सितंबर 2006 की स्थिति के अनुसार भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी) - आरबीआई - Reserve Bank of India
सितंबर 2006 की स्थिति के अनुसार भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी)
23 मार्च 2007
सितंबर 2006 की स्थिति के अनुसार भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी)
अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी), किसी देश की बाह्य आस्तियों (एसेट्स) और देयताओं (लायबिलिटिज़) के स्टॉक का, किसी निर्दिष्ट अवधि जैसे मार्च की अंतिम तारीख़ की स्थिति के अनुसार ब्यौरा होती हैं। वित्तीय आस्तियों में अनिवासियों (नॉन-रेसिडेंट्स) पर किसी देश के वित्तीय दावे (क्लेम्स) होते हैं और वित्तीय देयताओं में अनिवासियों के प्रति उस देश की वित्तीय देयताएं होती हैं। ये लेन-देन संस्थागत निवासी (रेसिडेंट्स) क्षेत्रों, यथा मुद्रा प्राधिकारी, सरकार, बैंक और अन्य क्षेत्र (कंपनी क्षेत्र भी इसमें शामिल है) के अनुसार वर्गीकृत किए जाते हैं। शुद्ध (नेट) अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति डजो बाहरी आस्तियों (एसेट्स) के स्टॉक से बाह्य देयताओं को घटा कर प्राप्त की जाती है से इस बात का पता चलता है कि किसी अर्थव्यवस्था के द्वारा दिए गये ऋण है (जितने का स्वामित्व है) और उस पर ऋण में अंतर कितना है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) के विशेष आँकड़ा संप्रसार मानक (एसडीडीएस) के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी) संबंधी वार्षिक आँकड़े (तिमाही वांछित) दो तिमाहियों का अंतराल रख़ते हुए जारी किए जाते हैं। भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी) मार्च अंततक की स्थिति के अनुसार वार्षिक रूप से जारी की जाती है और मार्च 2006 अंततक की स्थिति भारत की अंतिम अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी) सितंबर 2006 को जारी की गई थी। पहली बार, भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी) तिमाही आधार पर, जून 2006 के तिमाही अंततक की निवेश स्थिति के लिए तैयार की गई है और उसे रिज़र्व बैंक की वेब साइट पर 24 जनवरी 2007 को प्रसारित किया गया। तथापि, सितंबर 2006 के अंत की स्थिति के अनुसार तिमाही अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी) अब तैयार की गई है और इसकी मुख्य-मुख्य बातें यहाँ संक्षेप में दी जा रही हैं:
- समग्र निवेश स्थिति:
- शुद्ध (नेट) अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति सितंबर 2006 अंततक लगभग -45.89 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही है जो मार्च 2006 अंततक से लगभग 2 बिलियन डॉलर बढ गई थी। यह वृध्दि मुख्यत: आरक्षित आस्तियां (रिज़र्व एसेट्स) और अन्य निवेश (टेबल 1) के व्यापार ऋण जैसे घटकों में बढोत्री होने के कारण थी। भारत की मार्च 2006 के अंततक की शुद्ध (नेट) अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति -47.83 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही है जो मार्च 2005 अंततक के स्थिति से 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर से घट गई थी।
- बाह्य आस्तियों में आरक्षित आस्तियां (रिज़र्व एसेट्स) सबसे प्रबल घटक रहा है। तथापि, मार्च 2006 के अंततक से जून 2006 अंततक में 11.29 बिलियन अमेरिकी डॉलर की जो वृद्धि दिखाई गई है उसकी तुलना में जून 2006 के अंततक से सितंबर 2006 के अंततक में (2.39 बिलियन अमेरिकी डॉलर) दिखाई हुई वृध्दि बहुत ही निम्नस्तर पंजीकृत की है। जून 2006 अंततक से सितंबर 2006 अंततक प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) विदेशी निवेश लगभग 0.81 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ गए है ।
- सितंबर 2006 में कुल आरक्षित आस्तियां (रिज़र्व एसेट्स) कुल बाह्य ऋण (इसी अवधि में 136.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की तुलना में 28.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ गए।
टेबल I. समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति
(बिलियन अमेरिकी डॉलर में) |
अवधि | मार्च-05 | मार्च-06 | जून-06 (पीआर) | सितंबर-06 |
अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, विशुद्ध | -41.82 | -47.83 |
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A. आस्तियाँ | 168.21 | 183.45 | 191.81 | 199.86 |
1. प्रत्यक्ष (डायरेक्ट)विदेशी निवेश | 10.03 | 12.96 |
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2. संविभाग (पोर्टफोलिओ) निवेश | 0.81 | 1.29 |
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2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ (सिक्युरिटिज़) | 0.40 | 0.65 |
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2.2 ऋण(डेट) प्रतिभूतियाँ | 0.41 | 0.64 |
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3. अन्य निवेश | 15.86 | 17.58 | 14.19 | 18.93 |
3.1 व्यापार ऋण | 2.16 | 0.39 |
