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मार्च 2016 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

30 जून 2016

मार्च 2016 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

मानक प्रथा के अनुसार मार्च और जून को समाप्‍त होने वली तिमाहियों के लिए भारत के बाह्य ऋण से संबंधित आंकड़े भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा एक तिमाही के अंतराल पर जारी किए जाते हैं और सितंबर तथा दिसंबर तिमाहियों के आंकड़े वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। मार्च 2016 को समाप्‍त हुई तिमाही के लिए रुपया तथा अमरीकी डॉलर में बाह्य ऋण के आंकड़े और इससे पहले के तिमाहियों के संशोधित आंकड़े क्रमश: विवरण 1 और 2 में दिए गए हैं। मार्च 2016 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख गतिविधियां नीचे प्रस्‍तुत हैं।

मुख्‍य अंश

मार्च 2016 के अंत में भारत के बाह्य ऋण में मुख्‍य रूप से अनिवासी भारतीयों की बकाया जमाराशियों में वृद्धि के कारण मार्च 2015 के अंत में अपने स्‍तर से 2.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इसके अलावा बाह्य ऋण की मात्रा में वृद्धि आंशिक रूप से मूल्‍य निर्धारण प्रतिलाभों के कारण कम हो गई जिसका कारण भारतीय रुपया और अन्‍य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमरीकी डॉलर का अधिमूल्‍यन था। मार्च 2016 के अंत में बाह्य ऋण/जीडीपी अनुपात 23.7 प्रतिशत रहा जो मार्च 2015 के अपने 23.8 प्रतिशत के स्‍तर से थोड़ा कम रहा।

मार्च 2016 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख अंश नीचे दिए गए हैं:

  • भारत का बाह्य ऋण मार्च 2016 के अंत में 485.6 बिलियन अमरीकी डॉलर था जिसमें मार्च 2015 के स्‍तर से 10.6 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई (सारणी 1)।

  • भारतीय रुपया और अन्‍य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमरीकी डॉलर के अधिमूल्‍यन के कारण मूल्‍य निर्धारण प्रतिलाभ 5.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। मूल्यनिर्धारण प्रभाव को छोड़कर मार्च 2016 के अंत में बाह्य ऋण में वृद्धि मार्च 2015 के स्तर से 16.4 बिलियन अमरीकी डॉलर तक हो गई होती।

  • वाणिज्यिक उधार बाह्य ऋण का सबसे बड़ा घटक बना रहा जिसकी हिस्‍सेदारी 37.3 प्रतिशत रही। इसके बाद अनिवासी भारतीयों की जमाराशियों (26.1 प्रतिशत) और अल्‍पावधि व्‍यापार ऋण (16.5 प्रतिशत) की हिस्‍सेदारी रही।

  • कुल ऋण में अल्‍पावधि ऋण (मूल परिपक्‍वता) की हिस्‍सेदारी में पिछले वर्ष की इस तिमाही से गिरावट देखी गई। इसी प्रकार विदेशी मुद्रा भंडारों की तुलना में अल्पावधिक ऋण (मूल परिपक्वता) मार्च 2016 के अंत में घटकर 23.1 प्रतिशत हो गई (मार्च 2015 के अंत में 25.0 प्रतिशत)।

  • अवशिष्‍ट परिपक्‍वता आधार पर, मार्च 2016 के अंत में अल्पावधिक ऋण कुल बाह्य ऋण का 42.6 (मार्च 2015 के अंत में 38.2 प्रतिशत) प्रतिशत रहा और कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 57.4 प्रतिशत रहा (मार्च 2015 में 53.2 प्रतिशत) (सारणी 2)। अल्पावधिक ऋण में वृद्धि (अवशिष्ट परिपक्वता) मुख्य रूप से वर्ष 2013 में विशेष स्वैप योजना के अंतर्गत जुटाई गई एफसीएनआर(बी) जमाराशियों की परिपक्वता के कारण देय भुगतान दर्शाती है।

  • अमरीकी डॉलर मूल्‍यवर्गांकित ऋण भारत के विदेशी ऋण का सबसे बड़ा घटक रहा जिसकी मार्च 2016 में 57.1 प्रतिशत हिस्‍सेदारी रही। इसके बाद भारतीय रुपया (28.9 प्रतिशत), एसडीआर (5.8 प्रतिशत), जापानी येन (4.4 प्रतिशत) और यूरो (2.5 प्रतिशत) की हिस्‍सेदारी रही।

