भारतीय रिज़र्व बैंक ने दि भगत को-ऑपरेटिव बैंक लि., सोलन, हिमाचल प्रदेश पर मौद्रिक दंड लगाया - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने दि भगत को-ऑपरेटिव बैंक लि., सोलन, हिमाचल प्रदेश पर मौद्रिक दंड लगाया
14 मार्च 2022 भारतीय रिज़र्व बैंक ने दि भगत को-ऑपरेटिव बैंक लि., सोलन, हिमाचल प्रदेश पर मौद्रिक दंड लगाया भारतीय रिज़र्व बैंक (रिज़र्व बैंक) ने दिनांक 08 मार्च 2022 के आदेश द्वारा, दि भगत को-ऑपरेटिव बैंक लि., सोलन, हिमाचल प्रदेश (बैंक) पर पर्यवेक्षी कार्रवाई ढांचा (एसएएफ़) के अंतर्गत रिज़र्व बैंक द्वारा जारी विशिष्ट निदेशों का अनुपालन करने में बैंक की विफलता के लिए ₹3.00 लाख (रुपये तीन लाख केवल) का मौद्रिक दंड लगाया है। यह दंड रिज़र्व बैंक द्वारा जारी उपर्युक्त निदेशों के अनुपालन करने में बैंक की विफलता को ध्यान में रखते हुए बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 46 (4) (i) और धारा 56 के साथ पठित धारा 47ए(1)(सी) के प्रावधानों के तहत रिज़र्व बैंक को प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए लगाया गया है। यह कार्रवाई विनियामक अनुपालन में कमियों पर आधारित है और इसका उद्देश्य उक्त बैंक द्वारा अपने ग्राहकों के साथ किए गए किसी भी लेनदेन या समझौते की वैधता पर सवाल करना नहीं है। पृष्ठभूमि 31 मार्च 2020 को बैंक की वित्तीय स्थिति के संदर्भ में निरीक्षण रिपोर्ट और अन्य बातों के साथ-साथ यह पता चला कि पर्यवेक्षी कार्रवाई ढांचा (एसएएफ़) के अंतर्गत रिज़र्व बैंक द्वारा जारी विशिष्ट निदेशों का अननुपालन/उल्लंघन हुआ है। उक्त के आधार पर, बैंक को एक नोटिस जारी किया गया जिसमें उनसे यह पूछा गया कि वे कारण बताएं कि रिज़र्व बैंक द्वारा उपर्युक्त निदेशों का उल्लंघन करने के लिए उन पर दंड क्यों न लगाया जाए। बैंक के उत्तर, व्यक्तिगत सुनवाई के दौरान किए गए मौखिक प्रस्तुतीकरण और व्यक्तिगत सुनवाई के अनुसार अतिरिक्त लिखित प्रस्तुतीकरण पर विचार करने के बाद, रिज़र्व बैंक इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि रिज़र्व बैंक द्वारा जारी निदेशों का अननुपालन/उल्लंघन के आरोप सिद्ध हुए हैं और मौद्रिक दंड लगाया जाना आवश्यक है। (योगेश दयाल) प्रेस प्रकाशनी: 2021-2022/1856 |