एफएटीएफ का एएमएल/सीएफटी अनुपालन पर सार्वजनिक वक्तव्य - आरबीआई - Reserve Bank of India
एफएटीएफ का एएमएल/सीएफटी अनुपालन पर सार्वजनिक वक्तव्य
13 अप्रैल 2016 एफएटीएफ का एएमएल/सीएफटी अनुपालन पर सार्वजनिक वक्तव्य वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) ने अपने सदस्यों और अन्य अधिकारक्षेत्रों से आह्वान किया है कि वे ईरान और डेमॉक्रटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) के अधिकारक्षेत्रों से निरंतर व काफी बड़े पैमाने पर पैदा हो रहे खतरों से अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रति-उपाय लागू करें। एफएटीएफ ने निम्नलिखित अधिकारक्षेत्रों की पहचान उसके द्वारा पूर्व में पहचान की गई कार्यनीतिक एएमएल/सीएफटी कमियों का सामना करने हेतु एफएटीएफ के साथ कार्य योजना विकसित करने वाले के रूप में की है। ये अधिकारक्षेत्र हैं : अफगानिस्तान, बोस्निया और हेरज़ेगोविना, गयाना, ईराक, लावो पीडीआर, म्यांमार, पापुआ न्यू गिनी, सिरिया, युगांडा, वनुवाटु और येमन। एफएटीएफ ने अपनी एएमएल/सीएफटी व्यवस्था में सुधार करके उल्लेखनीय प्रगति हासिल करने के लिए अल्जीरिया, अंगोला और पनामा की पहचान ऐसे अधिकारक्षेत्रों के रूप में की है जो उसकी निरंतर वैश्विक एएमएल/सीएफटी अनुपालन प्रक्रिया के अधीन अब नहीं रह गए हैं। यह सूचना 19 फरवरी 2016 को एफएटीएफ द्वारा जारी अद्यतन सार्वजनिक वक्तव्य और दस्तावेज में उपलब्ध है। यह वक्तव्य और दस्तावेज निम्नलिखित यूआरएल पर ऐक्सेस किया जा सकता है :
कार्यनीतिक धनशोधन निवारण (एएमएल)/आतंकवाद वित्तपोषण का मुकाबला करना (सीएफटी) संबंधी अधिकारक्षेत्रों की कमियों की पहचान करने और उन पर कार्य करने के निरंतर प्रयासों के एक भाग के रूप में एफएटीएफ प्लीनरी कार्यनीतिक एएमएल/सीएफटी कमियों वाले अधिकारक्षेत्रों के संबंध में ‘एएमएलसीएफटी के वैश्विक अनुपालन में सुधार करनाः निरंतर प्रक्रिया’ शीर्षक से एक सार्वजनिक वक्तव्य और दस्तावेज जारी करती है। यह वक्तव्य और दस्तावेज विनियमित संस्थाओं को इसमें उल्लेख किए गए देशों और अधिकारक्षेत्रों के साथ विधिसम्मत व्यापार और कारोबारी लेनदेन करने से नहीं रोकता है। एफएटीएफ के बारे में वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) एक अंतर-शासकीय निकाय है जिसकी स्थापना सदस्य अधिकारक्षेत्रों के मंत्रीयों द्वारा 1989 में की गई। एफएटीएफ का उद्देश्य धन-शोधन निवारण, आतंकवाद वित्तपोषण और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली की अखंडता के सम्मुख अन्य संबद्ध खतरों का सामना करने में विधिक, विनियामक और परिचालनगत उपायों के संबंध में मानक तय करना और प्रभावी कार्यान्वयन को बढ़ावा देना है। एफएटीएफ आवश्यक उपायों का कार्यान्वयन करने में अपने सदस्यों की प्रगति की निगरानी करता है, धन-शोधन निवारण और आंतकवाद वित्तपोषण तकनीकों की समीक्षा करता है, तथा वैश्विक स्तर पर समुचित उपायों के अंगीकरण व कार्यान्वयन को बढ़ावा देता है। एफएटीएफ का निर्णायक निकाय, एफएटीएफ प्लीनरी की बैठक वर्ष में तीन बार आयोजित की जाती है। अल्पना किल्लावाला प्रेस प्रकाशनी : 2015-2016/2417 |