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सितंबर 2018 को समाप्त तिमाही में भारत का बाह्य ऋण

31 दिसंबर 2018

सितंबर 2018 को समाप्त तिमाही में भारत का बाह्य ऋण

मानक पद्धति के अनुसार, भारत की बाह्य ऋण सांख्यिकी भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा एक तिमाही के अंतराल के साथ जारी की जाती हैं। सितंबर 2018 के अंत में रुपया और अमेरिकी डॉलर में बाह्य ऋण संबंधी आंकड़े तथा पहले की तिमाहियों के संशोधित आंकड़े क्रमशः विवरण 1 और 2 में दिए गए हैं। सितंबर 2018 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख गतिविधियां नीचे प्रस्तुत हैं।

मुख्य-मुख्य बातें

सितंबर 2018 के अंत में, भारत के बाह्य ऋण में मार्च 2018 के अंत में इसके स्तर से 3.6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई जिसका कारण वाणिज्यिक उधार, लघुकालिक ऋण और अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) की जमाराशियों में कमी थी। बाह्य ऋण की मात्रा में कमी मुख्य रूप से भारतीय रुपया और प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर में मूल्यवृद्धि के परिणामस्वरूप होने वाले मुल्यनिर्धारण लाभ के कारण हुई। जीडीपी की तुलना में बाह्य ऋण का अनुपात सितंबर 2018 के अंत में 20.8 प्रतिशत रहा जो मार्च 20181 के इसके 20.5 प्रतिशत के स्तर से थोड़ा कम रहा।

सितंबर 2018 के अंत में भारत के बाह्य ऋण से संबंधित प्रमुख विशेषताएं नीचे प्रस्तुत हैं :

  • सितंबर 2018 के अंत में, भारत का बाह्य ऋण 510.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा जिसमें मार्च 2018 के इसके स्तर से 19.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी दर्ज की गई (सारणी 1)।

  • भारतीय रुपया और प्रमुख मुद्राओं (अर्थात एसडीआर, येन, यूरो, और पाउंड स्टर्लिंग) की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मूल्यवृद्धि के कारण मूल्यनिर्धारण लाभ 25.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। मूल्यनिर्धारण प्रभाव को छोड़कर, बाह्य ऋण में कमी मार्च 2018 से सितंबर 2018 के अंत में 19.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की बजाय 6.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही होगी।

  • वाणिज्यक उधार बाह्य ऋण का सबसे बड़ा घटक बना रहा जिसकी हिस्सेदारी 37.1 प्रतिशत रही, इसके बाद एनआरआई जमाराशियां (23.9 प्रतिशत) और लघुकालिक ट्रेड क्रेडिट (19.9 प्रतिशत) रहा।

  • सितंबर 2018 के अंत में, दीर्घावधि ऋण (एक वर्ष से ऊपर की मूल परिपक्वता के साथ) 406.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा जिसमें मार्च 2018 के अंत में इसके स्तर से 21.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट दर्ज की गई।

  • कुल बाह्य ऋण में दीर्घावधि ऋण (मूल परिपक्तवता) की हिस्सेदारी सितंबर 2018 के अंत में 79.6 प्रतिशत थी जो मार्च 2018 के इसके 80.7 प्रतिशत के स्तर से कम थी।

  • बाह्य ऋण में लघुकालिक ऋण (एक वर्ष तक की मूल परिपक्वता के साथ) की हिस्सेदारी मार्च 2018 के 19.3 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2018 के अंत में 20.4 प्रतिशत हो गई। विदेशी मुद्रा भंडारों की तुलना में लघुकालिक ऋण (मूल परिपक्वता) का अनुपात सितंबर 2018 के अंत में बढ़कर 26.1 प्रतिशत हो गया (मार्च 2018 के अंत में 24.1 प्रतिशत)।

  • अवशिष्ट परिपक्वता आधार पर लघुकालिक ऋण (अर्थात ऋण देयताएं जिसमें मूल परिपक्वता वाला दीर्घावधि ऋण शामिल है जो अगले 12 महीनों के लिए देय है तथा मूल परिपक्वता वाला लघुकालिक ऋण शामिल है) की सितंबर 2018 के अंत में कुल बाह्य ऋण में 43.8 प्रतिशत की हिस्सेदारी रही (मार्च 2018 के अंत में 42.0 प्रतिशत) तथा यह विदेशी मुद्रा भंडार का 55.8 प्रतिशत (मार्च 2018 में 52.3 प्रतिशत) रहा (सारणी 2)।

  • अमेरिकी डॉलर मूल्यवर्गांकित ऋण भारत के बाह्य ऋण का सबसे बड़ा घटक रहा जिसके हिस्सेदारी सितंबर 2018 के अंत में 49.7 प्रतिशत थी, जिसके बाद भारतीय रुपया (36.1 प्रतिशत), एसडीआर (5.3 प्रतिशत), येन (4.7 प्रतिशत) और यूरो (3.2 प्रतिशत) रहे।

