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तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का बकाया ऋण – दिसंबर 2021

31 मार्च 2022

तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का
बकाया ऋण – दिसंबर 2021

आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘तिमाही आधारभूत सांख्यिकी विवरणियाँ (बीएसआर)-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) का बकाया ऋण, दिसंबर 2021’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, अपने भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) नामक पोर्टल (वेब-लिंक: https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!12) पर जारी किया। इसमें बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं जैसे व्यवसाय/गतिविधि और उधारकर्ता के संगठनात्मक क्षेत्र, खाते के प्रकार और ब्याज दरों को शामिल किया जाता है । 89 एससीबी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े, बैंक समूहों, जनसंख्या समूहों और राज्यों के लिए प्रस्तुत किए गए हैं1

मुख्य बातें:

  • ऋण संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) में लगातार तीसरी तिमाही में वृद्धि जारी रही और एक वर्ष पहले के 5.4 प्रतिशत की तुलना में दिसंबर 2021 में 8.1 प्रतिशत पर बनी रही।

  • ऋण विस्तार में 13.4 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) संवृद्धि के साथ निजी क्षेत्र के बैंकों का नेतृत्व रहा और वर्तमान तिमाही के दौरान वृद्धिशील ऋण में इनकी लगभग 43 प्रतिशत की हिस्सेदारी रही।

  • लगातार छह तिमाहियों में संकुचन के बाद, औद्योगिक क्षेत्र के लिए बैंक ऋण की वार्षिक संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) दिसंबर 2021 में सकारात्मक हो गई; व्यक्तिगत ऋण खंड तेज गति से बढ़ती रही और कुल ऋण में इनकी हिस्सेदार बढ़कर 27.6 प्रतिशत हो गई, जोकि एक वर्ष पहले 25.6 प्रतिशत और 5 वर्ष पहले 19.8 प्रतिशत थी।

  • निजी कॉर्पोरेट क्षेत्र को ऋण में गिरावट की हालिया प्रवृति, वर्तमान तिमाही में वापस आ गई; एक करोड़ रुपये से ज्यादा की ऋण सीमा वाले उधारकर्ताओं की हिस्सेदारी पिछली तिमाही में 52.8 प्रतिशत से बढ़कर 53.7 प्रतिशत हो गई।

  • घरेलू क्षेत्र2 ने ऋण संवृद्धि को दोहरे अंकों में बनाए रखा; कुल ऋण में व्यक्तिगत हिस्सेदारी पिछले कुछ वर्षों में बढ़ रही है और दिसंबर 2021 में यह 43.8 प्रतिशत थी, जोकि एक वर्ष पहले 41.5 प्रतिशत तथा पाँच वर्ष पहले 34.6 प्रतिशत थी।

  • शहरी शाखाओं, जिनकी बैंक ऋण में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है, द्वारा ऋण वृद्धि, पिछली तिमाही में 3.2 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर दिसंबर 2021 में 6.0 प्रतिशत हो गई।

  • बकाया ऋण संबंधी भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) दिसंबर 2021 में 9.14 प्रतिशत रही, जोकि लगभग पिछली तिमाही के समान ही है लेकिन यह अपने एक वर्ष पहले के स्तर से 39 आधार अंक कम है।

रूपांबरा    
निदेशक (संचार)

प्रेस प्रकाशनी: 2021-2022/1935


1 दिसंबर 2021 के अंतिम रिपोर्टिंग शुक्रवार के लिए पाक्षिक फॉर्म-ए रिटर्न (आरबीआई अधिनियम 1934 की धारा 42 (2) के तहत संकलित) पर आधारित सकल डेटा का प्रकाशन पहले हमारी वेबसाइट (होम> सांख्यिकी> जारी आंकड़े>पाक्षिक-भारत में अनुसूचित बैंकों की स्थिति का विवरण) पर किया गया था और दिसंबर 2021 के एससीबी के जमा और ऋण पर अलग-अलग सांख्यिकी पहले भी (होम> सांख्यिकी> जारी आंकड़े> तिमाही> एससीबी के जमा और ऋण संबंधी तिमाही सांख्यिकी) पर जारी किए गए थे।

2 घरेलू क्षेत्र में व्यक्तिगत, मालिकाना संस्थाओं, हिन्दू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ़) और भागीदारी फर्मों सहित अन्य शामिल हैं।

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