लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 150वीं जयंती के अवसर के स्मारक हेतु 5 रुपये के कुप्रो-निक्कल के नए सिक्के - आरबीआई - Reserve Bank of India
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 150वीं जयंती के अवसर के स्मारक हेतु 5 रुपये के कुप्रो-निक्कल के नए सिक्के
31 अक्तूबर 2007
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 150वीं जयंती के अवसर के स्मारक हेतु
5 रुपये के कुप्रो-निक्कल के नए सिक्के
भारतीय रिज़र्व बैंक ने "लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 150वीं जयंती" के अवसर के स्मारक हेतु भारत सरकार द्वारा जारी 5 रुपये के कुप्रो-निक्कल के नए सिक्कों को परिचालित किया है।
ये सिक्के नामत: निम्नलिखित आयाम, अभिकल्प और संरचना के अनुरूप होंगे:
सिक्के का मूल्य वर्ग | आकार और बाहरी व्यास | धातु संरचना |
पाँच रुपए | वृताकार : सुरक्षा किनारे | कुप्रो-निक्कल एलॉय |
अभिकल्प:
मुखपृष्ठ : सिक्के के आमुख पर केंद्र में अशोक स्तंभ के सिंह की आकृति होगी जिसके नीचे "सत्यमेव जयते" की उक्ति उद्धृत की गई होगी जिसकी ऊपर की बाँई परिधि परं हिंदी में ‘भारत’ शब्द और ऊपर की दाँई परिधि परं अंग्रेजी में ‘INDIA’ शब्द अंकित किया गया होगा। सिक्के पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में मूल्यवर्ग मूल्य "5" भी सिंह की आकृति के नीचे अंकित किया गया होगा जिसकी नीचे की बाँई परिधि परं हिंदी में "रुपये" शब्द और नीचे की दाँई परिधि पर अंग्रेजी में "RUPEES" शब्द रहेगा। परिधि में 52 मनके होंगे।
पृष्ठ भाग : सिक्के के इस आमुख पर "लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक" का चित्र होगा। ऊपर की परिधि पर हिंदी में ‘लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 150वीं जयंती’ और नीचे की परिधि पर अंग्रेजी में "150TH BIRTH ANNIVERSARY OF LOKMANYA BAL GANGADHAR TILAK" शब्द अंकित किया गया है।
5 रुपये के लिए सुरक्षा किनारा
सिक्के का किनारा सिक्के का किनारा दाँता वाला अथवा सीधा रेखांकन वाला होगा और सुरक्षा किनारा होगा। इस किनारे के केंद्र में खाली स्थान द्वारा अलग किए गए दो भागों के भीतर एक अभिकल्प के साथ हल्का खाँचा होगा। इस अभिकल्प में उभरे हुए मनकों की एक श्रृंखला होगी और प्रत्येक मनके के बाद एक झुकी हुई उभरी रेखा होगी। इसमें कुल 30 रेखाएँ और 30 मनके होंगे।
यह सिक्का निर्माण अधिनियम 1906 में यथाउद्धृत एक वैध मुद्रा होगा। वर्तमान में परिचलन में पाँच रुपए के सिक्के भी वैध मुद्रा के रूप में जारी रहेंगे।
बी.वी.राठोड़
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/597