30 जून 2011 भारत की तिमाही अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति: मार्च 2011 अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइआइपी), एक सांख्यिकीय विवरण है जो एक कालावधि के अंत तक, (अ) किसी अर्थव्यवस्था के निवासियों की वित्तीय आस्तियों का, जो अनिवासियों पर दावे होते हैं, तथा, आरक्षित आस्तियों के रूप में धारित सुवर्ण बुलियन का और (ब) निवासियों की, अनिवासियों के प्रति वित्तीय देयताओं का मूल्य और संरचना बताती है। एक अर्थव्यवस्था की बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं के बीच का अंतर, उस अर्थव्यवस्था की शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति होती है, जो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकती है। इस प्रकार का, अंतर्राष्ट्रीय लेखा का तुलन पत्र विश्लेषण, टिकने की क्षमताओं और दुर्बलताओं को समझने में मदद करता है और वित्तीय संसाधनों के घरेलू स्त्रोत और अन्य नीति सोच-विचार से सम्बन्ध का अध्ययन करते हुए, अर्थव्यवस्था संरचना के विश्लेषण में उपयोगी है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के विशेष आँकड़ा प्रसार मानक के अनुसार,अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति संबंधी आँकड़े,दो तिमाहियों के अंतराल से, वार्षिक जारी करने होते हैं (तिमाही प्रकाशन एक तिमाही के अंतराल से, प्रोत्साहित है)। भारत की तिमाही अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, जून 2006 अंत तक से, दो तिमाहियों से कम अंतराल से प्रसारित की जा रही थी और इसके पश्चात, जून 2009 तिमाही से, अंतराल एक तिमाही तक कम किया गया। पिछली, दिसंबर 2010 के अंत तक की त्रैमासिक अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, सार्वजनिक डोमेन में 31 मार्च 2011 को रखी गई थी। मार्च 2011 को समाप्त तिमाही की भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति की मुख्य बातें नीचे प्रस्तुत हैं: I समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (क) तिमाही परिवर्तन:
-
अनिवासियों के भारत पर शुद्ध दावे,जो शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियाँ - अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताएँ) दर्शाती है, मार्च 2011 अंत तक, पिछली तिमाही से, 1.5 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर, 218.9 बिलियन अमरीकी डॉलर हुए जो मुख्यत:, व्यापक रूप से, प्रत्यक्ष निवेश तथा बाह्य व्यापार ऋण (ईसीबी) के शुद्ध अंतर्वाह में वृद्धि के कारण था (तालिका I)।
-
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियाँ, मार्च 2011 के अंत तक, पिछली तिमाही की तुलना में, 14.5 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 424.5 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गयीं। आरक्षित आस्तियाँ, जो प्रमुख स्त्रोत बनी रहीं, मार्च 2011 अंत तक 7.5 बिलियन अमरीकी डॉलर की बढ़त से 304.8 बिलियन अमरीकी डॉलर हुईं। अन्य स्त्रोत में, विदेश में प्रत्यक्ष निवेश, तिमाही में, 4.3 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर, मार्च 2011 अंत तक 98.2 बिलियन अमरीकी डॉलर पर पहुँचा।
तालिका I. समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति
(बिलियन अमरीकी डॉलर)
अवधि |
मार्च 09 सं |
जून 09 आं सं |
सितं.09 आं सं |
दिसं.09 आं सं |
मार्च 10 आं सं |
जून 10 आं सं |
सितं.10 आं सं |
दिसं.10 आं सं |
मार्च 11 अ |
शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति |
-66.6 |
-89.6 |
-103.9 |
-127.1 |
-158.4 |
-174.1 |
-201.4 |
-217.4 |
-218.9 |
क. आस्तियाँ |
344.7 |
356.2 |