  • उधारकर्ता-वार वर्गीकरण दर्शाता है कि सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्रों का बकाया ऋण सितंबर 2018 के अंत में कम हुआ (सारणी 3)।

  • ऋण सेवा भुगतान मार्च 2018 के अंत के 7.5 प्रतिशत की तुलना में सितंबर 2018 के अंत में घटकर चालू प्राप्तियों का 6.5 प्रतिशत हो गया (सारणी 4) जो बाह्य वाणिज्यिक उधारों की कम अदायगी दर्शाता है।

अजीत प्रसाद
सहायक परामर्शदाता

प्रेस प्रकाशनी : 2018-2019/1505


सारणी 1: बाह्य ऋण – बकाया और घटबढ़
घटक के अंत में बकाया (बिलियन अमेरिकी डॉलर) पूर्ण घटबढ़ (बिलियन अमेरिकी डॉलर) प्रतिशत घटबढ़ (प्रतिशत)
सितं.- 2017 आंसं मार्च 2018 आंसं सितं.- 2018 अ सितं. 2018 से सितं.- 2017 सितं.- 2018 से
मार्च 2018
सितं.- 2018 से
सितं.- 2017
सितं.- 2018 से
मार्च 2018
1 2 3 4 5 6 7 8
1. बहुपक्षीय 55.2 57.3 56.5 1.3 -0.8 2.3 -1.4
2. द्विपक्षीय 23.0 25.3 23.3 0.3 -2.0 1.3 -8.0
3. आईएमएफ 5.6 5.8 5.6 -0.1 -0.2 -1.3 -4.0
4. व्यापार क्रेडिट 9.6 9.5 8.4 -1.2 -1.1 -12.6 -11.5
5. वाणिज्यिक उधार 189.7 202.3 189.3 -0.3 -12.9 -0.2 -6.4
6. एनआरआई जमाराशियां 118.0 126.2 121.9 3.9 -4.3 3.3 -3.4
7. रुपया ऋण 1.2 1.2 1.1 -0.1 -0.1 -6.4 -7.1
8. लघुकालिक ऋण 92.8 102.2 104.3 11.5 2.2 12.4 2.1
    जिसमें से:              
    लघुकालिक व्यापार क्रेडिट 91.1 100.4 101.7 10.6 1.3 11.7 1.3
कुल ऋण 495.1 529.7 510.4 15.3 -19.3 3.1 -3.6
मेमो मदें:              
क. दीर्घावधि ऋण (मूल परिपक्वता)@ 402.3 427.5 406.1 3.8 -21.4 0.9 -5.0
ख. लघुकालिक ऋण (मूल परिपक्वता)# 92.8 102.2 104.3 11.5 2.2 12.4 2.1
आं.सं.: आंशिक संशोधित अ: अनंतिम
@: एक वर्ष से अधिक की मूल परिपक्वता वाला ऋण।
#: एक वर्ष तक की मूल परिपक्वता वाला ऋण

सारणी 2: सितंबर 2018 के अंत में बाह्य ऋण बकाया की अवशिष्ट परिपक्वता
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
घटक एक वर्ष तक की लघु अवधि** दीर्घावधि कुल
(2 से 5)
1 से 2 वर्ष 2 से 3 वर्ष 3 वर्ष से अधिक
1 2 3 4 5 6
1. सॉवरेन ऋण (दीर्घावधि)$ 5.2 7.1 7.4 82.7 102.4
2. वाणिज्यिक उधार # 26.5 23.7 23.8 107.7 181.7
3. एनआरआई जमाराशियां {(i)+(ii)+(iii)} 87.3 15.4 8.9 10.3 121.9
    (i) एफसीएनआर(बी) 16.0 3.0 1.6 1.9 22.4
    (ii) एनआर(ई)आरए 59.3 11.4 6.8 8.2 85.7
    (iii) एनआरओ 12.0 1.0 0.6 0.3 13.8
4. लघुकालिक ऋण* (मूल परिपक्वता) 104.3       104.3
कुल (1 से 4) 223.4 46.2 40.1 200.7 510.4
मेमो मदें:          
कुल बाहरी ऋण के प्रतिशत के अनुसार अल्पकालिक ऋण (अवशिष्ट परिपक्वता) 43.8
आरक्षित निधियों के प्रतिशत के रूप में लघुकालिक ऋण (अवशिष्ट परिपक्वता) 55.8
$: सरकारी प्रतिभूतियों में एफपीआई निवेश सहित।
#: वाणिज्यिक उधार में ट्रेड क्रेडिट, कॉर्पोरेट ऋण लिखतों में एफपीआई निवेश और गैर-सरकारी बहुपक्षीय और द्विपक्षीय उधारों का एक हिस्सा शामिल है और इसलिए मूल परिपक्वता के अंतर्गत अन्य सारणियों में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से शायद मेल न खाए।
*: इसमें मौजूदा कॉर्पोरेट ऋण सीमाओं के अंतर्गत आस्ति पुनर्निर्माण कंपनियों (एआरसी) द्वारा जारी प्रतिभूति प्राप्तियों में एफपीआई निवेश शामिल है।.
**: अवशिष्ट परिपक्वता वाले लघुकालिक ऋण में अगले 12 माह के लिए देय होने वाला मूल परिपक्वता वाला दीर्घावधि ऋण तथा मूल परिपक्वता वाला लघुकालिक ऋण शामिल है।.

