"भारतीय स्टेट बैंक द्विशतवार्षिक वर्ष" के अवसर की स्मृति में 5 रुपये के फेरिटिक स्टेनलेस स्टील के नए सिक्के - आरबीआई - Reserve Bank of India
"भारतीय स्टेट बैंक द्विशतवार्षिक वर्ष" के अवसर की स्मृति में 5 रुपये के फेरिटिक स्टेनलेस स्टील के नए सिक्के
1 अक्टूबर 2008 "भारतीय स्टेट बैंक द्विशतवार्षिक वर्ष’’ के अवसर की स्मृति में भारतीय रिज़र्व बैंक ‘‘भारतीय स्टेट बैंक द्विशतवार्षिक वर्ष’’ के अवसर की स्मृति में भारत सरकार द्वारा जारी 5 रुपये के फेरिटिक स्टेनलेस स्टील (एफएसएस) के नए सिक्के परिचालित करेगा।
अभिकल्प : मुखपृष्ठ : सिक्के का मुख भाग दो समतल रेखाओं की सहायता से तीन भागों में विभाजित होगा। बाएं मध्य भाग पर ‘‘अशोक स्तंभ’’ का सिंह शीर्ष होगा जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" इबारत अंतर्लिखित होगी और दाएं मध्य भाग पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में अंकित मूल्य "5" भी होगा। ऊपरी भाग पर हिंदी में "भारत" शब्द और अँग्रेजी में "INDIA" शब्द होगा और निचले भाग पर हिंदी में "रुपये" शब्द और अँग्रेजी में "RUPEES" शब्द होगा। पृष्ठ भाग : सिक्के के इस भाग पर मध्य दायीं भाग में ‘‘भारतीय स्टेट बैंक’’ का लोगो होगा, जिसके बाएं भाग पर वर्ष ‘‘1806’’ और दाएं भाग पर वर्ष ‘‘2006’’ अंकित होगा। बाएं और दाएं ऊपरी परिधि पर पत्तियों पर डिजाइन का कुछ काम किया होगा। लोगो के ऊपर सिक्के के ऊपरी भाग पर हिंदी में ‘‘भारतीय स्टेट बैंक’’ शब्द और ‘‘भारतीय स्टेट बैंक’’ के लोगो के नीचे सिक्के के निचले भाग पर अंग्रेजी में ‘‘STATE BANK OF INDIA’’ शब्द लिखा होगा। पांच रुपये के सिक्के के लिए सुरक्षा किनारा परिधि पर सिक्के का सुरक्षा किनारा होगा। किनारे के मध्य में रिक्त जगहों द्वारा पृथक किए हुए दो खंडों के अंदर की ओर डिज़ाइन में उथला खांचा होगा। इस डिज़ाइन में उभार में मनकों की श्रृंखला अंतर्विष्ट होगी और प्रत्येक मनका उभार में झुकी हुई एक पंक्ति द्वारा अनुगम किए होगा। इसमें कुल 30 पंक्तियां और 30 मनके होंगे। यह सिक्का निर्माण अधिनियम 1906 में यथाउद्धृत एक वैध मुद्रा होगा। वर्तमान में परिचालन में पाँच रुपए के सिक्के भी वैध मुद्रा के रूप में जारी रहेंगे। अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी : 2008-2009/419 |