374.5 |
380.6 |
381.1 |
376.5 |
404.8 |
410.0 |
424.5 |
1. प्रत्यक्ष निवेश |
67.6 |
71.7 |
75.1 |
79.3 |
82.0 |
85.2 |
89.0 |
93.9 |
98.2 |
2. संविभाग निवेश |
1.0 |
1.0 |
1.1 |
1.0 |
1.4 |
1.4 |
1.6 |
1.6 |
1.5 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ |
1.0 |
1.0 |
1.0 |
0.9 |
1.4 |
1.4 |
1.5 |
1.6 |
1.4 |
2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ |
0.0 |
0.0 |
0.0 |
0.0 |
0.0 |
0.0 |
0.0 |
0.0 |
0.1 |
3. अन्य निवेश |
24.0 |
18.3 |
17.1 |
16.9 |
18.7 |
14.1 |
21.3 |
17.1 |
20.0 |
3.1 व्यापार ऋण |
0.9 |
-0.8 |
-2.4 |
-1.7 |
-2.3 |
-6.0 |
-4.1 |
-5.3 |
-5.9 |
3.2 ऋण |
6.2 |
5.5 |
4.4 |
3.7 |
5.9 |
3.6 |
6.3 |
4.0 |
6.3 |
3.3 मुद्रा और जमा राशियाँ |
10.2 |
6.8 |
8.0 |
7.7 |
7.7 |
7.8 |
10.3 |
9.1 |
10.9 |
3.4 अन्य आस्तियाँ |
6.7 |
6.8 |
7.1 |
7.2 |
7.4 |
8.6 |
8.9 |
9.3 |
8.8 |
4. आरक्षित आस्तियाँ |
252.0 |
265.1 |
281.3 |
283.5 |
279.1 |
275.7 |
292.9 |
297.3 |
304.8 |
ख. देयताएँ |
411.3 |
445.8 |
478.3 |
507.7 |
539.4 |
550.5 |
606.2 |
627.4 |
643.4 |
1. प्रत्यक्ष निवेश |
127.6 |
144.6 |
155.2 |
167.2 |
177.8 |
178.4 |
192.1 |
198.4 |
204.2 |
2. संविभाग निवेश |
83.2 |
95.9 |
106.0 |
117.2 |
133.9 |
135.2 |
164.0 |
171.5 |
173.9 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ |
63.1 |
75.6 |
85.1 |
93.4 |
105.3 |
106.6 |
130.5 |
138.2 |
138.9 |
2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ |
20.1 |
20.3 |
20.9 |
23.8 |
28.6 |
28.6 |
33.5 |
33.3 |
35.0 |
3. अन्य निवेश |
200.5 |
205.3 |
217.1 |
223.3 |
227.8 |
237.0 |
250.2 |
257.5 |
265.3 |
3.1 व्यापार ऋण |
41.8 |
40.6 |
41.9 |
45.1 |
49.5 |
53.8 |
56.6 |
57.9 |
60.7 |
3.2 ऋण |
113.8 |
116.7 |
120.7 |
122.0 |
121.6 |
126.6 |
134.6 |
140.0 |
144.4 |
3.3 मुद्रा और जमा राशियाँ |
42.3 |
45.4 |
46.7 |
48.2 |
48.6 |
48.8 |
50.5 |
51.3 |
51.8 |
3.4 अन्य देयताएँ |
2.5 |
2.7 |
7.9 |
8.1 |
8.1 |
7.8 |
8.5 |
8.1 |
8.5 |
सं: संशोधित आं सं: आंशिक संशोधित अ: अनंतिम
टिप्पणी – जहाँ आवश्यक हुआ, हर संख्या को निकटतम अंतिम अंक तक पूर्णांकित किया गया है। इस कारण, कुछ तालिकाओं में, घटको का जोड़ कुल संख्या तक न आए। इस तालिका में दी गई टिप्पणियाँ अन्य तालिकाओं के लिए भी लागू हैं।
-
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताएँ, पिछली तिमाही से, मार्च 2011 अंत तक 16.0 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि से, 643.4 बिलियन अमरीकी डॉलर पर पहुँचीं। भारत में प्रत्यक्ष निवेश और संविभाग निवेश, मार्च 2011 अंत तक, क्रमश: 5.8 बिलियन अमरीकी डॉलर और 2.4 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़ा और अन्य निवेश में, व्यापार ऋण और ऋण [मुख्यत: बाह्य व्यापार ऋण (ईसीबी)] क्रमश: 2.8 बिलियन अमरीकी डॉलर और 4.4 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़े।
-
अंतिम तिमाही के दौरान, भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों के, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं से अनुपात की घटती प्रवृत्ति में मामूली सुधार रहा और मार्च 2011 अंत तक अनुपात 66.0 प्रतिशत हो गया (दिसंबर 2010 में 65.3 प्रतिशत)।
(ख) वार्षिक परिवर्तन:
-
अनिवासियों के भारत पर शुद्ध दावों में, वार्षिक तुलना में, मार्च 2011 अंत तक 60.5 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई, जिस का कारण मुख्यत:, भारत में प्रत्यक्ष निवेश और संविभाग निवेश के शुद्ध अंतर्वाह में तथा बाह्य व्यापार ऋण (ईसीबी) में वृद्धि थी (तालिका I) जबकि साथ ही आरक्षित आस्तियाँ 25.7 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढीं।
