भारतीय रिज़र्व बैंक ने अर्थव्यवस्था में दबावग्रस्त आस्तियों के पुनरुद्धार संबंधी विवेकपूर्ण दिशानिर्देशों को आंशिक रूप से संशोधित/स्पष्ट किया
25 फरवरी 2016 भारतीय रिज़र्व बैंक ने अर्थव्यवस्था में दबावग्रस्त आस्तियों के पुनरुद्धार संबंधी समीक्षा और पणधारकों (stakeholders) से प्राप्त प्रतिसूचना के आधार पर भारतीय रिज़र्व बैंक ने अर्थव्यवस्था में दबावग्रस्त आस्तियों से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देशों के कतिपय पहलुओं में आंशिक रूप से संशोधन किया है और उन्हें स्पष्ट भी किया है। ये संशोधित दिशानिर्देश उत्तरव्यापी रूप से (prospectively) प्रभावी होंगे। इस समीक्षा की मुख्य विशेषताएं निम्नानुसार हैं : क. एसडीआर:
ख. अर्थव्यवस्था में दबावग्रस्त आस्तियों के पुनरुद्धार का ढांचा
ग. अग्रिमों की पुनर्संरचना
यह स्मरण हो कि रिज़र्व बैंक ने अर्थव्यवस्था में दबावग्रस्त आस्तियों के पुनर्जीवन के उद्देश्य से विभिन्न दिशानिर्देश जारी किए थे। इनमें शामिल हैं : कार्यनीतिक कर्ज पुनर्संरचना (एसडीआर) तंत्र, अर्थव्यवस्था में दबावग्रस्त आस्तियों के पुनरुद्धार का ढांचा, बैंकों के अग्रिमों की पुनर्संरचना संबंधी दिशानिर्देशों में संशोधन, दीर्घावधिक परियोजना ऋणों की लचीलेदार पुनर्संरचना तथा प्रतिभूतीकरण कंपनियों (एससी)/पुनर्संरचना कंपनियों (आरसी) को वित्तीय आस्तियों की बिक्री संबंधी दिशानिर्देशों में संशोधन। अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/2016 |
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