बेंचमार्क मूल उधार दर पर कार्यकारी दल द्वारा संदर्भ का प्रस्तावित विषय - 19 जून 2009 तक अभिमत
11 जून 2009 बेंचमार्क मूल उधार दर पर कार्यकारी दल द्वारा संदर्भ का प्रस्तावित विषय - 19 जून 2009 तक अभिमत वाणिज्यिक बैंकों के ऋण उत्पादों के मूल्यन में पारदर्शिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वाणिज्य बैंकों ने ऋणों के मूल्यन के लिए नवंबर 2003 में बेंचमार्क मूल उधार दर (बीपीएलआर) की प्रणाली लागू की गई थी। अप्रैल 2009 में जारी वार्षिक नीति वक्तव्य 2009-10 (पैरा 87) में यह उल्लेख किया गया था कि समयांतर में बीपीएलआर की प्रणाली इस रूप में उभरी कि संदर्भ दर के रूप में उसका उद्देश्यपूर्ण संबंध ही समाप्त हो गया। साथ ही, इससे मौद्रिक संकेतों के सुचारू संप्रेषण में बाधा पहुँचती है और ऋण मूल्यन प्रणाली अपारदर्शी बन जाती है। तदनुसार, वर्तमान बीपीएलआर प्रणाली की समीक्षा करने के लिए तथा ऋण मूल्यन को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए सुझाव देने हेतु नीति ने बेंचमार्क मूल उधार दर पर एक कार्यकारी दल के गठन का प्रस्ताव रखा था। तदनुसार, अब कार्यकारी दल का गठन किया गया है। श्री दीपक मोहंती, कार्यपालक निदेशक, भारतीय रिज़र्व बैंक इस दल के अध्यक्ष होंगे और इसके प्रतिनिधि भारतीय रिज़र्व बैंक के संबंधित विभाग, भारतीय बैंक संघ, भारतीय बैंकिंग संहिता और मानक बोर्ड तथा सार्वजनिक, निजी और विदेशी बैंक होंगे। इस दल में बाहरी विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। कार्यकारी दल के संदर्भ का प्रस्तावित विषय निम्नानुसार होगा : क) बीपीएलआर प्रणाली और उसके मूल्यन की प्रक्रिया की समीक्षा करना; ख) सब बीपीएलआर उधार के दायरे की जाँच करना; ग) प्रमुख बैंकों के बीपीएलआर में व्यापक भिन्नता की जाँच करना; घ) अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्ट प्रणालियों पर आधारित उचित ऋण मूल्यन प्रणाली का सुझाव देना; ङ) 2 लाख रूपए तक के छोटे ऋणों और निर्यातकों के लिए लागू उधार दरों की समीक्षा करना; च) खुदरा क्षेत्र में अस्थायी दर ऋणों के लिए उचित बेंचमार्क का सुझाव देना; और छ) उधार दरों से संबंधित अन्य कोई मामले पर विचार करना। कृपया संदर्भ के विषय पर अपने अभिमत और सुझाव अंतिम तारीख 19 जून 2009 तक प्रभारी परामर्शदाता, मौद्रिक नीति विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, केंद्रीय कार्यालय, मुंबई-400001 को भेजे अथवा ई-मेल करें। अजीत प्रसाद प्रबंधक प्रेस प्रकाशनी : 2008-2009/2011 |