-
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियाँ, एक वर्ष में, मार्च 2011 अंत तक 43.4 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़ीं। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों में, विदेश में प्रत्यक्ष निवेश और आरक्षित आस्तियाँ, क्रमश: 16.2 बिलियन अमरीकी डॉलर और 25.7 बिलियन अमरीकी डॉलर पर पहुँचे। अन्य स्त्रोत में, मुद्रा और जमा राशियों में 3.2 बिलियन अमरीकी डॉलर की अल्प बढ़ोतरी दर्ज हुई।
-
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताएँ, वार्षिक तुलना में, मार्च अंत तक 104.0 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि से, 643.4 बिलियन अमरीकी डॉलर तक तेज़ी से चढ़ीं। भारत में प्रत्यक्ष और संविभाग निवेश, क्रमश: 26.4 बिलियन अमरीकी डॉलर और 40.0 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़े। अन्य देयताओं में, ऋण [मुख्यत: बाह्य व्यापार ऋण (ईसीबी)], तथा मुद्रा और जमा राशियाँ (मुख्यत: अनिवासी भारतीयों की जमा राशियाँ), क्रमश: 22.8 बिलियन अमरीकी डॉलर और 3.2 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़े। वाणिज्य व्यापार बढ़ने से भारतीय उद्यम को दिए गए व्यापार ऋण में 11.2 बिलियन अमरीकी डॉलर की वार्षिक वृद्धि हुई।
-
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों के, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं से अनुपात में, मार्च 2009 में 83.8 प्रतिशत से मार्च 2010 में 70.6 प्रतिशत और मार्च 2011 में 66.0 प्रतिशत पर काफी गिरावट हुई जो, आस्तियों में वृद्धि की प्रवृत्ति, देयताओं में वृद्धि से अति पीछे होने के परिणामस्वरूप थी।
II अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों और देयताओं का सकल घरेलू उत्पाद (वर्तमान बाज़ार क़ीमतों पर जीडीपी) से अनुपात
-
भारत की शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति का, सकल घरेलू उत्पाद (वर्तमान बाज़ार क़ीमतों पर) से अनुपात, मार्च 2010 अंत तक के (-)10.9 प्रतिशत की तुलना में, मार्च 2011 अंत तक (-)12.4 प्रतिशत था (तालिका II)।
-
कुल अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों का सकल घरेलू उत्पाद से अनुपात, मार्च 2011 अंत तक 24.1 प्रतिशत पर, मार्च 2010 अंत तक 26.3 प्रतिशत की तुलना में घटा। आरक्षित आस्तियों का सकल घरेलू उत्पाद से अनुपात, मार्च 2010 अंत तक 19.2 प्रतिशत से मार्च 2011 अंत तक 17.3 प्रतिशत पर कम हुआ।
-
कुल बाह्य वित्तीय देयताओं का सकल घरेलू उत्पाद से अनुपात, मार्च 2010 अंत तक के 37.2 प्रतिशत से मार्च 2011 अंत तक 36.5 प्रतिशत पर गिरा।
-
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं में, प्रत्यक्ष निवेश के सकल घरेलू उत्पाद से अनुपात में, मार्च 2011 अंत तक 11.6 प्रतिशत पर, मार्च 2010 अंत तक 12.3 प्रतिशत के मुक़ाबले कमी आई। संविभाग निवेश का सकल घरेलू उत्पाद से अनुपात, वृद्धि की प्रवृत्ति दर्शाते हुए, मार्च 2009 अंत तक 7.6 प्रतिशत से मार्च 2010 अंत तक 9.2 प्रतिशत हुआ, जो और बढ़कर मार्च 2011 अंत तक 9.9 प्रतिशत हुआ।
तालिका II. बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं का सकल घरेलू उत्पाद वर्तमान बाज़ार क़ीमतों पर) से अनुपात
(प्रतिशत)
अवधि |
मार्च 09 (सं) |
मार्च 10 (आं सं) |
मार्च 11 (अ) |
शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आस्तियाँ - देयताएँ) |
-6.1 |
-10.9 |
-12.4 |
क. आस्तियाँ |
31.5 |
26.3 |
24.1 |
1. प्रत्यक्ष निवेश |
6.2 |
5.7 |