  • उधारकर्ता श्रेणियों में, सरकार का बकाया ऋण और गैर-सरकारी ऋण में वृद्धि हुई तथा कुल बाह्य ऋण में इनकी हिस्सेदारी मार्च 2016 के अंत में क्रमशः 19.2 प्रतिशत और 80.8 प्रतिशत रही (सारणी 3)।

  • ऋण सेवा भुगतान मार्च 2015 के अंत में 7.6 प्रतिशत की तुलना में मार्च 2016 के अंत में चालू प्राप्तियों के 8.8 प्रतिशत तक हो गया। (सारणी 4)।

सारणी 1: बाह्य ऋण – बकाया और घट-बढ़
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
घटक मार्च के अंत में बकाया वास्तविक घट-बढ़ प्रतिशत घट-बढ़
2014 2015 सं 2016 अ मार्च-14 से मार्च-15 मार्च-15 से मार्च-16 मार्च-14 से मार्च-15 मार्च-15 से मार्च-16
1 2 3 4 5 6 7 8
1. बहुपक्षीय 53.4 52.4 54.0 -1.0 1.6 -1.9 3.0
2. द्विपक्षीय 24.7 21.8 22.5 -3.0 0.8 -12.0 3.5
3. आईएमएफ 6.1 5.5 5.6 -0.7 0.1 -10.8 2.1
4. निर्यात ऋण 15.5 12.6 10.7 -2.9 -2.0 -18.7 -15.5
5. वाणिज्यिक उधार 149.4 180.6 181.3 31.3 0.7 20.9 0.4
6. एनआरआई जमाराशियां 103.8 115.2 126.9 11.3 11.8 10.9 10.2
7. रुपया ऋण 1.5 1.5 1.3 0.0 -0.2 2.6 -15.1
8. अल्पकालिक ऋण 91.7 85.5 83.4 -6.2 -2.1 -6.7 -2.5
जिसमें से
अल्पकालिक व्यापार ऋण 81.7 81.6 80.0 -0.1 -1.6 -0.1 -2.0
कुल ऋण 446.2 475.0 485.6 28.9 10.6 6.5 2.2
मेमो मद
क. दीर्घावधि ऋण 354.5 389.5 402.2 35.0 12.7 9.9 3.3
ख. अल्पावधि ऋण 91.7 85.5 83.4 -6.2 -2.1 -6.7 -2.5
अ: अनंतिम। सं: संशोधित

सारणी 2: मार्च 2016 के अंत में बाह्य ऋण बकाया की अवशिष्ट परिपक्वता
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
घटक एक वर्ष तक अल्पावधि दीर्घावधि कुल
(2 से 5)
1 से 2 वर्ष 2 से 3 वर्ष 3 वर्ष से अधिक
1 2 3 4 5 6
1. सरकारी ऋण (दीर्घावधि) $ 4.3 5.6 5.9 77.5 93.3
2. वाणिज्यिक उधार # 28.8 19.6 22.2 111.4 182.0
3. एनआरआई जमाराशियां {(i)+(ii)+(iii)} 90.4 13.3 11.5 11.8 126.9
(i) एफसीएनआर(बी) 33.9 2.2 5.9 3.4 45.3
(ii) एनआर(ई)आरए 48.0 10.2 5.3 7.9 71.5
(iii) एनआरओ 8.5 0.9 0.3 0.5 10.1
4. अल्पावधि ऋण* (मूल परिपक्वता) 83.4       83.4
कुल (1 से 4) 206.9 38.5 39.6 200.6 485.6
मेमो मद
अल्पावधि ऋण (कुल बाह्य ऋण के प्रतिशत के रूप में अवशिष्ट परिपक्वता) 42.6
अल्पावधि ऋण (आरक्षित निधियों के प्रतिशत के रूप में अवशिष्ट परिपक्वता) 57.4
$: सरकारी प्रतिभूतियों में एफआईआई निवेशों सहित
#: वाणिज्यिक उधारों में व्यापार क्रेडिट, कॉर्पोरेट ऋण लिखतों में एफआईआई निवेश तथा गैर-सरकारी बुहपक्षीय और द्विपक्षीय उधार का एक अंश शामिल है तथा इसलिए मूल परिपक्वता के तहत अन्य सारणियों में उपलब्ध कराए गए आंकड़े भिन्न हो सकते हैं।
*: सरकारी ऋण और वाणिज्यिक पेपर में एफआईआई निवेश भी शामिल है।

