिशेष दर्ज किया गया, जबकि 2023-24 की तीसरी तिमाही 1 में 8.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.0 प्रतिशत) का घाटा और एक वर्ष पूर्व [अर्थात 2022-23 की चौथी तिमाही] 2 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.2 प्रतिशत) का घाटा दर्ज किया गया था।
  • 2023-24 की चौथी तिमाही में वाणिज्य वस्तु व्यापार घाटा 50.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जो एक वर्ष पहले 52.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर से कम था।
  • सॉफ्टवेयर, यात्रा और व्यावसायिक सेवाओं के बढ़ते निर्यात के कारण 2023-24 की चौथी तिमाही में सेवा निर्यात में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 4.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 42.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर पर निवल सेवाएं प्राप्ति एक वर्ष पहले के स्तर (39.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक थी, जिसने 2023-24 की चौथी तिमाही के दौरान चालू खाता शेष में अधिशेष में योगदान दिया।
  • प्राथमिक आय खाते पर निवल व्यय, जो मुख्य रूप से निवेश आय के भुगतान को दर्शाता है, एक वर्ष पहले के 12.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 14.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
  • निजी अंतरण प्राप्तियां, जो मुख्य रूप से समुद्रपारीय कार्यरत भारतीयों द्वारा विप्रेषण का प्रतिनिधित्व करती हैं, 32.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गईं, जो एक वर्ष पहले के स्तर से 11.9 प्रतिशत अधिक है।
  • वित्तीय खाते में, निवल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह 2023-24 की चौथी तिमाही में 2.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जबकि एक वर्ष पहले यह 6.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
  • विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में 2023-24 की चौथी तिमाही में 11.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल अंतर्वाह दर्ज किया गया, जबकि 2022-23 की चौथी तिमाही के दौरान 1.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल बहिर्वाह था।
  • भारत में बाह्य वाणिज्यिक उधार के अंतर्गत निवल अंतर्वाह 2023-24 की चौथी तिमाही में 2.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर दर्ज किया गया, जबकि एक वर्ष पहले यह 1.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
  • अनिवासी जमाराशियों में 2022-23 की चौथी तिमाही में 3.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में 5.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का उच्चतर निवल अधिक अंतर्वाह दर्ज किया गया।
  • विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में (बीओपी आधार पर, अर्थात मूल्यांकन प्रभावों को छोड़कर) 2023-24 की चौथी तिमाही में 30.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई, जबकि एक वर्ष पहले 5.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई थी (तालिका 1)।

2023-24 के दौरान बीओपी

  • भारत का चालू खाता घाटा 2023-24 के दौरान न्यूनतर वाणिज्य वस्तु व्यापार घाटा के समर्थन से कम होकर 23.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.7 प्रतिशत) हो गया, जो पिछले वर्ष के दौरान 67.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 2.0 प्रतिशत) था।
  • निवल अदृश्य प्राप्ति 2023-24 के दौरान एक वर्ष पहले की तुलना में अधिक थी, जो मुख्य रूप से सेवाओं और अंतरण के कारण थी।
  • 2023-24 के दौरान पोर्टफोलियो निवेश में 44.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवल अंतर्वाह दर्ज किया गया, जबकि एक वर्ष पूर्व इसमें 5.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का बहिर्वाह हुआ था।
  • 2023-24 के दौरान निवल एफडीआई अंतर्वाह 9.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जबकि 2022-23 में यह 28.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
  • 2023-24 में विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों (बीओपी आधार पर) में 63.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि होगी।

तालिका 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें

(बिलियन अमेरिकी डॉलर)

 

जनवरी-मार्च 2023

जनवरी-मार्च 2024

2022-23

2023-24

 

जमा

नामे

निवल

जमा

नामे

निवल

जमा

नामे

निवल

जमा

नामे

निवल

क. चालू खाता

238.0

239.3

-1.3

253.6

247.9

5.7

921.9

988.8

-67.0

942.9

966.1

-23.2

1. वस्तु

115.8

168.4

-52.6

121.7

172.5

-50.9

456.1

721.4

-265.3

441.5

683.5

-242.1

जिसमें से:

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

       पीओएल

23.9

50.8

-26.9

22.2

49.6

-27.4

97.5

209.4

-111.9

84.2

179.6

-95.5

2. सेवाएं

85.8

46.8

39.1

89.4

46.7

42.7

325.3

182.0

143.3

341.1

178.3

162.8

3. प्राथमिक आय

7.7

20.3

-12.6

10.5

25.3

-14.8

27.8

73.8

-45.9

41.5

91.2

-49.8

4. द्वितीयक आय

28.6

3.9

24.8

32.1

3.4

28.7

112.6

11.7

100.9

118.9

13.0

105.9

ख.पूंजी लेखा और वित्तीय लेखा

153.4

152.5

0.9

248.1

254.4

-6.2

702.9

634.9

68.0

850.3

827.8

22.5

जिसमें से:

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

आरक्षित निधियों में परिवर्तन (वृद्धि (-)/कमी (+))

0

5.6

-5.6

0.0

30.8

-30.8

30.4

21.2

9.1

0.0

63.7

-63.7

ग.भूल-चूक (-) (क+ख)

0.4

0.0

0.4

0.5

0.0

0.5

0.0

1.0

-1.0

0.7

0.0

0.7

प्रा : प्रारंभिक

नोट : पूर्णांकन के कारण उप घटकों का योग कुल योग से भिन्न हो सकता है।

 

 

(पुनीत पंचोली)  
मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/550


[1] वाणिज्य वस्तु आयात पर सीमा शुल्क डेटा के अधोगामी समायोजन के कारण 2023-24 की तीसरी तिमाही के लिए चालू खाता घाटा 10.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से संशोधित कर 8.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर कर दिया गया।

[2] https://website.rbi.org.in/web/rbi/-/press-releases/developments-in-india-s-balance-of-payments-during-the-fourth-quarter-january-march-of-2022-23-55933. दीर्घावधि शृंखला के आंकड़ों के लिए कृपया देखें:: CIMS DBIE (rbi.org.in) › Statistics › External Sector › International Trade › Quarterly/Yearly.

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