5.6 |
2. संविभाग निवेश |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ |
0.1 |
0.1 |
0.1 |
2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ |
0.0 |
0.0 |
0.0 |
3. अन्य निवेश |
2.2 |
1.3 |
1.1 |
3.1 व्यापार ऋण |
0.1 |
-0.2 |
-0.3 |
3.2 ऋण |
0.6 |
0.4 |
0.4 |
3.3 मुद्रा और जमा राशियाँ |
0.9 |
0.5 |
0.6 |
3.4 अन्य आस्तियाँ |
0.6 |
0.5 |
0.5 |
4. आरक्षित आस्तियाँ |
23.0 |
19.2 |
17.3 |
ख. देयताएँ |
37.5 |
37.2 |
36.5 |
1. प्रत्यक्ष निवेश |
11.6 |
12.3 |
11.6 |
2. संविभाग निवेश |
7.6 |
9.2 |
9.9 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ |
5.8 |
7.3 |
7.9 |
2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ |
1.8 |
2.0 |
2.0 |
3. अन्य निवेश |
18.3 |
15.7 |
15.0 |
3.1 व्यापार ऋण |
3.8 |
3.4 |
3.4 |
3.2 ऋण |
10.4 |
8.4 |
8.2 |
3.3 मुद्रा और जमा राशियाँ |
3.9 |
3.4 |
2.9 |
3.4 अन्य देयताएँ |
0.2 |
0.6 |
0.5 |
III. बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की रचना
-
भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों में, मार्च 2011 में, आरक्षित आस्तियों का प्रमुख भाग (71.8 प्रतिशत) जारी रहा, जबकि प्रत्यक्ष निवेश (23.1 प्रतिशत) अन्य मुख्य स्त्रोत था (तालिका III)।
-
प्रत्यक्ष निवेश (31.7 प्रतिशत), संविभाग निवेश (27.0 प्रतिशत), ऋण [(मुख्यत: बाह्य व्यापार ऋण (ईसीबी)] (22.4 प्रतिशत) और मुद्रा और जमा राशियों (मुख्यत: अनिवासी भारतीयों की जमा राशियाँ) (8.1 प्रतिशत) का एकत्र योग, देश की बाह्य वित्तीय देयताओं में अधिकांश भागथा।
तालिका III. बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की रचना
(प्रतिशत)
अवधि |
मार्च 09 सं |
जून 09 आं सं |
सितं.09 आं सं |
दिसं.09 आं सं |
मार्च 10 आं सं |
जून 10 आं सं |
सितं. 10 आं सं |
दिसं 10 आं सं |
मार्च 10 अ |
क. आस्तियाँ |
1. प्रत्यक्ष निवेश |
19.6 |
20.1 |
20.0 |
20.8 |
21.5 |
22.6 |
22.0 |
22.9 |
23.1 |
2. संविभाग निवेश |
0.3 |
0.3 |
0.3 |
0.3 |
0.4 |
0.4 |
0.4 |
0.4 |
0.4 |
3. अन्य निवेश |
7.0 |
5.1 |
4.6 |
4.5 |
4.9 |
3.8 |
5.3 |
4.2 |
4.7 |
4. आरक्षित आस्तियाँ |
73.1 |
74.4 |
75.1 |
74.5 |
73.2 |
73.2 |
72.4 |
72.5 |
71.8 |
कुल |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
ख. देयताएँ |
1. प्रत्यक्ष निवेश |
31.0 |
32.4 |
32.5 |
32.9 |
33.0 |
32.4 |
31.7 |
31.6 |
31.7 |
2. संविभाग निवेश |
20.2 |
21.5 |
22.2 |
23.1 |
24.8 |
24.6 |
27.1 |
27.3 |
27.0 |
3. अन्य निवेश |
48.8 |
46.1 |
45.4 |
44.0 |
42.2 |
43.1 |
41.3 |
41.0 |
41.2 |
कुल |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
IV. बाह्य ऋण देयताएँ और बाह्य ऋणेतर देयताएँ
-
अन्य अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं की तुलना में, 2009-10 और 2010-11 के दौरान, इक्विटी के शुद्ध अंतर्वाह में तेज़ बढ़ोतरी के कारण ऋणेतर देयताओं का भाग मार्च 2011 अंत तक 52.3 प्रतिशत हुआ (मार्च 2009 और मार्च 2010 अंत तक क्रमश: 45.2 प्रतिशत और 51.4 प्रतिशत) (तालिका IV)
तालिका IV. बाह्य ऋण और ऋणेतर देयताओं का भाग
(प्रतिशत)
अवधि |
मार्च 09सं |
जून 09 आं सं |
सितं. 09 आं सं |
दिसं.09 आं सं |
मार्च 10 आं सं |
जून 10 आं सं |
सितं.10 आं सं |
दिसं 10 आं सं |
मार्च 10 अ |
ऋणेतर देयताएँ |
45.2 |
48.2 |
48.9 |
50.0 |
51.4 |
50.7 |
52.2 |
52.6 |
52.3 |
ऋण देयताएँ |
54.8 |
51.8 |
51.1 |
50.0 |
48.6 |
49.3 |
47.9 |
47.4 |
47.7 |
कुल |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
अजीत प्रसाद सहायक महाप्रबंधक प्रेस पकाशनी:2010-2011/1906 |