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भारत के अंतरराष्ट्रीय निवेश की स्थिति (आईआईपी), सितंबर 2016

30 दिसंबर 2016

भारत के अंतरराष्ट्रीय निवेश की स्थिति (आईआईपी), सितंबर 20161

अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, एक सांख्यिकीय विवरण है जो एक कालावधि के अंत तक, किसी अर्थव्यवस्था के (क) निवासियों की वित्तीय आस्तियों का, जो अनिवासियों पर दावे होते हैं, तथा आरक्षित आस्तियों के रूप में धारित स्वर्ण बुलियन का और (ख) निवासियों की अनिवासियों के प्रति वित्तीय देयताओं के मूल्य और संरचना बताती है। एक अर्थव्यवस्था की बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं के बीच का अंतर उस अर्थव्यवस्था की शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति होती है, जो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकती है । इस प्रकार का अंतर्राष्ट्रीय लेखों का तुलन पत्र विश्लेषण, अर्थव्यवस्था के बाह्य क्षेत्र के टिकने की क्षमताओं और दुर्बलताओं को समझने में मदद करता है। और आर्थिक संरचना का विश्लेषण करने में उपयोगी भी होता है।

सितंबर 2016 को समाप्त तिमाही के लिए अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति के मुख्य अंश निम्नानुसार हैं:

I. समग्र अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति

  • अनिवासियों के भारत पर शुद्ध दावे (जो शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति दर्शाती है) पिछली तिमाही से 14.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर सितंबर 2016 के अंत तक 367.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गए (सारणी 1)। शुद्ध स्थिति में यह परिवर्तन, भारत में विदेशी-स्वाधिकृत आस्तियों के मूल्य में 27.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी के साथ-साथ भारतीय निवासियों की विदेश में वित्तीय आस्तियों के मूल्य में 12.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी को प्रतिबिंबित करता है।

  • भारतीय निवासियों की विदेश में वित्तीय आस्तियाँ, सितंबर 2016 के अंत में 564.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही जिनमें पिछली तिमाही से 12.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि देखी गई, इसका कारण मुख्य रूप से रिजर्व आस्तियों में 8.5 बिलियन डॉलर और मुद्रा और जमा में 3.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई, जबकि तिमाही के दौरान प्रत्यक्ष निवेश में 3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक की कमी आई।

  • भारत में विदेशी-स्वाधिकृत आस्तियां पिछली तिमाही से 27.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर सितंबर 2016 के अंत में 932.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गईं। ऐसा मुख्यत: इस तिमाही के दौरान भारत में प्रत्यक्ष और संविभाग निवेश में क्रमशः 17.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 11.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि के कारण हुआ।

  • विनिमय दर में उतार-चढ़ाव के प्रभाव: रुपये के विनिमय दर में अन्य मुद्राओं की तुलना में परिवर्तन ने देयताओं को अमेरिकी डॉलर में मूल्यांकन करने पर, उन में बदलाव को प्रभावित किया। इस अवधि के दौरान, निवल इक्विटी अंतर्वाह 17.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। तथापि, इक्विटी देयताएँ जून 2016 के 421.7 बिलियन अमरीकी डॉलर से 23.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर सितंबर 2016 में 445.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गईं।

  • भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं का अनुपात सितंबर 2016 में 60.6 प्रतिशत हुआ। (जोकि जून 2016 में 61.0 प्रतिशत था)।

II. बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की रचना

  • भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों में सितंबर 2016 में आरक्षित आस्तियों का प्रमुख भाग (65.9 प्रतिशत) बना रहा, जिसके बाद विदेश में प्रत्यक्ष निवेश का हिस्सा (24.8 प्रतिशत) रहा (सारणी 2)।

  • प्रत्यक्ष निवेश (33.4 प्रतिशत), संविभाग निवेश (24.9 प्रतिशत), ऋण (17.9 प्रतिशत), और मुद्रा और जमा राशियाँ (14.0 प्रतिशत) सितंबर 2016 में देश की वित्तीय देयताओं के प्रमुख घटक थे।

III. ऋण देयताओं की तुलना में ऋणेतर देयताएँ

  • ऋणेतर देयताओं की हिस्सेदारी जून 2016 के अंत में 46.6 प्रतिशत से सितंबर 2016 में बढ़कर 47.8 प्रतिशत हो गई (सारणी 3)।

