अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की जमाराशियां और बैंक ऋण की तिमाही सांख्यिकी : मार्च 2005 - आरबीआई - Reserve Bank of India
अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की जमाराशियां और बैंक ऋण की तिमाही सांख्यिकी : मार्च 2005
13 अगस्त 2005
अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की जमाराशियां और बैंक ऋण की तिमाही सांख्यिकी : मार्च 2005
अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की जमाराशियाँ और बैंक ऋण की तिमाही सांख्यिकी मार्च 2005 अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की 31 मार्च 2005 तक की कुल जमाराशियाँ और सकल बैंक ऋण संबंधी आंकड़े प्रस्तुत करती है। प्रारंभिक आंकड़े सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) की शाखाओं से बीएसआर-7 विवरणी के माध्यम से इकट्ठा किये गये हैं।
जमाराशियों के आकार के अनुसार रखे गये सौ सर्वोच्च केंद्रों का कुल जमाराशियों में 65.3 प्रतिशत का हिस्सा रब। उसी प्रकार, बैंक ऋण के आकार के अनुसार रखे गये सर्वोच्च सौ केंद्रों का कुल बैंक ऋण में 76.0 प्रतिशत हिस्सा रब सर्वोच्च सौ केंद्रों में एक वर्ष पहले की 23.6 प्रतिशत वफ्द्धि की तुलना में मार्च 2004 की अपेक्षा कुल जमाराशियां मार्च 2005 में 18.7 प्रतिशत बढ़ी। सर्वोच्च सौ केंद्रों में कुल बैंक ऋण की वार्षिक वफ्द्धि दर, मार्च 2004 की अपेक्षा मार्च 2005 में 31.6 प्रतिशत (आइडीबीआइ के प्रभाव को सम्मिलित करके) पर उल्लेखनीय रूप से उच्चतर रही। (विवरणी-2)। ऐसे केंद्रों, जबं अनुसूचित वाणिज्य बैंक बैंकिंग सेवाएं दे रहे हैं, की संख्या 34,816 थी। इन केंद्रों में से 29,390 एकल कार्यालय केंद्र थे और 42 केंद्रों पर प्रत्येकी 100 या अधिक बैंक कार्यालय थे (विवरणी 3)।
एक समूह के रूप में राष्ट्रीयवफ्त बैंकों ने कुल जमाराशियों के 49.8 प्रतिशत जमाराशियों का योगदान दिया, जबकि भारतीय स्टेट बैंक और उसके सहयोगी बैंकों ने 24.2 प्रतिशत का हिस्सा बनाया। विदेशी बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, और अन्य अनुसूचित वाणिज्य बैंकों का हिस्सा क्रमश: 4.4 प्रतिशत, 3.5 प्रतिशत और 18.1 प्रतिशत रहा।सकल बैंक ऋण के मामले में राष्ट्रीयवफ्त बैंकों ने कुल बैंक ऋणों के 47.4 प्रतिशत का हिस्सा बनाया, जबकि भारतीय स्टेट बैंक और उसके सहयोगी बैंकों ने 23.1 प्रतिशत और अन्य अनुसूचित वाणिज्य बैंकों ने 20.1 प्रतिशत हिस्से का दावा किया। सकल बैंक ऋण में विदेशी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का हिस्सा सापेक्षत: कम, क्रमश: 6.7 प्रतिशत और 2.8 प्रतिशत रब (विवरणी 4-9)।
सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों का अखिल भारतीय स्तर पर ऋण जमा अनुपात 31 मार्च 2005 तक 66.0 प्रतिशत निकला है। तथापि, आइडीबीआइ लिमिटेड के प्रभाव को छोड़ कर अनुपात 64.3 निकला है। राज्यों/संघशासित क्षेत्रों में ऋण जमा अनुपात तमिलनाडु में उच्चतम (98.4 प्रतिशत) था, जिसके बाद महाराष्ट्र (95.2 प्रतिशत), चंडीगढ़ (90.8 प्रतिशत) का क्रम आता है। बैंक समूह स्तर पर ऋण जमा अनुपात विदेशी बैंकों (99.9 प्रतिशत), अन्य अनुसूचित वाणिज्य बैंकों (73.2 प्रतिशत), के लिए अधिक और भारतीय स्टेट बैंक और उसके सहयोगी बैंकों (63.0 प्रतिशत) के लिए और राष्ट्रीयवफ्त बैंकों (62.8 प्रतिशत) और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (53.0 प्रतिशत) के लिए कम था। जनसंख्या समूह-वार सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों का ऋण जमा अनुपात मबनगरीय केंद्रों में 84.3 प्रतिशत पर उच्चतम रब, जिसके बाद शहरी केंद्रों (50.4 प्रतिशत) और ग्रामीण केंद्रों (49.9 प्रतिशत) तथा अर्ध-शहरी केंद्रों (44.1 प्रतिशत) का क्रम आता है।
अनुसूचित वाणिज्य बैंक कार्यालयों के जमाराशियों के आकार का वितरण यह सूचित करता है कि 10 करोड़ रुपये या उससे अधिक जमाराशियों वाले कार्यालय, कुल बैंक कार्यालयों का 47.6 प्रतिशत का हिस्सा बनाते हैं और कुल बैंक जमाराशियों में उनका 91.1 प्रतिशत रब और कुल बैंक ऋण में उन्बेंने 88.8 प्रतिशत का हिस्सा बनाया है (विवरणी 11)। ऐसे कार्यालय, जिनका 10 करोड़ रुपये या अधिक का ऋण है, कार्यालयों की कुल संख्या में उनका हिस्सा 21.2 प्रतिशत रब। इन कार्यालयों ने कुल बैंक ऋण में इकट्ठा 83.8 प्रतिशत का हिस्सा बनाया है जबकि कुल जमाराशियों में उनका हिस्सा 61.6 प्रतिशत था। यह प्रकाशन भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
अजीत प्रसाद
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2005-2006/202