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मार्च 2018 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

29 जून 2018

मार्च 2018 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

मानक पद्धति के अनुसार, मार्च और जून तिमाहियों के लिए भारत के बाह्य ऋण से संबंधित सांख्यिकी रिज़र्व बैंक द्वारा एक तिमाही के अंतराल पर जारी की जाती है और सितंबर और दिसंबर तिमाहियों की सांख्यिकी वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी की जाती है। मार्च 2018 के अंत में रुपया और अमेरिकी डॉलर में बाह्य ऋण से संबंधित आंकड़े तथा पूर्ववर्ती तिमाहियों के संशोधित आंकड़े क्रमशः विवरण 1 और 2 में दिए गए हैं। मार्च 2018 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख गतिविधियां नीचे प्रस्तुत की गई हैं।

मुख्य अंश

मार्च 2018 के अंत में, भारत के बाह्य ऋण में मार्च 2017 के अंत के इसके स्तर से 12.4 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई जिसका मुख्य कारण वाणिज्यिक उधारों, लघुकालिक ऋण और अनिवासी भारतीय (एनआरआई) जमाराशियों में वृद्धि था। बाह्य ऋण की मात्रा में वृद्धि आंशिक रूप से प्रमुख मुद्राओं के विरूद्ध अमेरिकी डॉलर के मूल्यह्रास से होने वाली मूल्यनिर्धारण हानि के कारण हुई। जीडीपी की तुलना में बाह्य ऋण अनुपात मार्च 2018 के अंत में 20.5 प्रतिशत रहा जो मार्च 2017 के अंत में इसके 20.0 प्रतिशत के स्तर से अधिक रहा।

मार्च 2018 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख विशेषताएं नीचे प्रस्तुत हैं:

  • मार्च 2018 के अंत में, भारत का बाह्य ऋण 529.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा जिसमें मार्च 2017 के अंत में इसके स्तर से 58.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है (सारणी 1)।

  • प्रमुख मुद्राओं (अर्थात यूरो, एसडीआर, जापानी येन और पाउंड स्ट्रलिंग) की तुलना में अमेरिकी डॉलर के मूल्यह्रास के कारण मूल्यनिर्धारण हानि 5.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही। मूल्यनिर्धारण प्रभाव को छोड़कर, बाह्य ऋण में वृद्धि मार्च 2017 के अंत में 53.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की बजाय मार्च 2018 के अंत में 58.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही।

  • वाणिज्यिक उधार 38.2 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बाह्य ऋण का सबसे बड़ा घटक रहा, जिसके बाद एनआरआई जमाराशियां (23.8 प्रतिशत) और लघुकालिक व्यापार क्रेडिट (19.0) रहे।

  • मार्च 2018 के अंत में, दीर्घावधि ऋण (एक वर्ष से ऊपर की मूल परिपक्वता के साथ) 427.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा जिसमें मार्च 2017 के इसके स्तर से 44.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई।

  • मार्च 2018 के अंत में कुल बाह्य ऋण में दीर्घावधि ऋण (मूल परिपक्वता) की हिस्सेदारी 80.7 प्रतिशत थी जो मार्च 2017 के अंत में इसके 81.3 प्रतिशत के स्तर से कम थी।

  • कुल बाह्य ऋण में लघुकालिक ऋण (एक वर्ष तक की मूल परिपक्वता के साथ) की हिस्सेदारी मार्च 2017 के अंत में 18.7 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2018 के अंत में 19.3 प्रतिशत हो गई। विदेशी मुद्रा भंडार की तुलना में लघुकालिक ऋण (मूल परिपक्वता) का अनुपात मार्च 2018 के अंत मे बढ़कर 24.1 प्रतिशत हो गया (मार्च 2017 के अंत में 23.8 प्रतिशत)।

  • अवशिष्ट परिपक्वता आधार (अर्थात ऋण देयताएं जिनमें 12 महीनों से देय मूल परिपक्वता वाला दीर्घावधि ऋण और मूल परिपक्वता वाला लघुकालिक ऋण शामिल है) पर मार्च 2018 के अंत में कुल बाह्य ऋण का 42.0 प्रतिशत रहा (मार्च 2017 के अंत में 41.6 प्रतिशत) तथा यह विदेशी मुद्रा भंडार का 52.3 प्रतिशत (मार्च 2017 के अंत में 53.0 प्रतिशत) रहा (सारणी 2)।