जोस जे. कट्टूर
मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2016-17/1720


सारणी 1: भारत की समग्र अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति
(बिलियन अमेरिकी डॉलर)
अवधि सितंबर-15 (आं.सं.) दिसंबर-15 (आं.सं.) मार्च-16 (आं.सं.) जून-16 (आं.सं.) सितंबर-16 (अ.)
निवल आईआईपी -357.0 -361.7 -361.2 -352.8 -367.6
क. आस्तियां 529.5 532.8 550.1 552.3 564.8
1. प्रत्यक्ष निवेश 135.8 139.0 141.6 143.4 140.2
2. संविभाग निवेश 1.7 1.7 2.5 1.6 2.3
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां 1.6 1.6 1.5 1.6 2.0
2.2 ऋण प्रतिभूतियां 0.1 0.1 1.0 0.0 0.3
3. अन्य निवेश 41.7 41.7 45.8 43.8 50.3
3.1 व्यापार ऋण 4.7 4.5 2.9 2.4 2.2
3.2 ऋण 4.3 3.7 6.7 4.8 6.3
3.3 मुद्रा और जमाराशियां 16.7 17.3 20.9 21.3 26.5
3.4 अन्य आस्तियां 16.0 16.2 15.3 15.3 15.3
4. आरक्षित आस्तियां 350.3 350.4 360.2 363.5 372.0
ख. देयताएं 886.5 894.5 911.3 905.1 932.4
1. प्रत्यक्ष निवेश 271.3 282.6 293.9 294.1 311.7
2. संविभाग निवेश 225.4 225.3 224.8 220.5 232.1
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां 143.6 141.7 141.9 141.5 148.1
2.2 ऋण प्रतिभूतियां 81.8 83.6 82.9 79.0 84.0
3. अन्य निवेश 389.8 386.6 392.6 390.5 388.6
3.1 व्यापार ऋण 81.3 79.6 82.3 82.1 81.9
3.2 ऋण 171.7 170.8 170.5 170.3 167.0
3.3 मुद्रा और जमाराशियां 122.0 122.8 127.1 126.5 130.2
3.4 अन्य देयताएं 14.8 13.4 12.7 11.6 9.5
मेमो की मदें: देयता अनुपात की तुलना में आस्तियां (%) 59.7 59.6 60.4 61.0 60.6
सं: संशोधित आं.सं.: आंशिक रूप से संशोधित अ: अनंतिम;
संघटक मदों का योग पूर्णांकन करने के कारण कुल योग में जोड़ा नहीं जा सकता।

सारणी 2: भारत की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों और देयताओं की संरचना
(प्रतिशत)
अवधि सितंबर-15(आं.सं.) दिसंबर-15(आं.सं.) मार्च-16(आं.सं.) जून-16(आं.सं.) सितंबर-16(अ)
क. आस्तियां          
1. प्रत्यक्ष निवेश 25.6 26.1 25.7 26.0 24.8
2. संविभाग निवेश 0.3 0.3 0.5 0.3 0.4
3. अन्य निवेश 7.9 7.8 8.3 7.9 8.9
4. आरक्षित आस्तियां 66.2 65.8 65.5 65.8 65.9
आस्तियां/देयताएं 100.0 100.0 100.0 100.0 100.0
ख. देयताएं  
1. प्रत्यक्ष निवेश 30.6 31.6 32.2 32.5 33.4
2. संविभाग निवेश 25.4 25.2 24.7 24.4 24.9
3. अन्य निवेश 44.0 43.2 43.1 43.1 41.7

सारणी 3: भारत के बाह्य ऋण और ऋणेत्तर देयताओं की हिस्सेदारी
(प्रतिशत)
अवधि सितंबर-15(आं.सं.) दिसंबर-15(आं.सं.) मार्च-16(आं.सं.) जून-16(आं.सं.) सितंबर-16(अ)
ऋणेत्तर देयताएं 45.3 46.0 46.3 46.6 47.8
ऋण देयताएं 54.7 54.0 53.7 53.4 52.2
कुल 100.0 100.0 100.0 100.0 100.0

1 भारत की तिमाही अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति एक तिमाही के अंतराल पर प्रसारित की जा रही है और जून 2016 को समाप्त पिछली तिमाही की आईआईपी 30 सितंबर 2016 को वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई थी।

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