"150 वर्ष - प्रथम स्वतंत्रता संग्राम" के अवसर की स्मृति में 5 रुपये के कुप्रो-निकल (सीएन) के नए सिक्के - आरबीआई - Reserve Bank of India
"150 वर्ष - प्रथम स्वतंत्रता संग्राम" के अवसर की स्मृति में 5 रुपये के कुप्रो-निकल (सीएन) के नए सिक्के
12 नवंबर 2007
"150 वर्ष - प्रथम स्वतंत्रता संग्राम" के अवसर की स्मृति में
5 रुपये के कुप्रो-निकल (सीएन) के नए सिक्के
भारतीय रिज़र्व बैंक "150 वर्ष - प्रथम स्वतंत्रता संग्राम" के अवसर की स्मृति में भारत सरकार द्वारा जारी 5 रुपये के कुप्रो-निकल (सीएन) के नए सिक्के परिचालित करेगा।
ये सिक्के नामत: निम्नलिखित आयाम, अभिकल्प और संरचना के अनुरूप होंगे:
सिक्के का मूल्य वर्ग |
आकार और बाहरी व्यास |
वजन |
धातु संरचना |
पाँच रुपए |
वृताकार : सुरक्षा किनारे के साथ
|
9 ग्राम |
कुप्रो-निकल मिश्रण |
अभिकल्प:
मुखपृष्ठ : सिक्के के आमुख पर केंद्र में अशोक स्तंभ के सिंह की आकृति होगी जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" की उक्ति उद्धृत की गई होगी जिसके ऊपर की बाँई परिधि पर हिंदी में ‘भारत’ शब्द और ऊपर की दाँई परिधि पर अंग्रेजी में ‘INDIA’ शब्द अंकित किया गया होगा। सिक्के पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में मूल्यवर्ग मूल्य "5" भी सिंह की आकृति के नीचे अंकित किया गया होगा जिसके नीचे की बाँई परिधि पर हिंदी में "रुपये" शब्द और नीचे की दाँई परिधि पर अंग्रेजी में "RUPEES" शब्द रहेगा।
पृष्ठ भाग : सिक्के के इस आमुख पर जनरल तात्या टोपे और सम्राट् बहादुर शाह जपर के चित्र संयुक्त रूप में क्रमश: बाँयी और दाहिनी ओर अंकित होंगे तथा केंद्र में युद्धक्षेत्र में झाँसी की योद्धा रानी लक्ष्मीबाई का चित्र होगा और बाँयी परिधि की बगल में हिंदी शब्द "प्रथम स्वतंत्रता सग्राम" और "150 वर्ष" तथा दाहिनी परिधि की बगल में अंग्रेजी शब्द "150 YEARS - THE FIRST WAR OF INDEPENDENCE" के साथ निचले भाग में अवधि 1857-2007 लिखी हुई रहेगी।
5 रुपये के लिए सुरक्षा किनारा
सिक्के का किनारा दाँतेदार अथवा सीधा रेखांकन वाला होगा और सुरक्षा किनारा होगा। इस किनारे के केंद्र में खाली स्थान द्वारा अलग किए गए दो भागों के भीतर एक अभिकल्प के साथ हल्का खाँचा होगा। इस अभिकल्प में उभरे हुए मनकों की एक श्रृंखला होगी और प्रत्येक मनके के बाद एक झुकी हुई उभरी रेखा होगी। इसमें कुल 30 रेखाएँ और 30 मनके होंगे।
यह सिक्का निर्माण अधिनियम 1906 में यथाउद्धृत एक वैध मुद्रा होगा। वर्तमान में परिचलन में पाँच रुपए के सिक्के भी वैध मुद्रा के रूप में जारी रहेंगे।
जी. रघुराज
उप महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/652