RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
S3

Press Releases Marquee

आरबीआई की घोषणाएं
आरबीआई की घोषणाएं

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

असेट प्रकाशक

80002278

भारत के अंतरराष्ट्रीय निवेश की स्थिति (आईआईपी), सितंबर 2015

31 दिसंबर 2015

भारत के अंतरराष्ट्रीय निवेश की स्थिति (आईआईपी), सितंबर 20151

अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, एक सांख्यिकीय विवरण है जो एक कालावधि के अंत तक, किसी अर्थव्यवस्था के (क) निवासियों की अनिवासियों पर दावित वित्तीय आस्तियों तथा आरक्षित आस्तियों के रूप में धारित स्वर्ण बुलियन और (ख) निवासियों की अनिवासियों के प्रति वित्तीय देयताओं का मूल्य और संरचना बताता है। एक अर्थव्यवस्था की बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं के बीच का अंतर उस अर्थव्यवस्था की शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति होती है, जो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकती है । इस प्रकार का अंतर्राष्ट्रीय लेखों का तुलन पत्र विश्लेषण, अर्थव्यवस्था के बाह्य क्षेत्र के टिकने की क्षमताओं और दुर्बलताओं को समझने में मदद करता है और आर्थिक संरचना का विश्लेषण करने में उपयोगी भी होता है।

सितंबर 2015 को समाप्त तिमाही के लिए अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति के मुख्य अंश निम्नानुसार हैं:

  • अनिवासियों के भारत पर शुद्ध दावे (शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति में परिलक्षित) पिछली तिमाही से 5.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर सितंबर 2015 के अंत तक 357.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गए (सारणी 1)। शुद्ध स्थिति में यह परिवर्तन, भारत में विदेशी-स्वाधिकृत आस्तियों के मूल्य में 11.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी के साथ-साथ भारतीय निवासियों की विदेश में वित्तीय आस्तियों के मूल्य में 5.8  बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी को प्रतिबिंबित करता है। 

  • भारतीय निवासियों की विदेश में वित्तीय आस्तियाँ सितंबर 2015 के अंत में 528.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही जिनमें पिछली तिमाही से 5.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी देखी गई, इसका कारण मुख्य रूप से रिजर्व आस्तियों में 5.7 बिलियन डॉलर और व्यापारिक ऋण में 1.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी रहा।

  • भारत में विदेशी-स्वाधिकृत आस्तियां पिछली तिमाही से 11.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से कम होकर इस तिमाही में 886.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गईं। ऐसा मुख्यत: इस तिमाही के दौरान भारत में संविभाग निवेश और ऋण में क्रमशः 13.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 1.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी के कारण हुआ,जबकि तिमाही के दौरान मुद्रा और जमाएं 1.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढी।

  • विनिमय दर में उतार-चढ़ाव के प्रभाव: रुपये के विनिमय दर में अन्य मुद्राओं की तुलना में परिवर्तन ने देयताओं को अमेरिकी डॉलर में मूल्यांकन करने पर, बदलाव को प्रभावित किया। इस तिमाही के दौरान, निवल इक्विटी अंतर्वाह 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा,तथापि, इस अवधि के दौरान रुपये के अवमूल्यन के कारण बकाया देनदारियों के पुनर्मूल्यांकन के कारण बकाया इक्विटी देयताएँ 10.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर से घटकर जून 2015 के 409.9 बिलियन अमरीकी डॉलर से सितंबर 2015 में  399.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गईं।

  • भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं का अनुपात सितंबर 2015 में 59.6 प्रतिशत हुआ। (जोकि जून 2015 में 59.5 प्रतिशत था)।

 बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की रचना

  • भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों में सितंबर 2015 में आरक्षित आस्तियों का प्रमुख भाग (66.3 प्रतिशत) बना रहा, जिसके बाद विदेश में प्रत्यक्ष निवेश का हिस्सा (25.7 प्रतिशत) रहा (सारणी 2)।

  • प्रत्यक्ष निवेश (30.6 प्रतिशत), संविभाग निवेश (25.1 प्रतिशत), ऋण (19.5 प्रतिशत) और मुद्रा और जमा राशियाँ (13.8 प्रतिशत) देश की वित्तीय देयताओं के प्रमुख घटक थे।

ऋण देयताओं की तुलना में ऋणेतर देयताएँ

  • कुल बाह्य देयताओं में ऋणेतर देयताओं की हिस्सेदारी जून 2015 के अंत में 45.7 प्रतिशत से सितंबर 2015 में सीमांत रूप से घटकर 45.0 प्रतिशत हो गई (सारणी 3)।