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3.2 ऋण (लोन्स) | 1.87 | 2.55 | 1.60 | 2.27 |
3.3 मुद्रा और जमाराशियाँ | 8.43 | 11.17 |
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3.4 अन्य आस्तियां | 3.40 | 3.47 | 3.46 | 3.60 |
4. आरक्षित आस्तियां (रिज़र्व एसेट्स) | 141.51 | 151.62 |
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बी. देयताएं (लायबिलिटिज़) | 210.03 | 231.28 |
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1. प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) निवेश | 44.02 | 50.68 |
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2. संविभाग (पोर्टफोलिओ) निवेश | 55.69 | 64.62 |
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2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां (सिक्युरिटिज़) | 43.16 | 54.74 |
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2.2 ऋण (डेट) प्रतिभूतियां | 12.53 | 9.88 |
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3. अन्य निवेश | 110.32 | 115.98 | 121.98 | 123.49 |
3.1 व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट्स) | 9.56 | 10.50 |
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3.2 ऋण (लोन्स) | 65.74 | 68.20 | 70.74 | 72.20 |
3.3 मुद्रा और जमाराशियां | 33.64 | 36.16 |
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3.4 अन्य देयताएं | 1.39 | 1.11 | 1.18 | 1.38 |
नोट- पीआर:आंशिक संशोधित (पार्शली रिवाइज्ड); पी:अनंतिम(प्रोवीज़नल) ड टेबल में दिए गए आँकड़े अमेरिकी मिलियन डॉलर में आइएनआइपी अनुमानों के आधार पर तैयार किए गए हैं।
II. बाह्य आंस्तियों (एसेट्स) और देयताओं (लायबिलिटिज़) की संरचना
- देश की बाह्य आस्तियों का बड़ा हिस्सा आरक्षित आस्तियों (टेबल II) के रूप में है; देश के कुल बाह्य आस्तियों में आरक्षित आस्तियां (रिज़र्व एसेट्स) का अंश जून 2006 अंततक के 84.9 प्रतिशत की तुलना में मामूली रूप से घट कर सितंबर 2006 अंततक में 82.7 प्रतिशत हुआ। इस पुनरीक्षण कालावधि में यह 82 प्रतिशत से 85 प्रतिशत में रहा है।
- सितंबर 2006 अंततक में देश की बाह्य आस्तियों का लगभग 7.8 प्रतिशत प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) निवेश और संविभाग (पोर्टफोलिओ) निवेश के रूप में था। इसी तरह, कुल बाह्य देयताओं में लगभग 9.5 प्रतिशत अन्य निवेश के रूप में था।
- सितंबर 2006 अंततक में देश की बाह्य देयताओं का लगभग 50.3 प्रतिशत अन्य निवेशों के रूप में रहा, जिसमें व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट्स), ऋण (लोन्स), मुद्रा और जमाराशियां, दूसरी देयताएं (लायबिलिटिज़) आती हैं। देश के कुल बाह्य देयताओं मे, ऋण और ‘मुद्रा और जमाराशि’ क्रमानुसार 29.4 प्रतिशत और 15.3 प्रतिशत भाग थे, जब कि व्यापार ऋण का लगभग 5 प्रतिशत भाग था।
टेबल II. बाह्य आस्तियों और देयताओं की संरचना
(प्रतिशत में) |
अवधि | मार्च-05 (पीआर) | मार्च-06(पीआर) | जून-06 (पीआर) | सितंबर 06 (पी) |
ए. आस्तियां | ||||
1. प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) विदेशी निवेश | 5.96 | 7.07 | 7.11 | 7.22 |
2. संविभाग (पोर्टफोलिओ ) निवेश | 0.48 | 0.70 | 0.56 | 0.60 |
3. अन्य निवेश | 9.43 | 9.58 | 7.40 | 9.47 |
4. आरक्षित आस्तियाँ | 84.13 | 82.65 | 84.93 | 82.71 |
कुल | 100.00 | 100.00 | 100.00 | 100.00 |
बी. देयताएं |
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1. प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) निवेश | 20.96 | 21.91 | 21.60 | 22.34 |
2. संविभाग (पोर्टफोलिओ ) निवेश | 26.51 | 27.94 | 27.20 | 27.41 |
3. अन्य निवेश | 52.53 | 50.15 | 51.20 | 50.25 |
कुल | 100.00 | 100.00 | 100.00 | 100.00 |
नोट- पीआर:आंशिक संशोधित (पार्शली रिवाइज्ड); पी:अनंतिम(प्रोवीज़नल) ड टेबल में दिए गए आँकड़े अमेरिकी मिलियन डॉलर में आइएनआइपी अनुमानों के आधार पर तैयार किए गए हैं
III. बाह्य ऋण (डेट) देयताओं (लायबिलिटिज़) की तुलना में बाह्य ऋणेतर (नॉन डेट) देयताएं
सितंबर 2006 अंततक में कुल बाह्य देयताओं में बाह्य ऋणेतर (नॉन डेट) देयताएँ 44.63 प्रतिशत रही थी और पुनरीक्षण कालावधि में कुल बाह्य ऋण देयताएं में यह 41 प्रतिशत से 46 प्रतिशत में रहा है (टेबल III)।
टेबल III. बाह्य ऋण (डेट) और ऋणेतर (नॉन डेट) देयताओं का हिस्सा
(प्रतिशत में) |
अवधि | मार्च -05 (पीआर) | मार्च-06 (पीआर) | जून-06 (पीआर) | सितंबर-06 (पी) |
ऋणेतर (नॉन डेट) देयताएं | 41.50 | 45.58 | 43.62 |
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ऋण (डेट) देयताएं | 58.50 | 54.42 | 56.38 | 55.37 |
कुल | 100.00 | 100.00 | 100.00 | 100.00 |
नोट- पीआर:आंशिक संशोधित (पार्शली रिवाइज्ड); पी:अनंतिम(प्रोवीज़नल) ड टेबल में दिए गए आँकड़े अमेरिकी मिलियन डॉलर में आइएनआइपी अनुमानों के आधार पर तैयार किए गए हैं।
पी.वी.सदानंदन
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2006-2007/1290