भारतीय रिज़र्व बैंक ने अनिवासी (बाह्य) विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) जमाओं पर ब्याज दरें बढ़ाई - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने अनिवासी (बाह्य) विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) जमाओं पर ब्याज दरें बढ़ाई
23 नवंबर 2011 भारतीय रिज़र्व बैंक ने अनिवासी (बाह्य) और अनिवासी (बाह्य) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दर मौजूदा बाज़ार परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि अगली सूचना प्राप्त होने तक और 23 नवंबर 2011 को भारत में कारोबार बंद होने के बाद से अनिवासी (बाह्य) रुपया (एनआरई) मीयादी जमाराशियों पर ब्याज दर निम्नानुसार होंगी: एक से तीन वर्ष की परिपक्वता वाले नए अनिवासी (बाह्य) रुपया (एनआरई) मीयादी जमाराशियों पर ब्याज दरें अमरीकी डॉलर की तदनुरूपी परिपक्वता के लिए पिछले महीने के अंतिम कार्य दिवस को लिबोर/स्वैप दर तथा (+)275 आधार अंकों से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह ब्याज दरें तीन वर्ष से अधिक की परिपक्वता अवधि की जमाराशियों और जमाराशियॉं जो अपनी वर्तमान परिपक्वता अवधि के बाद नवीकृत की गई हो उन पर भी लागू होंगी। 15 नवंबर 2008 से अनिवासी बाह्य जमाराशियों पर ब्याज दर लिबोर/स्वैप दर तथा 175 आधार अंक रही है। विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) जमाराशियों पर ब्याज दरें यह भी निर्णय लिया गया है कि अगली सूचना प्राप्त होने तक और 23 नवंबर 2011 को भारत में कारोबार बंद होने के बाद से विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) [ एफसीएनआर(बी) ] जमाराशियों पर ब्याज दर निम्नानुसार होंगी: 23 नवंबर 2011 को भारत में कारोबार की समाप्ति के बाद शुरू की गई सभी परिपक्वता वाली एफसीएनआर(बी) जमाराशियों पर ब्याज दर संबंधित मुद्रा/तदनुरूपी परिपक्वताओं के लिए लिबोर/स्वैप दर तथा (+) 125 आधार अंक की सीमा दर के भीतर होंगी। अस्थिर ब्याज जमाराशियों पर ब्याज दर संबंधित मुद्रा/परिपक्वता के लिए स्वैप दरों की सीमा तथा (+) 125 आधार अंक के भीतर होंगी और ब्याज पुन: निर्धारण अवधि छह महीने की होगी। इन जमाराशियों पर ब्याज दर 15 नवंबर 2008 से लिबोर/स्वैप दर तथा (+) 100 आधार अंक रही है। इस संबंध में समय-समय पर यथासंशोधित अन्य सभी अनुदेश अपरिवर्तीत रहेंगे। अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी : 2011-2012/818 |