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भारत की तिमाही अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति : दिसंबर 2011

30 मार्च 2012

भारत की तिमाही अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति : दिसंबर 2011

अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, एक सांख्यिकीय विवरण है जो एक कालावधि के अंत तक, किसी अर्थव्यवस्था के (अ) निवासियों की वित्तीय आस्तियों का, जो अनिवासियों पर दावे होते हैं, तथा आरक्षित आस्तियों के रूप में धारित स्वर्ण बुलियन का और (ब) निवासियों की अनिवासियों के प्रति वित्तीय देयताओं का मूल्य और संरचना बताती है। एक अर्थव्यवस्था की बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं के बीच का अंतर, उस अर्थव्यवस्था की शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति होती है, जो घटनात्मक या ऋणात्मक हो सकती है। इस प्रकार का, अंतर्राष्ट्रीय लेखों का तुलन पत्र विश्लेषण, टिकने की क्षमताओं और दुर्बलताओं को समझने में मदद करता है और वित्तीय संसाधनों के घरेलू स्त्रोत और अन्य नीति सोच-विचार से सम्बन्ध का अध्ययन करते हुए, अर्थव्यवस्था संरचना के विश्लेषण में उपयोगी है।

भारत की शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति की शुद्धदेयताओं के स्तर में सितंबर 2011 अंत के 204.0 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में, दिसंबर 2011 के अंत में 215.7 बिलियन अमरीकी डॉलर पर बढ़त हुई। शुद्ध देयताओं के स्तर में यह बढ़त मुख्यत: अस्तियों में 20.7 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट के कारण थी जिसे देयताओं की 9.0 बिलियन अमरीकी डालर की गिरावट ने प्रति संतुलित किया। साथही, इस बढ़त में विनिमय दर में अस्थिरता के कारण होने वाले मूल्यांकन परिवर्तन प्रतिबिंबित है ।

दिसंबर 2011 को समाप्त तिमाही की भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति की मुख्य बातें नीचे प्रस्तुत हैं:

I. समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति

क तिमाही परिवर्तन:

  • अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियाँ, दिसंबर 2011 के अंत तक, पिछली तिमाही में, 20.7 बिलियन अमरीकी डॉलर घट कर 432.3 बिलियन अमरीकी डॉलर हुईं (तालिका 1)। आरक्षित आस्तियाँ, जो प्रमुख स्त्रोत बनी रहीं, दिसंबर 2011 अंत तक 14.8 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट से 296.7 बिलियन अमरीकी डॉलर हुईं। अन्य स्त्रोतों में, विदेश में प्रत्यक्ष निवेश, इस तिमाही में, 1.9 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर दिसंबर 2011 के अंत तक 111.3 बिलियन अमरीकी डॉलर पर पहुँची।

  • अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताएँ, पिछली तिमाही से 9.0 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट से दिसंबर 2011 अंत तक 648.0 बिलियन अमरीकी डॉलर हुई। भारत में प्रत्यक्ष निवेश और संविभाग निवेश, दिसंबर 2011 अंत तक, क्रमश: 10.9 बिलियन अमरीकी डॉलर और 6.2 बिलियन अमरीकी डॉलर कम हुआ और अन्य निवेश में, व्यापार ऋण और उधार [मुख्यत: बाह्य व्यापार ऋण (ईसीबी)] क्रमश: 2.6 बिलियन अमरीकी डॉलर और 4.2 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़े।

  • इस तिमाही में रुपया के मूल्य -ह्रास के कारण, सितंबर 2011 की इक्विटी देयताएँ, दिसंबर 2011 के अंत के विनिमय दर पर मूल्यांकन करने पर 27.0 बिलियन अमरीकी डॉलर से नीचे की ओर पुनर्मूल्यांकित हूईं (प्रत्यक्ष निवेश में 16.6 बिलियन अमरीकी डॉलर और संविभाग निवेश में 10.4 बिलियन अमरीकी डॉलर)।

  • अनिवासियों के भारत पर शुद्ध दावे, जो शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियाँ – अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताएँ) दर्शाती है, पिछली तिमाही में 11.7 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर, दिसंबर 2011 अंत तक 215.7 बिलियन अमरीकी डॉलर हुए।

  • भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों के अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं से अनुपात की घटती प्रवृत्ति, दिसंबर 2011 के अंतिम तिमाही के दौरान भी घट कर अनुपात 66.7 प्रतिशत जारी रही (सितंबर 2011 अंत में 6 9.0 प्रतिशत)।

