"भारतीय वायु सेना (1932-2007) की प्लैटिनम जुबली" विषय के साथ 2 रुपए मूल्य वर्ग के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के - आरबीआई - Reserve Bank of India
"भारतीय वायु सेना (1932-2007) की प्लैटिनम जुबली" विषय के साथ 2 रुपए मूल्य वर्ग के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के
25 सितबर 2007
"भारतीय वायु सेना (1932-2007) की प्लैटिनम जुबली" विषय के साथ 2 रुपए मूल्य वर्ग के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के
भारतीय रिज़र्व बैंक शीघ्र ही "भारतीय वायु सेना (1932-2007) की प्लैटिनम जुबली" विषय के साथ 2 रुपए मूल्य वर्ग के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के परिचालित करेगा।
ये सिक्के नामत: निम्नलिखित आयाम, अभिकल्प और संरचना के अनुरूप होंगे:
सिक्के का मूल्य वर्ग |
आकार और बाहरी व्यास |
धातु संरचना |
दो रुपए |
वृताकार
|
लौह - 83 प्रतिशत |
अभिकल्प:
दो रुपए
मुखपृष्ठ : सिक्के का सामनेवाला भाग दो क्षैतिज रेखांओं के साथ तीन भागों में बँटा हुआ है। केंद्रीय भाग में नीचे उद्धृत उक्ति "सत्यमेव जयते" के साथ अशोक चक्र के "सिंह की आकृति" अंकित रहेगी और दाहिने केंद्रीय भाग में अंतर्राष्ट्रीय अंकों में मूल्य-वर्ग मूल्य "2" होगा। ऊपरी भाग में हिंदी में "भारत" और अंग्रजी में "INDIA" होगा। निचले भाग में अंतर्राष्ट्रीय अंकों में वर्ष अंकित रहेगा और नीचे हिंदी में शब्द "रूपए" और अंग्रजी में शब्द "RUPEES" रहेगा।
पृष्ठ भाग : सिक्के के सामनेवाले भाग में प्रथम युद्धक विमान-वापिती-और हाल के बहुआयामी युद्धक विमान - एसयू 30 एमके 1 को केंद्र में चित्रित करने के माध्यम से पिछले पचहत्तर वर्षों के दौरान भारतीय वायुसेना की सर्वश्रेष्ठ सेवा को सांकेतिक रूप से प्रतिनिधित्त्व करते हुए उसके विकास को महत्ता देने वाला चिहन रहेगा।
ऊपरी सीमा में हिन्दी में शब्द "प्लैटिनम जुबली" और निचली सीमा में अंग्रेजी में शब्द "PLATINUM JUBILEE" होगा तथा इसके ऊपर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में वर्ष "1932-2007" रहेगा। केंद्र में बाँयी सीमा में अंग्रेजी में शब्द "INDIAN AIR FORCE" तथा केंद्र की दाहिनी सीमा में हिन्दी में शब्द "भारतीय वायु सेना" अंकित रहेगा।
यह सिक्का निर्माण अधिनियम 1906 में यथाउद्धृत एक वैध मुद्रा होगा। वर्तमान में परिचलन में दो रुपए के सिक्के भी वैध मुद्रा के रूप में जारी रहेंगे।
अजीत प्रसाद
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/417