भारतीय रिज़र्व बैंक ने बीएसआर@50 सम्मेलन में मूल सांख्यिकीय विवरणी की 50 वर्ष की यात्रा पर चर्चा की - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बीएसआर@50 सम्मेलन में मूल सांख्यिकीय विवरणी की 50 वर्ष की यात्रा पर चर्चा की
31 अक्तूबर 2022 भारतीय रिज़र्व बैंक ने बीएसआर@50 सम्मेलन में मूल सांख्यिकीय विवरणी रिज़र्व बैंक ने पिछले 50 वर्षों (1972-2022) के दौरान भारतीय बैंकिंग प्रणाली के विस्तार और वित्तीय समावेशन नीतियों के समर्थन में मूल सांख्यिकीय विवरणी (बीएसआर) प्रणाली की भूमिका और आगे की राह पर चर्चा करने के लिए 28 अक्तूबर 2022 को बीएसआर@50 सम्मेलन का आयोजन किया। प्रतिभागियों में रिज़र्व बैंक के अधिकारी, प्रमुख वाणिज्यिक बैंकों के प्रतिनिधि, जिनमें उनके मुख्य अनुपालन अधिकारी शामिल हैं, और चुनिंदा पदेन अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने अतीत में बीएसआर प्रणाली में योगदान दिया था। ‘मूल सांख्यिकीय विवरणी के नजरिए से भारतीय बैंकिंग के पचास वर्ष' पर अपने मुख्य भाषण में, उप गवर्नर डॉ. माइकल देवब्रत पात्र ने कहा कि बीएसआर प्रणाली, एक विस्तृत डेटा संग्रह प्रणाली के रूप में समय की कसौटी पर खरा उतरा है, जिसे लगातार अपनाया गया है और अर्थव्यवस्था तथा बैंकिंग प्रणाली में संरचनात्मक परिवर्तनों को शामिल किया गया। इस अवसर पर एक स्मारक खंड का विमोचन किया गया, जिसमें बीएसआर का इतिहास और बैंक शाखा सांख्यिकी प्रणालियों के साथ-साथ बीएसआर डेटा का उपयोग करते हुए शोध पत्र शामिल हैं। बीएसआर डेटा पर आधारित दो शोध पत्र, अर्थात् (i) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों: सेवा क्षेत्र स्तर पर निष्पादन का मूल्यांकन; और (ii) वित्तीय समावेशन में भारतीय महिलाओं का अभियान - एक स्नैपशॉट भी प्रस्तुत किया गया। श्री सुरेश एच.साओजी, रिज़र्व बैंक के सांख्यिकी और सूचना प्रबंध विभाग के पूर्व निदेशक, ने बीएसआर प्रणाली के तहत नियमित रिपोर्टिंग को डिजाइन और स्थिर करने के प्रारंभिक वर्षों की अपनी याद साझा की। डॉ.ओ.पी.मल्ल, कार्यपालक निदेशक द्वारा ‘भारतीय रिज़र्व बैंक में सूचना प्रबंधन - आगे की राह' पर एक संबोधन के साथ सम्मेलन का समापन हुआ। (योगेश दयाल) प्रेस प्रकाशनी: 2022-2023/1115 |