बैंकिंग समूहों में धारण कंपनियों पर भारतीय रिज़र्व बैंक का चर्चा पेपर - आरबीआई - Reserve Bank of India
बैंकिंग समूहों में धारण कंपनियों पर भारतीय रिज़र्व बैंक का चर्चा पेपर
27 अगस्त 2007
बैंकिंग समूहों में धारण कंपनियों पर भारतीय रिज़र्व बैंक का चर्चा पेपर
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर बैंकिंग समूहों में धारण कंपनियों पर चर्चा पेपर आम जनता के अभिमत के लिए जारी किया। अभिमत तीन सप्ताह के भीतर प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक, बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, केंद्रीय कार्यालय, शहीद भगत सिंह मार्ग, मुंबई-400001 को भेजे जाएं अथवा r_kumar@rbi.org.in को इ-मेल किए जाएं।
यह उल्लेखनीय है बहुत से देशों में विनियमन हटाए जाने और वित्तीय समेकन से वित्तीय धारण कंपनियों का विकास हुआ है जिससे उन्हें वाणिज्यिक बैंकिंग, बीमा, निवेश बैंकिंग और एक ही कंपनी नियंत्रण के अंतर्गत संचालित किए जाने वाली अन्य वित्तीय गतिविधियों की अनुमति प्राप्त हुई है। एक ही संगठन में विभिन्न समूह मॉडेल्स अर्थात् सार्वदेशिक बैंक, बैंक सहायक मॉडेल और बैंक धारण कंपनी मॉडेल का उपयोग करते हुए विभिन्न वित्तीय सेवाओं को संचालित करने के कई तरीके हैं।
भारत के वित्तीय सेवा क्षेत्र में वित्तीय कारोबारी समूह तेजी से उभर रहे हैं। उद्यमवार जोखिम नियंत्रण के लिए कारोबारी तौर-तरीके के विविधिकरण की आवश्यकता के कारण वित्तीय गतिविधियों के क्षेत्र में विस्तार के साथ कुछ खिलाड़ी भारत के लिए अब तक अपरिचित संरचनाओं का प्रयोग कर रहे हैं। इस संदर्भ में यह विचार करना सामयिक होगा कि कुछ कारोबारी समूह संरचनाओं की समीक्षा की जाए और प्रचलित वैध, विनियामक और लेखांकन ढांचे को देखते हुए देश के लिए उनकी उपयुक्तता का आकलन किया जाए और ऐसी संरचनाओं से उत्पन्न विनियामक और पर्यवेक्षी मामलों को विशिष्टता प्रदान की जाए। भारतीय रिज़र्व बैंक ने इस संदर्भ में बैंकिंग समूहों में धारण कंपनियों पर चर्चा पेपर तैयार किया है। रिज़र्व बैंक प्राप्त अभिमत के आधार पर इस मामले की नीतिगत समीक्षा करेगा।
अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/290