सॉवरेन स्वर्ण बाण्ड 2015-16 के पहले अंश को अच्छी प्रतिक्रिया मिली - आरबीआई - Reserve Bank of India
सॉवरेन स्वर्ण बाण्ड 2015-16 के पहले अंश को अच्छी प्रतिक्रिया मिली
01 दिसंबर 2015 सॉवरेन स्वर्ण बाण्ड 2015-16 के पहले अंश को अच्छी प्रतिक्रिया मिली सॉवरेन स्वर्ण बाण्ड (एसजीबी) का पहला अंश अभिदान के लिए 5 नवंबर 2015 से 20 नवंबर 2015 तक खुला था। बाण्ड 30 नवंबर 2015 को जारी किए। स्वर्ण की यूनिटों में कुल अभिदान 9,15953 ग्राम रहा जिसका मूल्य ₹ 246 करोड़ था। अभिदान राशि के मामले में शीर्ष 10 प्राप्तकर्ता कार्यालयों में एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, यस बैंक लिमिटेड, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक, करुर वैश्य बैंक लिमिटेड, डीसीबी बैंक लिमिटेड, भारतीय स्टेट बैंक और फेडरल बैंक लिमिटेड रहे। प्राप्तकर्ता कार्यालयों को धारण प्रमाण-पत्र भेजे गए तथा अभिदाताओं की ई-मेल आईडी रिकार्ड में उपलब्ध हैं। धारण प्रमाण-पत्र की प्रतियां प्राप्त करने या और किसी सहायता के लिए अभिदाता अपने प्राप्तकर्ता कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। पहले भाग के प्रति निवेशकों की आशाप्रद प्रतिक्रिया को देखते हुए सरकार द्वारा सॉवरेन स्वर्ण बाण्ड के और अंशों की घोषणा उचित समय पर की जाएगी। यह याद होगा कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारत सरकार के परामर्श से सॉवरेन स्वर्ण बाण्ड (एसबीजी) इस प्रयास से शुरू किए थे कि स्वर्ण से जुड़ी वैकल्पिक निवेश लिखत उपलब्ध कराकर भौतिक स्वर्ण की मांग को कम किया जा सके। इन बाण्डों की बिक्री अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों और निर्दिष्ट डाकघरों द्वारा की गई। अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/1285 |