भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के एमडी और सीईओ से बैठक की
भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर ने 27 जनवरी 2025 को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और चुनिंदा निजी क्षेत्र के बैंकों के एमडी और सीईओ के साथ मुंबई में बैठक की। यह बैठक भारतीय रिज़र्व बैंक की अपनी पर्यवेक्षित संस्थाओं के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ निरंतर बातचीत का भाग है। बैठकों में उप गवर्नर श्री एम. राजेश्वर राव, श्री टी. रबी शंकर और श्री स्वामीनाथन जे. के साथ-साथ विनियमन और पर्यवेक्षण के प्रभारी कार्यपालक निदेशक भी शामिल हुए। इस तरह की पिछली बैठक 3 जुलाई 2024 को हुई थी। गवर्नर ने अपने आरंभिक भाषण में घरेलू वित्तीय प्रणाली को आघात-सह बनाने में बैंकों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को सराहा, साथ ही वैश्विक स्तर पर मौजूद कतिपय मुख्य असुरक्षितताओं पर प्रकाश डाला, जो अधोगामी जोखिम उत्पन्न कर सकती हैं। उन्होंने बैंकों से निरंतर वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने, वित्तीय समावेशन को गहन बनाने, डिजिटल साक्षरता में सुधार करने, ऋण की उपलब्धता बढ़ाने और किफ़ायती बनाने, ग्राहक सेवा और शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने और प्रौद्योगिकी में निवेश जारी रखने का आह्वान किया। उन्होंने डिजिटल धोखाधड़ी में वृद्धि पर भी चिंता जताई और बैंकों को ऐसे प्रयासों को विफल करने के लिए मजबूत और सक्रिय प्रणाली स्थापित करने के लिए कहा। आईटी जोखिम प्रबंधन और साइबर सुरक्षा पर चर्चा करते हुए, गवर्नर ने बैंकों से तीसरे पक्ष के सेवा प्रदाताओं पर अधिक निगरानी रखने का आग्रह किया ताकि उनसे उत्पन्न होने वाले जोखिमों को कम किया जा सके। रिज़र्व बैंक और बैंकों को साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया तथा बैंकों से कारोबार में आसानी को बढ़ाने के लिए सुझाव मांगे गए। (पुनीत पंचोली) प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/2018 |
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