मुद्रास्फीति सूचकांकित राष्ट्रीय बचत प्रतिभूतियां - संचयी (आईआईएनएसएस-सी) - आरबीआई - Reserve Bank of India
मुद्रास्फीति सूचकांकित राष्ट्रीय बचत प्रतिभूतियां - संचयी (आईआईएनएसएस-सी)
19 दिसंबर 2013 मुद्रास्फीति सूचकांकित राष्ट्रीय बचत प्रतिभूतियां - संचयी (आईआईएनएसएस-सी) खुदरा निवेशकों के लिए भारत का मुद्रास्फीति सूचकांकित राष्ट्रीय बचत प्रतिभूतियां - संचयी (आईआईएनएसएस-सी) का निर्गम अभिदान के लिए 23 दिसंबर 2013 को खोला जाएगा और 31 दिसंबर 2013 को बंद कर दिया जाएगा। यह अभिदान पूर्व सूचना के साथ 31 दिसंबर 2013 के पहले भी बंद किया जा सकता है। यह स्मरण होगा कि रिज़र्व बैंक ने भारत सरकार के परामर्श से 29 नवंबर 2013 को खुदरा निवेशकों के लिए भारत सरकार की मुद्रास्फीति सूचकांकित राष्ट्रीय बचत प्रतिभूतियां - संचयी (आईआईएनएसएस-सी) के निर्गम की घोषणा की थी। इन प्रतिभूतियों पर ब्याज दर को अंतिम संयुक्त उपभोक्ता मूल्य सूचकांक [सीपीआई (आधार: 2010=100)] से जोड़ा जाएगा। ब्याज दर के दो घटक होंगे अर्थात स्थायी दर (1.5 प्रतिशत प्रतिवर्ष) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति दर तथा इसे छमाही आधार पर मूलधन में संयोजित किया जाएगा और इसका भुगतान परिपक्वता के समय किया जाएगा। अंतिम संयुक्त उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का उपयोग तीन महीनों के अंतराल पर किया जाएगा अर्थात सितंबर 2013 के अंतिम संयुक्त उपभोक्ता मूल्य सूचकांक को दिसंबर 2013 के सभी दिनों के लिए संदर्भ सीपीआई के रूप में उपयोग किया जाएगा। वरिष्ठ नागरिकों (अर्थात 65 वर्ष या इससे अधिक की आयु) के लिए अवधिपूर्ण शोधन की अनुमति निर्गम के एक वर्ष की अवधि के बाद और अन्य नागरिकों के लिए 3 वर्ष के बाद दी जाएगी, यह अवधिपूर्ण शोधन के लिए देय अंतिम कूपन के 50 प्रतिशत की दर पर दंड प्रभार के अधीन होगा। तथापि, अवधिपूर्ण शोधन केवल कूपन तारीखों पर ही किया जा सकता है। पात्र निवेशकों में व्यक्ति, हिंदू अविभक्त परिवार, भारतीय कंपनी अधिनियम की धारा 25 के अंतर्गत पंजीकृत धर्मार्ध संस्थाएं और केन्द्रीय, राज्य या प्रांतीय अधिनियम द्वारा निगमित विश्वविद्यालय अथवा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम, 1956 (1956 की 3) की धारा 3 के अंतर्गत घोषित किया जाने वाला विश्वविद्यालय शामिल होंगे। चूंकि मुद्रास्फीति सूचकांकित राष्ट्रीय बचत प्रतिभूतियां-संचयी (आईआईएनएसएस-सी) का वितरण/बिक्री बैंकों के माध्यम से होगी, पात्र निवेशक भारतीय स्टेट बैंक, सहयोगी बैंकों, राष्ट्रीयकृत बैंकों, तीन निजी क्षेत्र के बैंकों (अर्थात एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड और एक्सिस बैंक लिमिटेड) की शाखाओं तथा भारतीय स्टाक नियंत्रण निगम लिमिटेड में कार्यसमय के दौरान संपर्क कर सकते हैं। अल्पना किल्लावाला प्रेस प्रकाशनी : 2013-2014/1240 |