छोटे सिक्कों का स्वीकार न करना एक अपराध : भारतीय रिज़र्व बैंक ने कहा - आरबीआई - Reserve Bank of India
छोटे सिक्कों का स्वीकार न करना एक अपराध : भारतीय रिज़र्व बैंक ने कहा
21 दिसंबर 2005
छोटे सिक्कों का स्वीकार न करना एक अपराध : भारतीय रिज़र्व बैंक ने कहा
भारतीय रिज़र्व बैंक के पास ऐसी रिपोर्टें प्राप्त हुई हैं कि 50 पैसे और 25 पैसे के सिक्कों का स्वीकार करने के लिए बैंक अनिच्छुक हैं। रिज़र्व बैंक द्वारा बिर्ला इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पिलानी के माध्यम से हाल ही में किये गये अध्ययन से भी यह बात सामने आयी है कि दूकानदारों और व्यापारियों द्वारा भी इसी तरह की अनिच्छा दिखायी गयी है।
भारतीय रिज़र्व बैंक सुस्पष्ट रूप से यह कहता है कि 50 पैसे और 25 पैसे के सिक्कों समेत छोटे मूल्यवर्ग के सभी सिक्के वैध मुद्रा हैं और इन सिक्कों का स्वीकार न करना एक अपराध है। रिज़र्व बैंक ने सभी बैंकों को सूचित किया है कि वे इस तरह की प्रतिबंधक पद्धति बंद करें। जनसाधारण को चाहिए कि वे यथोचित रेज़गारी पाने का अपना हक बनाये रखे और बैंकों से विनिमय में सभी मूल्यवर्गों के सिक्कों का स्वीकार करने के लिए निश्चयपूर्वक कहें।
पी. वी. सदानंदन
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2005-2006/760