  • मार्च 2018 के अंत में अमेरिकी डॉलर का दबदबा जारी रहा जो 49.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ भारत के बाह्य ऋण का सबसे बड़ा घटक रहा, जिसके बाद भारतीय रुपया (35.8 प्रतिशत), एसडीआर (5.5 प्रतिशत), जापानी येन (4.8 प्रतिशत) और यूरो (3.4 प्रतिशत) रहे।

  • उधारकर्ता-वार वर्गीकरण दर्शाता है कि सरकारी और गैर-सरकारी दोनों क्षेत्रों का बकाया ऋण मार्च 2018 के अंत में बढ़ गया (सारणी 3)।

  • ऋण अदायगी भुगतान मार्च 2017 के अंत में 8.3 प्रतिशत की तुलना में मार्च 2018 के अंत घटकर वर्तमान प्राप्तियों के 7.5 प्रतिशत तक हो गया (सारणी 4)

अजीत प्रसाद
सहायक परामर्शदाता

प्रेस प्रकाशनी : 2017-2018/3418


सारणी 1: बाह्य ऋण – बकाया और घटबढ़
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
घटक मार्च के अंत में बकाया पूर्ण घटबढ़ प्रतिशत घटबढ़
2016 सं. 2017 आं.सं. 2018 अ. मार्च 16 से मार्च 17 मार्च 17 से मार्च 18 मार्च 16 से मार्च 17 मार्च 17 से मार्च 18
1 2 3 4 5 6 7 8
1. बहुपक्षीय 54.0 54.5 57.3 0.5 2.8 0.9 5.1
2. द्विपक्षीय 22.4 23.2 25.3 0.8 2.1 3.4 9.2
3. आईएमएफ 5.6 5.4 5.8 -0.2 0.4 -3.5 6.9
4. व्यापार क्रेडिट 10.5 9.6 9.4 -0.9 -0.2 -8.9 -1.7
5.वाणिज्यिक उधार 180.5 172.4 202.3 -8.1 29.9 -4.5 17.4
6. एनआरआई जमाराशियां 126.9 116.9 126.2 -10.1 9.3 -7.9 8.0
7. रुपया ऋण 1.3 1.2 1.2 -0.1 0.0 -3.9 -1.2
8. लघुकालिक ऋण# 83.5 88.1 102.2 4.6 14.0 5.5 15.9
    जिसमें से              
    लघुकालिक व्यापार क्रेडिट 80.0 86.5 100.4 6.5 13.9 8.1 16.1
कुल ऋण 484.8 471.3 529.7 -13.5 58.4 -2.8 12.4
मेमो मदें:              
क. दीर्घावधि ऋण (मूल परिपक्वता)@ 401.3 383.2 427.5 -18.1 44.3 -4.5 11.6
ख. लघुकालिक ऋण (मूल परिपक्वता)# 83.5 88.1 102.2 4.6 14.0 5.5 15.9
सं: संशोधित आं.सं.: आंशिक संशोधित अ: अनंतिम
@: एक वर्ष से अधिक की मूल परिपक्वता वाला ऋण।
#: एक वर्ष तक की मूल परिपक्वता वाला ऋण

सारणी 2: मार्च 2018 के अंत में बाह्य ऋण बकाया की अवशिष्ट परिपक्वता
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
घटक एक वर्ष तक की लघु अवधि** दीर्घावधि कुल
(2 से 5)
1 से 2 वर्ष 2 से 3 वर्ष 3 से अधिक वर्ष
1 2 3 4 5 6
1. सॉवरेन ऋण (दीर्घावधि)$ 5.0 7.9 8.3 90.4 111.7
2. वाणिज्यिक उधार # 25.9 20.8 25.6 117.4 189.7
3. एनआरआई जमाराशियां {(i)+(ii)+(iii)} 89.1 16.7 9.7 10.7 126.2
    (i) एफसीएनआर(बी) 14.9 3.9 1.8 1.5 22.0
    (ii) एनआर(ई)आरए 62.0 11.7 7.4 8.9 90.0
    (iii) एनआरओ 12.2 1.0 0.6 0.3 14.1
4. लघुकालिक ऋण* (मूल परिपक्वता) 102.2       102.2
कुल (1 से 4) 222.2 45.4 43.6 218.5 529.7
मेमो मदें:          
कुल बाह्य ऋण के प्रतिशत के रूप में लघुकालिक ऋण (अवशिष्ट परिपक्वता) 42.0
आरक्षित निधियों के प्रतिशत के रूप में लघुकालिक ऋण (अवशिष्ट परिपक्वता) 52.3
$: सरकारी प्रतिभूतियों में एफपीआई निवेश सहित।
#: वाणिज्यिक उधार में ट्रेड क्रेडिट, कॉर्पोरेट ऋण लिखतों में एफपीआई निवेश और गैर-सरकारी बहुपक्षीय और द्विपक्षीय उधारों का एक हिस्सा शामिल है और इसलिए मूल परिपक्वता के अंतर्गत अन्य सारणियों में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से शायद मेल न खाए।
*: इसमें मौजूदा कॉर्पोरेट ऋण सीमाओं के अंतर्गत आस्ति पुनर्निर्माण कंपनियों (एआरसी) द्वारा जारी प्रतिभूति प्राप्तियों में एफपीआई निवेश शामिल है।
**: अवशिष्ट परिपक्वता वाले लघुकालिक ऋण में अगले 12 माह के लिए देय होने वाला मूल परिपक्वता वाला दीर्घावधि ऋण तथा मूल परिपक्वता वाला लघुकालिक ऋण शामिल है।