संगीता दास
निदेशक

प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/1537


सारणी 1: भारत की समग्र अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति
 (बिलियन अमेरिकी डॉलर)
अवधि सितंबर-14(आं.सं.) दिसंबर-14(आं.सं.) मार्च-15(आं.सं.) जून-15(आं.सं.) सितंबर-15(अ)
निवल आईआईपी -361.1 -356.4 -364.7 -363.4 -357.8
क. आस्तियां 488.2 491.8 522.4 534.1 528.3
1. प्रत्यक्ष निवेश 130.8 131.5 132.7 134.1 135.8
2. संविभाग निवेश 1.3 1.4 1.4 1.6 1.7
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां 0.9 1.0 1.1 1.5 1.6
2.2 ऋण प्रतिभूतियां 0.3 0.4 0.4 0.1 0.1
3. अन्य निवेश 42.4 38.2 46.6 42.4 40.5
3.1 व्यापार ऋण 7.0 6.8 5.5 4.5 3.5
3.2 ऋण 5.1 4.2 5.7 4.4 4.3
3.3 मुद्रा और जमाराशियां 15.0 11.9 19.4 17.1 16.7
3.4 अन्य आस्तियां 15.3 15.3 16.0 16.4 16.0
4. आरक्षित आस्तियां 313.8 320.6 341.6 356.0 350.3
ख. देयताएं 849.3 848.2 887.1 897.5 886.1
1. प्रत्यक्ष निवेश 252.7 252.8 265.5 271.1 271.0
2. संविभाग निवेश 216.3 215.1 233.4 236.1 222.6
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां 148.8 145.0 153.6 151.1 140.6
2.2 ऋण प्रतिभूतियां 67.5 70.1 79.7 85.0 82.0
3. अन्य निवेश 380.3 380.3 388.2 390.4 392.5
3.1 व्यापार ऋण 82.5 81.1 83.7 82.2 82.6
3.2 ऋण 176.1 176.0 177.0 174.9 173.2
3.3 मुद्रा और जमाराशियां 108.9 110.2 115.3 120.1 122.0
3.4 अन्य देयताएं 12.8 13.0 12.2 13.3 14.7
मेमो की मदें: देयता अनुपात की तुलना में आस्तियां (%) 57.5 58.0 58.9 59.5 59.6
सं: संशोधित आं.सं.: आंशिक रूप से संशोधित अ: अनंतिम;
संघटक मदों का योग पूर्णांकन करने के कारण कुल योग में जोड़ा नहीं जा सकता।

सारणी 2: भारत की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों और देयताओं की संरचना
(प्रतिशत)
अवधि सितंबर-14(आं.सं.) दिसंबर-14(आं.सं.) मार्च-15(आं.सं.) जून-15(आं.सं.) सितंबर-15(अ)
क. आस्तियां          
1. प्रत्यक्ष निवेश 26.8 26.7 25.4 25.1 25.7
2. संविभाग निवेश 0.3 0.3 0.3 0.3 0.3
3. अन्य निवेश 8.6 7.8 8.9 7.9 7.7
4. आरक्षित आस्तियां 64.3 65.2 65.4 66.7 66.3
आस्तियां/देयताएं 100.0 100.0 100.0 100.0 100.0
ख. देयताएं          
1. प्रत्यक्ष निवेश 29.7 29.8 29.9 30.2 30.6
2. संविभाग निवेश 25.5 25.4 26.3 26.3 25.1
3. अन्य निवेश 44.8 44.8 43.8 43.5 44.3

सारणी 3: भारत के बाह्य ऋण और ऋणेत्तर देयताओं की हिस्सेदारी
(प्रतिशत)
अवधि सितंबर-14(आं.सं.) दिसंबर-14(आं.सं.) मार्च-15(आं.सं.) जून-15(आं.सं.) सितंबर-15(अ)
ऋणेत्तर देयताएं 46.0 45.6 46.0 45.7 45.0
ऋण देयताएं 54.0 54.4 54.0 54.3 55.0
कुल 100.0 100.0 100.0 100.0 100.0

1 भारत की तिमाही अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति एक तिमाही के अंतराल पर प्रसारित की जा रही है और जून 2015 को समाप्त पिछली तिमाही की आईआईपी 30 सितंबर 2015 को वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई थी।

RbiTtsCommonUtility

प्ले हो रहा है
सुनें

संबंधित एसेट

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

RbiSocialMediaUtility

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

Scan Your QR code to Install our app

RbiWasItHelpfulUtility

क्या यह पेज उपयोगी था?