भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंक नोटों को परिचालन सेचरणबद्ध रूप से हटाने पर स्पष्टीकरण दिया - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंक नोटों को परिचालन सेचरणबद्ध रूप से हटाने पर स्पष्टीकरण दिया
28 अगस्त 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंक नोटों को परिचालन से
चरणबद्ध रूप से हटाने पर स्पष्टीकरण दिया
प्रेस और जनता के कई बार पूछे जाने पर भारतीय रिज़र्व बैंक ने निम्नानुसार स्पष्टीकरण दिया है।
रिज़र्व बैंक अपने मुद्रा प्रबंध कार्यक्रम के एक भाग के रूप में अतिरिक्त/बढ़ी हुई सुरक्षा विशिष्टता वाली नई डिज़ाइन की बैंक नोटों को एक बार परिचालन में लाने के बाद पुराने डिज़ाइन की बैंक नोटों को परिचालन से धीरे-धीरे हटा देती है। रिज़र्व बैंक ने बैंकों को सूचित किया है कि जब वे 500 रुपए के मूल्य वर्ग की पूरानी डिज़ाइन की बैंक नोट (1996 श्रृंखला) प्राप्त करते हैं तो वे जनता को ऐसी नोट पुन: जारी न करें और उसे रिज़र्व बैंक के कार्यालयों को वापस लौटा दें। जनता को उनके द्वारा प्रस्तुत की गई पुरानी डिज़ाइन की बैंक नोटों के लिए उसी मूल्य की नई डिज़ाइन की बैंक नोट अथवा अन्य मिश्रित मूल्य वर्ग की नोट अथवा उनके खाते में जमा करके विनिमय मूल्य प्राप्त होगा। 1996 की डिज़ाईन/श्रृंखला की सभी बैंक नोट वैध मुद्रा के रूप में जारी रहेगी।
सभी केंद्रीय बैंक पुरानी डिज़ाईन की बैंक नोटों को हटाने का इस प्रकार का कार्य करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि परिचालन में अतिरिक्त सुरक्षा विशिष्टताओं वाली बैंक नोट जारी रहें। ऐसी बैंक नोटों को परिचालन से हटाने के लिए अथवा जनता द्वारा उसका विनिमय करने के लिए कोई समय-सीमा नहीं है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने यह भी स्पष्ट किया है कि वर्तमान में छोटे मूल्य वर्ग अर्थात् 10, 20, 50 और 100 रुपए की कोई भी करेंसी परिचालन से नहीं हटा रहे हैं।
जनता सभी असली बैंक नोटों को उपयोग कर सकती है जो वैध मुद्रा है।
अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2008-2009/256