रिज़र्व बैंक ने विशेष इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण की शुरुआत की - आरबीआई - Reserve Bank of India
रिज़र्व बैंक ने विशेष इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण की शुरुआत की
रिज़र्व बैंक ने विशेष इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण की शुरुआत की
31 मार्च 2003
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों के साथ मिल कर एक विशेष इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण योजना की शुरुआत की है। यह योजना देश के कई केंद्रों में बैंकों की शाखाओं के बीच सुरक्षित, संरक्षित और तेज़ गति से निधियों का अंतरण इलेक्ट्रॉनिक रूप से करने में सहायक होगी। यह योजना पहली अप्रैल 2003 से शुरू की जाएगी, जिसमें मुंबई में अंतर बैंक निधियों के अंतरण का समायोजन किया जाएगा।
इस योजना की खास-खास बातें इस प्रकार हैं :
- इस योजना को इस तरह से तैयार किया गया है कि योजना के अंतर्गत भाग लेनेवाली शाखाओं में से किसी में भी रखे गये खातों के बीच उसी दिन अंतर बैंक निधि अंतरण किया जा सकेगा।
- योजना के अंतर्गत ऐसे बैंकों की शाखाएं आयेंगी जो नेटवर्क से जुड़ी हुई हैं ताकि एसईएफटी संदेशों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से और तेज़ गति से भेजा जा सके।
- एसईएफटी योजना के अंतर्गत अंतर-बैंक समायोजन मुंबई में किया जायेगा जबकि प्रोसेसिंग राष्ट्रीय समाशोधन कक्ष, भारतीय रिज़र्व बैंक, नरीमन पाइंट, मुंबई में की जाएगी।
- सप्ताह के दिनों में तीन एसईएफटी समायोजन चक्र (दोपहर 12.0 बजे, 2.0 बजे तथा 4.0 बजे) तथा शनिवार के दिन दो समायोजन (दोपहर 12.0 तथा 2.0 बजे) होंगे।
- आवक एसईएफटी अनुरोधों के संदर्भ में जमा अगले समायोजन चक्र से पहले ही हिताधिकारी के खाते में लिख दिया जायेगा।
- ऐसे जमा जो हिताधिकारी के खाते में नहीं लिखे जा सकते हैं, अगले समायोजन चक्र के दौरान लौटा दिये जायेंगे। ऐसा न होने पर यह मान लिया जायेगा कि जमा लिख दिये गये है।
- एसईएफटी योजना के अंतर्गत समायोजन चक्र मौजूदा ईएफटी योजना से बिल्कुल अलग होंगी। ये एसईएफटी योजना की शुरू होने के बाद भी चलते रहेंगे।
- एसईएफटी के अंतर्गत लगभग 500 शहरों को लिया जायेगा। इसमें 2500 से अधिक शाखाएं आ जाती हैं।
इस योजना से स्टॉक एक्सचेंजों में प्रतिभूतियों में प्रस्तावित ऊ+2 आधारित रोलिंग समायोजन के अंतर्गत पे-इन तथा पे-आउट की समय से समायोजन की सुविधा मिल सकेगी।
बैंक शाखाओं की सूची सहित अन्य ब्यौरें रिज़र्व बैंक वेबसाइट
www.rbi.org.in पर उपलब्ध हैं।अल्पना किल्लावाला
महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2002-2003/1018