तालिका 1: समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति

(बिलियन अमरीकी डॉलर)

अवधि

दिसं. 09
 सं

मार्च 10
आं सं

जून 10
आं सं

सितं. 10
आं सं

दिसं. 10
आं सं

मार्च 11
आं सं

जून 11
आं सं

सितं. 11
आं सं

दिसं. 11

शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति

-126.4

-155.7

-164.5

-195.9

-210.0

-211.1

-224.6

-204.0

-215.7

क. आस्तियाँ

385.6

388.0

390.8

415.8

423.6

439.5

451.2

453.0

432.3

1. प्रत्यक्ष निवेश

80.9

84.3

87.6

91.5

96.4

100.8

106.4

109.4

111.3

2. संविभाग निवेश

1.0

1.4

1.4

1.6

1.6

1.5

1.5

1.4

1.4

2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ

0.9

1.4

1.4

1.5

1.6

1.4

1.4

1.4

1.4

2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ

0.0

0.0

0.0

0.0

0.0

0.1

0.0

0.0

0.0

3. अन्य निवेश

20.2

23.3

26.1

29.9

28.2

32.4

27.6

30.8

22.9

3.1 व्यापार ऋण

1.7

2.3

6.0

4.5

5.8

6.4

6.3

9.3

0.1

3.2 ऋण

3.7

5.9

3.6

6.3

4.0

6.3

4.2

4.1

4.7

3.3 मुद्रा और जमाराशियाँ

7.7

7.7

7.8

10.3

9.1

10.9

7.6

7.8

7.6

3.4 अन्य आस्तियाँ

7.2

7.4

8.6

8.9

9.3

8.8

9.5

9.6

10.5

4. आरक्षित आस्तियाँ

283.5

279.1

275.7

292.9

297.3

304.8

315.7

311.5

296.7

ख. देयताएँ

512.0

543.7

555.3

611.7

633.5

650.6

675.7

657.0

648.0

1. प्रत्य क्षनिवेश

171.4

182.1

183.2

197.7

204.7

211.1

224.5

212.6

201.7

2. संविभाग निवेश

117.2

133.9

135.2

163.7

171.2

173.6

176.0

161.4

155.2

2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ

93.4

105.3

106.6

130.5

138.2

138.9

141.4

128.0

119.4

2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ

23.8

28.5

28.6

33.3

33.0

34.7

34.6

33.4

35.8

3. अन्य निवेश

223.3

227.7

237.0

250.3

257.6

265.9

275.2

283.0

291.0

3.1 व्यापार ऋण

45.1

49.5

53.8

56.6

57.9

60.7

63.7

66.7

69.3

3.2 ऋण

122.1

121.6

126.6

134.7

140.2

144.9

150.0

155.8

160.0

3.3 मुद्रा और जमाराशियाँ

48.2

48.6

48.8

50.5

51.3

51.8

53.0

52.4

52.6

3.4 अन्य देयताएँ

8.1

8.1

7.9

8.5

8.1

8.5

8.5

8.1

9.1

सं: संशोधित                    आं सं: आंशिक संशोधित                                 अ: अनंतिम
टिप्पणी – जहाँ आवश्यक हुआ, हर संख्या को निकटतम अंतिम अंक तक पूर्णांकित किया गया है। इस कारण, कुछ तालिकाओं में, घटको का जोड़ कुल संख्या से थोडा भिन्न हो सकता है । इस तालिका में दी गई टिप्पणियाँ अन्य तालिकाओं के लिए भी लागू हैं।

(ख) वार्षिक परिवर्तन:

  • अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियाँ, दिसंबर 2011 अंत तक एक वर्ष में 8.7 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़ीं (तालिका 1)। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों में, विदेश में प्रत्यक्ष निवेश मेँ 14.9 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई और आरक्षित आस्तियाँ 0.6 बिलियन अमरीकी डॉलर से गिरी।

  • अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताएँ, वार्षिक तुलना में, दिसंबर 2011 अंत तक 14.5 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि से 648.0 बिलियन अमरीकी डॉलर हुईं। यह वृद्धि प्रमुख रुप से भारत में ऋण [मुख्यत: बाहय वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) ] और व्यापार ऋण में वृद्धि के कारण थी। विदेशी व्यापार बढ़ने से, भारतीय उद्यम को दिए गए व्यापार ऋण में 11.3 बिलियन अमरीकी डॉलर की वार्षिक वृद्धि हुई।

  • उल्लिखित विदेशी आस्तियों और देयताओं में परिवर्तन के कारण अनिवासियों के भारत पर शुद्ध दावों में, दिसंबर 2011 के अंत में वार्षिक 5.7 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई (तालिका 1)।

  • अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों का अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं के अनुपात दिसंबर 2009 में 75.3 प्रतिशत पर था जो दिसंबर 2010 में 66.9 प्रतिशत पर गिरा और आगे दिसंबर 2011 में 66.7 प्रतिशत पर संयमित रहा। इसका कारण 2011 में आस्तियों में वृद्धि की प्रवृत्ति की तुलना में देयताओं में उच्च वृद्धि की प्रवृत्ति है।

II. बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की रचना
  • भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों में, दिसंबर 2011 में, आरक्षित आस्तियों का प्रमुख भाग (68.7 प्रतिशत) बना रहा जिसके बाद विदेश में प्रत्यक्ष निवेश का (25.8 प्रतिशत) हिस्सा रहा (तालिका 2)।

  • प्रत्यक्ष निवेश (31.1 प्रतिशत), संविभाग निवेश (24.0 प्रतिशत), ऋण [मुख्यत: बाह्य व्यापार ऋण (ईसीबी)] (24.7 प्रतिशत), व्यापार ऋण (10.7 प्रतिशत) तथा मुद्रा और जमाराशियाँ (8.1 प्रतिशत) देश की बाह्य वित्तीय देयताओं के प्रमुख घटक थे।

तालिका 2: बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की संरचना

(प्रतिशत)

अवधि

दिसं. 09
सं

मार्च 10
आं सं

जून 10
आं सं

सितं.
10
आं सं

दिसं. 10
आं सं

मार्च 11
आं सं

जून 11
आं सं

सितं. 11
आं अ

दिसं. 11

क. आस्तियाँ 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

1. प्रत्यक्ष निवेश

21.0

21.7

22.4

22.0

22.8

22.9

23.6

24.1

25.8

2. संविभाग निवेश

0.3

0.4

0.4

0.4

0.4

0.3

0.3

0.3

0.3

3. अन्य निवेश

5.2

6.0

6.7

7.2

6.6

7.4

6.1

6.8

5.2

4. आरक्षित आस्तियाँ

73.5

71.9

70.6

70.4

70.2

69.4

70.0

68.8

68.7

कुल

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

ख. देयताएँ

 

 

 

 

 

 

 

 

 

1. प्रत्यक्ष निवेश

33.5

33.5

33.0

32.3

32.3

32.5

33.2

32.3

31.1

2. संविभाग निवेश

22.9

24.6

24.3

26.8

27.0

26.7

26.1

24.6

24.0

3. अन्य निवेश

43.6

41.9

42.7

40.9

40.7

40.8

40.7

43.1

44.9

कुल

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

III. बाह्य ऋण देयताएँ और बाह्य ऋणेतर देयताएँ

  • अमरीकी डॉलर मूल्यों के संदर्भ में, प्रत्यक्ष और संविभाग निवेश देयताओं में संयमन के कारण, ऋणेतर देयताओं का भाग दिसंबर 2011 अंत में 48.2 प्रतिशत पर, सितंबर 2011 अंत के 50.5 प्रतिशत से नीचे रहा (तालिका 3) ।

तालिका 3 : बाह्य ऋण और ऋणेतर देयताओं का भाग

(प्रतिशत)

अवधि

दिसं. 09
सं

मार्च 10
आं सं

जून 10
आं सं

सितं. 10
आं सं

दिसं. 10
आं सं

मार्च 11
आं सं

जून 11 आं सं

सितं. 11
आं अ

दिसं. 11

ऋणेतर देयताएँ

50.4

51.8

51.1

52.6

53.1

52.8

52.9

50.5

48.2

ऋण देयताएँ

49.6

48.2

48.9

47.4

46.9

47.2

47.1

49.5

51.8

कुल

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के विशेष आँकड़ा प्रसारमानक के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति संबंधी आँकड़े, दो तिमाहियों के अंतराल से, वार्षिक जारी करने होते हैं (तिमाही प्रकाशन, एक तिमाही के अंतराल से प्रोत्साहित है)। भारत की तिमाही अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, जून 2006 अंत तक से, दो तिमाहियों से कम अंतराल से प्रसारित की जा रही थी और इसके पश्चात, जून 2009 तिमाही से, अंतराल एक तिमाही तक कम किया गया। सितंबर 2011 अंत तक की पिछली त्रैमासिक अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, 30 दिसंबर 2011 को सार्वजनिक डोमेन में रखी गई थी।

अजीत प्रसाद
सहायक महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2011-2012/1566

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