सारणी 3: सरकारी और गैर-सरकारी बाह्य ऋण
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
घटक मार्च समाप्ति
2015 2016 सं. 2017 आं.सं. 2018 अ.
1 2 3 4 5
क. सॉवरेन ऋण (I+II) 89.7 93.6 95.9 111.9
जीडीपी के प्रतिशत के रूप में 4.5 4.5 4.1 4.3
I. बाह्य सहायता के अंतर्गत सरकारी लेखा पर बाह्य ऋण 58.5 61.1 62.8 68.6
II. अन्य सरकारी बाह्य ऋण@ 31.3 32.5 33.1 43.4
ख. गैर-सरकारी ऋण# 385.0 391.2 375.4 417.7
जीडीपी के प्रतिशत के रूप में 19.4 18.9 16.0 16.2
ग. कुल बाह्य ऋण (क+ख) 474.7 484.8 471.3 529.7
जीडीपी के प्रतिशत के रूप में 23.9 23.4 20.0 20.5
सं: संशोधित। आं.सं.: आंशिक संशोधित। अ: अनंतिम।        
@: अन्य सरकारी बाह्य ऋण में रक्षा ऋण, एफपीआई, विदेशी केंद्रीय बैंकों, अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और आईएमएफ द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश शामिल है।
#: मौद्रिक प्राधिकरण का बाह्य ऋण शामिल है।

सारणी 4: भारत के मुख्य बाह्य ऋण संकेतक
मार्च समाप्ति बाह्य ऋण (बिलियन अमेरिकी डॉलर) जीडीपी की तुलना में बाह्य ऋण का प्रतिशत ऋण सेवा अनुपात (प्रतिशत) कुल ऋण में विदेशी मुद्रा भंडारों का अनुपात (प्रतिशत) कुल ऋण में रियायतप्राप्त ऋण का अनुपात (प्रतिशत) विदेशी मुद्रा भंडारों की तुलना में लघुकालिक ऋण (प्रतिशत) कुल ऋण की तुलना में लघुकालिक ऋण का अनुपात (प्रतिशत)
1 2 3 4 5 6 7 8
1991 83.8 28.7 35.3 7.0 45.9 146.5 10.2
1996 93.7 27.0 26.2 23.1 44.7 23.2 5.4
2001 101.3 22.5 16.6 41.7 35.4 8.6 3.6
2006 139.1 16.8 10.1# 109.0 28.4 12.9 14.0
2007 172.4 17.5 4.7 115.6 23.0 14.1 16.3
2008 224.4 18.0 4.8 138.0 19.7 14.8 20.4
2009 224.5 20.3 4.4 112.2 18.7 17.2 19.3
2010 260.9 18.2 5.8 106.9 16.8 18.8 20.1
2011 317.9 18.2 4.4 95.9 14.9 21.3 20.4
2012 360.8 21.1 6.0 81.6 13.3 26.6 21.7
2013 409.4 22.4 5.9 71.3 11.1 33.1 23.6
2014 446.2 23.9 5.9 68.2 10.4 30.1 20.5
2015 474.7 23.9 7.6 72.0 8.8 25.0 18.0
2016 सं. 484.8 23.4 8.8 74.3 9.0 23.2 17.2
2017 आं.सं. 471.3 20.0 8.3 78.5 9.4 23.8 18.7
2018 अ. 529.7 20.5 7.5 80.2 9.1 24.1 19.3
सं: संशोधित। आं.सं.: आंशिक संशोधित। अ: अनंतिम।
#: 6.3 प्रतिशत निकलता है जिसमें 7.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की इंडिया मिलेनियम जमाराशियों की अदायगी और 23.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बाह्य ऋण की चुकौती शामिल नहीं है।

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