"संपर्क और सूचना प्रौद्योगिकी " विषय के साथ 5 रुपए मूल्य वर्ग के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के - आरबीआई - Reserve Bank of India
"संपर्क और सूचना प्रौद्योगिकी " विषय के साथ 5 रुपए मूल्य वर्ग के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के
27 सितंबर 2007
"संपर्क और सूचना प्रौद्योगिकी " विषय के साथ 5 रुपए मूल्य वर्ग के
फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के
भारतीय रिज़र्व बैंक शीघ्र ही "संपर्क और सूचना प्रौद्योगिकी "विषय के साथ 5 रुपए मूल्य वर्ग के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के परिचालित करेगा।
ये सिक्के नामत: निम्नलिखित आयाम, अभिकल्प और संरचना के अनुरूप होंगे:
सिक्के का मूल्य वर्ग |
आकार और बाहरी व्यास |
धातु संरचना |
पाँच रुपए |
सुरक्षा किनारे (मोनो-मेटेलिक) के साथ वृताकार |
लौह - 83 प्रतिशत |
अभिकल्प:
मुखपृष्ठ : सिक्के का सामनेवाला भाग दो क्षैतिज रेखांओं के साथ तीन भागों में बँटा हुआ है। केंद्रीय भाग में नीचे उद्धृत उक्ति "सत्यमेव जयते" के साथ अशोक चक्र के "सिंह की आकृति" अंकित रहेगी। ऊपरी भाग में हिंदी में "भारत" और अंग्रजी में "INDIA" होगा और सबसे निचले भाग में अंतर्राष्ट्रीय अंकों में वर्ष अंकित रहेगा।
पृष्ठ भाग
सिक्के के सामनेवाले भाग की निचली परिघि में दो दृश्यमान रूपक होंगे जो ईथर में आँकड़े/सूचना के अबाधित प्रवाह का प्रतिनिधित्व करते हुए चिकनी द्रव मात्रा का चित्रण करेंगे।
केंद्र में अंतर्राष्ट्रीय अंकों में मूल्य वर्ग मूल्य "5" रहेगा और ऊपरी परिधि में हिंदी में शब्द "रुपये" और अंग्रेजी में शब्द "Rupees" रहेगा।
5 रुपये के लिए सुरक्षा किनारा
सिक्के का किनारा परिधि पर सुरक्षा किनारा होगा। इस किनारे के केंद्र में खाली स्थान द्वारा अलग किए गए दो भागों के भीतर एक अभिकल्प के साथ हल्का खाँचा रहेगा। इस अभिकल्प में उभरे हुए मनकों की एक श्रृंखला रहेगी और प्रत्येक मनके के बाद एक झुकी हुई उभरी रेखा होगी। इसमें कुल 30 रेखाएँ और 30 मनके होंगे।
यह सिक्का निर्माण अधिनियम 1906 में यथाउद्धृत एक वैध मुद्रा होगा। वर्तमान में परिचलन में पाँच रुपए के सिक्के भी वैध मुद्रा के रूप में जारी रहेंगे।
अजीत प्रसाद
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/433