सहकारी बैंकों की न्यूनतम उधार दर घटाकर 12 प्रतिशत की गयी - आरबीआई - Reserve Bank of India
सहकारी बैंकों की न्यूनतम उधार दर घटाकर 12 प्रतिशत की गयी
सहकारी बैंकों की न्यूनतम उधार दर घटाकर 12 प्रतिशत की गयी
7 मार्च 2002
भारतीय रिज़र्व बैंक ने यह निर्णय लिया है कि शहरी सहकारी बैंकों की न्यूनतम उधार दर 13 प्रतिशत से एक प्रतिशत घटा कर 12 प्रतिशत कर दी जाए। घटी हुई दर 2 मार्च 2002 से प्रभावी है। अतएव, शहरी सहकारी बैंक अपनी न्यूनतम उधार दरें 12 प्रतिशत वार्षिक की न्यूनतम उधार दर वे अधीन निर्धारित कर सकते हैं।
यह निर्णय शहरी सहकारी बैंकों तथा उनके महासंघों से प्राप्त अभ्यावेदनों के आलोक में लिया गया था, जो यह महसूस कर रहे थे कि इस तरह की कटौती अपने उधारकर्ताओं को प्रतिस्पर्धात्मक दरें प्रदान करने में उनकी मदद करेगी। अभ्यावेदनों का अध्ययन करने के बाद यह निर्णय लिया गया था की सहकारी बैंकों की न्यूनतम उधार दर घटा कर 12 प्रतिशत कर दी जाए।
अल्पना किल्लावाला
महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2001-2002/1003