सारणी 3: सरकारी और गैर-सरकारी बाह्य ऋण
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
घटक मार्च के अंत में
2013 2014 2015 सं 2016 अ
1 2 3 4 5
क. सरकारी ऋण (I+II) 81.7 83.7 89.7 93.4
(जीडीपी के प्रतिशत के रूप में) 4.4 4.4 4.5 4.6
I. बाह्य सहायता के तहत सरकारी लेखा पर बाह्य ऋण 61.3 62.2 58.5 61.1
II. अन्य सरकारी बाह्य ऋण @ 20.3 21.5 31.3 32.4
ख. गैर-सरकारी ऋण # 327.7 362.5 385.3 392.2
(जीडीपी के प्रतिशत के रूप में) 17.9 19.3 19.3 19.2
सी. कुल बाह्य ऋण (क+ख) 409.4 446.2 475.0 485.6
(जीडीपी के प्रतिशत के रूप में) 22.4 23.8 23.8 23.7
अ: अनंतिम। सं: संशोधित
@: अन्य सरकारी बाह्य ऋण में रक्षा ऋण, खजाना बिलों/सरकारी प्रतिभूतियों में एफआईआई, विदेशी केंद्रीय बैंकों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा निवेश, आईएमएफ द्वारा एसडीआर आवंटन शामिल है।
#: मौद्रिक प्राधिकार का बाह्य ऋण शामिल है।

सारणी 4: भारत के मुख्य बाह्य ऋण संकेतक
मार्च अंत बाह्य ऋण
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
जीडीपी की तुलना में बाह्य ऋण का अनुपात (प्रतिशत) ऋण सेवा अनुपात* (प्रतिशत) कुल ऋण में विदेशी मुद्रा भंडार का अनुपात (प्रतिशत) कुल ऋण की तुलना में रियायत ऋण का अनुपात (प्रतिशत) विदेशी मुद्रा भंडार की तुलना में अल्पावधि ऋण का अनुपात (प्रतिशत) कुल ऋण की तुलना में अल्पावधि ऋण का अनुपात (प्रतिशत)
1 2 3 4 5 6 7 8
1991 83.8 28.7 35.3 7.0 45.9 146.5 10.2
1996 93.7 27.0 26.2 23.1 44.7 23.2 5.4
2001 101.3 22.5 16.6 41.7 35.4 8.6 3.6
2006 139.1 16.8 10.1# 109.0 28.4 12.9 14.0
2007 172.4 17.5 4.7 115.6 23.0 14.1 16.3
2008 224.4 18.0 4.8 138.0 19.7 14.8 20.4
2009 224.5 20.3 4.4 112.2 18.7 17.2 19.3
2010 260.9 18.2 5.8 106.9 16.8 18.8 20.1
2011 317.9 18.2 4.4 95.9 14.9 21.3 20.4
2012 360.8 21.1 6.0 81.6 13.3 26.6 21.7
2013 409.4 22.4 5.9 71.3 11.1 33.1 23.6
2014 446.2 23.8 5.9 68.2 10.4 30.1 20.5
2015 सं. 475.0 23.8 7.6 71.9 8.8 25.0 18.0
2016 अ. 485.6 23.7 8.8 74.2 9.0 23.1 17.2
अ: अनंतिम। सं: संशोधित
*: ऋण सेवा अनुपात को वर्तमान प्राप्तियों के अनुपात में मूलधन और ब्याज भुगतानों के योग के रूप में परिभाषित किया गया है।
#: 6.3 प्रतिशत बनता है और इसमें 7.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की भारतीय शहस्त्राब्दी जमाराशियां (आईएमडी) भुगतान और 23.5 मिलियन के बाह्य ऋण का पूर्व-भुगतान शामिल नहीं है।

अल्पना किल्लावाला
प्रधान परामर्शदाता

प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/3047

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