सारणी 3: सरकारी और गैर-सरकारी बाह्य ऋण
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
घटक मार्च समाप्ति सितंबर समाप्ति.
2018 अ
2016 2017 आंसं 2018 आंसं
1 2 3 4 5
क. सॉवरेन ऋण (I+II) 93.6 95.9 111.9 102.7
(जीडीपी के प्रतिशत के रूप में) 4.5 4.1 4.3 4.2
I. बाह्य सहायता के अंतर्गत सरकारी लेखा पर बाह्य ऋण 61.1 62.8 68.6 66.7
II. अन्य सरकारी बाह्य ऋण @ 32.5 33.1 43.4 35.9
ख. गैर-सरकारी ऋण # 391.2 375.5 417.7 407.7
(जीडीपी के प्रतिशत के रूप में) 18.9 16.0 16.2 16.6
ग. कुल बाह्य ऋण (क+ख) 484.8 471.5 529.7 510.4
(जीडीपी के प्रतिशत के रूप में) 23.4 20.0 20.5 20.8
आं.सं.: आंशिक संशोधित। अ: अनंतिम।        
@: अन्य सरकारी बाह्य ऋण में रक्षा ऋण, एफपीआई, विदेशी केंद्रीय बैंकों, अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और आईएमएफ द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश शामिल है।
#: मौद्रिक प्राधिकरण का बाह्य ऋण शामिल है।

सारणी 4: भारत के मुख्य बाह्य ऋण संकेतक
(प्रतिशत, जब तक अन्यथा इंगित न किया गया हो)
मार्च-अंत बाह्य ऋण (बिलियन अमेरिकी डॉलर) जीडीपी की तुलना में बाह्य ऋण का प्रतिशत ऋण सेवा अनुपात कुल ऋण में विदेशी मुद्रा भंडारों का अनुपात कुल ऋण में रियायतप्राप्त ऋण का अनुपात विदेशी मुद्रा भंडारों की तुलना में लघुकालिक ऋण कुल ऋण की तुलना में लघुकालिक ऋण का अनुपात
1 2 3 4 5 6 7 8
1991 83.8 28.7 35.3 7.0 45.9 146.5 10.2
1996 93.7 27.0 26.2 23.1 44.7 23.2 5.4
2001 101.3 22.5 16.6 41.7 35.4 8.6 3.6
2006 139.1 16.8 10.1# 109.0 28.4 12.9 14.0
2007 172.4 17.5 4.7 115.6 23.0 14.1 16.3
2008 224.4 18.0 4.8 138.0 19.7 14.8 20.4
2009 224.5 20.3 4.4 112.2 18.7 17.2 19.3
2010 260.9 18.2 5.8 106.9 16.8 18.8 20.1
2011 317.9 18.2 4.4 95.9 14.9 21.3 20.4
2012 360.8 21.1 6.0 81.6 13.3 26.6 21.7
2013 409.4 22.4 5.9 71.3 11.1 33.1 23.6
2014 446.2 23.9 5.9 68.2 10.4 30.1 20.5
2015 474.7 23.9 7.6 72.0 8.8 25.0 18.0
2016 484.8 23.4 8.8 74.3 9.0 23.2 17.2
2017 आं.सं. 471.5 20.0 8.3 78.5 9.3 23.8 18.7
2018 आं.सं. 529.7 20.5 7.5 80.2 9.1 24.1 19.3
सितं. 2018 की समाप्ति अं. 510.4 20.8 6.5 78.5 9.0 26.1 20.4
सं: संशोधित। आं.सं.: आंशिक संशोधित। अ: अनंतिम।
#: 6.3 प्रतिशत निकलता है जिसमें 7.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की इंडिया मिलेनियम जमाराशियों की अदायगी और 23.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बाह्य ऋण की चुकौती शामिल नहीं है।

1 रुपये के संदर्भ में अनुपात बाहरी ऋण और मूल्यवान सकल घरेलू उत्पाद पर आधारित है।

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