भारतीय रिज़र्व बैंक ने परिवारों के मुद्रास्फीति प्रत्याशा संबंधी सर्वेक्षण के दिसंबर 2017 दौर की शुरुआत की - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने परिवारों के मुद्रास्फीति प्रत्याशा संबंधी सर्वेक्षण के दिसंबर 2017 दौर की शुरुआत की
26 दिसंबर 2017 भारतीय रिज़र्व बैंक ने परिवारों के भारतीय रिज़र्व बैंक नियमित रूप से परिवारों का मुद्रास्फीति प्रत्याशा संबंधी सर्वेक्षण (आईईएसएच) करा रहा है। अब इस सर्वेक्षण के दिसंबर 2017 के दौर की शुरुआत की जा रही है। सर्वेक्षण का उद्देश्य 18 शहरों में अर्थात अहमदाबाद, बेंगलुरू, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नै, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, पटना, रायपुर, रांची, और तिरुवनंतपुरम के करीब 5,500 परिवारों की व्यक्तिगत खपत बास्केट पर आधारित मूल्य गतिविधि और मुद्रास्फीति पर वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन कराना है। इस सर्वेक्षण में परिवारों से अगले तीन माह तथा एक वर्ष की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव (सामान्य कीमतों के साथ-साथ विशिष्ट उत्पाद समूहों की कीमतें शामिल हैं) पर गुणात्मक प्रतिक्रियाएं मांगी जाती हैं तथा चालू, अगले तीन माह और अगले एक वर्ष में मुद्रास्फीति दरों पर मात्रात्मक प्रक्रियाएं मांगी जाती हैं। इस सर्वेक्षण के परिणामों से मौद्रिक नीति-निर्धारण के लिए उपयुक्त सूचना मिलती है। मेसर्स हंस रिसर्च ग्रूप प्रा. लिमिटेड, मुंबई नामक एजेंसी को भारतीय रिज़र्व बैंक की ओर से सर्वेक्षण का यह दौर आयोजित करने का कार्य सौंपा गया था। इस प्रयोजन से उक्त एजेंसी परिवारों से संपर्क करेगी तथा चयनित परिवारों से अपनी प्रतिक्रिया देने का अनुरोध किया जाता है। ऐसे व्यक्ति भी लिंक की गई सर्वेक्षण सूची का प्रयोग कर अपनी प्रतिक्रिया देकर इस सर्वेक्षण में भाग ले सकते हैं जिनसे एजेंसी द्वारा संपर्क नहीं किया गया हो। भरी गई सर्वेक्षण सूची को निम्नलिखित संपर्क ब्यौरे के अनुसार ई-मेल द्वारा भेजा जा सकता है। इस संबंध में किसी प्रकार के प्रश्न/स्पष्टीकरण के लिए कृपया निम्नलिखित पते पर संपर्क करें : निदेशक, परिवार सर्वेक्षण प्रभाग, सांख्यिकी और सूचना प्रबंध विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, सी-8, छठी मंजि़ल, बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स, बांद्रा (पूर्व), मुंबई – 400 051; फोन : 022-2657 8398, 022-2657 8332, फैक्स : 022-26571327; कृपया ई-मेल भेजने के लिए यहां क्लिक करें । अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी : 2017-2018/1738 |