डॉ. वाइ. वी. रेड्डी, गवर्नर के हस्ताक्षर से संख्यापटल में इनसेट लेटर के बिना अतिरिक्त/नई सुरक्षा विशेषताओं से युक्त महात्मा गांधी शृंखला के 20 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट जारी करना - आरबीआई - Reserve Bank of India
डॉ. वाइ. वी. रेड्डी, गवर्नर के हस्ताक्षर से संख्यापटल में इनसेट लेटर के बिना अतिरिक्त/नई सुरक्षा विशेषताओं से युक्त महात्मा गांधी शृंखला के 20 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट जारी करना
16 अगस्त 2006
डॉ. वाइ. वी. रेड्डी, गवर्नर के हस्ताक्षर से संख्यापटल में इनसेट लेटर के बिना अतिरिक्त/नई सुरक्षा विशेषताओं से युक्त महात्मा गांधी शृंखला के 20 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट जारी करना
भारतीय रिज़र्व बैंक शीघ्र ही डॉ. वाइ.वी.रेड्डी, गवर्नर के हस्ताक्षर से संख्यापटल में इनसेट लेटर के बिना महात्मा गांधी शृंखला के 20 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट जारी करेगा। नई शृंखला 2006 के बैंक नोटों का आकार और रंग वही रहेगा। जहां महात्मा गांधी श्रृंखला की कुछ विशेषताएं बरकरार रखी गई हैं वहीं कुछ में परिवर्तन किया गया है और कुछ नई सुरक्षा विशेषताएं बढ़ाई गई हैं।
बैंक नोटों की अतिरिक्त /नई सुरक्षा विशेषताओं की मुख्य-मुख्य बातें निम्नानुसार हैं :
अग्र भाग
सुरक्षा धागा : सुरक्षा धागा महात्मा गांधी के चित्र की बायीं ओर दिखायी देता है। नये बैंक नोटों में 1.4 मिली मीटर चौड़ाई का चुंबकीय सुरक्षा धागा है, जिसमें डिमेटलाइज्ड करके बनाई गई खिड़कियों में स्पष्ट रूप से "भारत" और "ींँघ्" अंकित किया गया है। यह सुरक्षा धागा अल्ट्रा वायलेट लैम्प की रोशनी में दोनों ओर से पीला चमकेगा। रोशनी के सामने नोट रखने पर यह सुरक्षा धागा पीछे से एक सतत रेखा के रूप में दिखायी देगा।
आर-पार मिलान मुद्रण (सी-थ्रू रजिस्टर) : बैंक नोट में जलचिह्न खिड़की के बगल में खड़ी पट्टी के बीच में आगे (खोखली) और पीछे (भरी हुई) मुद्रित फूलों की छोटी डिज़ाइन की जगह मूल्यवर्गीय अंक 20 होगा। इस अंक का आधा हिस्सा आगे की ओर, और आधा हिस्सा पीछे की ओर मुद्रित है दोनों मुद्रित हिस्से आगे-पीछे इतने सटीक छपे हैं कि रोशनी के सामने देखने पर ऐसा लगता है कि यह एक ही हैं।
विद्युत अपघट्य जलचिह्न (इलेक्ट्रोलाइट वॉटरमार्क) : महात्मा गांधी के जलचिह्न के अलावा 20 का मूल्यवर्गीय अंक जलचिह्न खिड़की में महात्मा गांधी के चित्र के बगल में दिखायी देता है।
उत्कीर्ण आकृति मुद्रण : महात्मा गांधी का चित्र, रिज़र्व बैंक की मुहर, प्रत्याभूत और वचन खंड, बायीं ओर अशोक स्तंभ का प्रतीक, भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर और नेत्रहीन के लिए उत्कीर्ण आकृति अर्थात् उभार वाला मुद्रण (स्पर्श से पहचान), के पहचान चिह्न को उभारकर अधिक सुस्पष्ट बनाया गया है।
पृष्ठभाग
निम्नलिखित को छोड़कर बैंक नोट के पिछले हिस्से में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं है:
मुद्रण वर्ष : मुद्रण का वर्ष बैंक नोट के पीछे की ओर दिखाई देता है।
पहले जारी किये गये 20 रुपये मूल्यवर्ग के सभी बैंक नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे।
पी.वी.सदानंदन
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2006-2007/228