भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2006 को समाप्त तिमाही की स्थिति के अनुसार - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2006 को समाप्त तिमाही की स्थिति के अनुसार
24 जनवरी 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2006 को समाप्त तिमाही की स्थिति के अनुसार
भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश के आँकडे जारी किये
मुख्य-मुख्य बातें
- समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति:
(1) शुद्ध (नेट) अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति जो मार्च 2005 से मार्च 2006 में लगभग 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर घट गई थी, जून 2006 में मुख्यत: रिज़र्व एसेट्स के चलते 2.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ गई (टेबल I )।
टेबल I. समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति
(बिलियन अमेरिकी डॉलर में) |
अवधि | मार्च-05(पीआर) | मार्च-06(पीआर) | जून-06(पी) |
अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, शुद्ध | -41.20 | -47.19 | -44.64 |
क. आस्तियाँ | 168.83 | 184.02 | 193.58 |
1. प्रत्यक्ष (डायरेक्ट)विदेशी निवेश | 10.03 | 12.96 | 13.63 |
2. संविभाग (पोर्टफोलिओ ) निवेश | 0.81 | 1.29 | 1.08 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां (सिक्युरिटिज़) | 0.40 | 0.65 | 0.49 |
2.2 ऋण(डेब्ट) प्रतिभूतियां | 0.41 | 0.64 | 0.59 |
3. अन्य निवेश | 16.48 | 18.15 | 15.95 |
3.1 व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट्स) | 2.77 | 0.96 | 2.04 |
3.2 ऋण (लोन्स) | 1.87 | 2.55 | 1.60 |
3.3 मुद्रा और जमाराशियां | 8.44 | 11.17 | 8.85 |
3.अन्य आस्तियाँ | 3.40 | 3.47 | 3.47 |
4. रिज़र्व आस्तियाँ | 141.51 | 151.62 | 162.91 |
ख. देयताएं | 210.03 | 231.21 | 238.21 |
1. प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) निवेश | 44.01 | 50.65 | 51.46 |
2. संविभाग (पोर्टफोलिओ ) निवेश | 55.69 | 64.55 | 64.75 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां (सिक्युरिटिज़) | 43.16 | 54.74 | 52.46 |
2.2 ऋण(डेब्ट) प्रतिभूतियां | 12.53 | 9.81 | 12.29 |
3. अन्य निवेश | 110.33 | 116.00 | 122.00 |
3.1व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट्स) | 9.56 | 10.50 | 10.90 |
3.2 ऋण (लोन्स) | 65.75 | 68.23 | 70.74 |
3.3 मुद्रा और जमाराशियां | 33.64 | 36.16 | 39.15 |
3.4 अन्य देयताएं | 1.39 | 1.11 | 1.21 |
नोट-पीआर: आंशिक संशोधित (पार्शली रिवाइज्ड); पी:अनंतिम(प्रोवीज़नल) ड टेबल में दिए गए आँकड़े अमेरिकी मिलियन डॉलर में आइएनआइपी अनुमानों के आधार पर तैयार किए गए हैं
(2) रिज़र्व एसेट्स, बाहरी एसेट्स का सबसे प्रमुख हिस्सा बने रहे और मार्च 2006 की तुलना में जून 2006 के स्तर में इनमें11.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि देखी गई। मार्च 2006 की तुलना में जून 2006 के स्तर में प्रत्यक्ष (डायरेक्ट)विदेशी निवेश 0.67 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ गए जबकि संविभाग (पोर्टफोलिओ) निवेश 0.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर घट गए और अन्य निवेश में 2.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी आई।
(3) जून 2006 में कुल रिज़र्व एसेट्स कुल बाह्य ऋणं (इसी अवधि में 132.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर ) की तुलना में 30.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ गए।
II. बाह्य आस्तियाँ और देयताएं की संरचना
1. देश की बाह्य एसेट्स का बड़ा हिस्सा रिज़र्व एसेट्स (टेबल II) के रूप में है; देश के कुल बाह्य एसेट्स में रिज़र्व एसेट्स का अंश मार्च 2005 के 83.8 प्रतिशत की तुलना में मामूली रूप से घट कर मार्च 2006 में 82.4 प्रतिशत हुआ। तथापि जून 2006 में 84.2 प्रतिशत तक बढ़ गया।
2. जून 2006 में देश की बाह्य आस्तियों का लगभग 7.6 प्रतिशत प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) निवेश और संविभाग (पोर्टफोलिओ ) निवेश के रूप में था।
3. जून 2006 में देश की बाह्य देयताओं का लगभग 51.2 प्रतिशत अन्य निवेशों के रूप में रहा जिसमें व्यापार ऋण (ट्रेड क्रेडिट्स), ऋण (लोन्स), मुद्रा और जमाराशियां, अन्य लायबिलिटिज़ (देयताएं) आती हैं।
टेबल II. बाह्य आस्तियों और देयताओं की संरचना
(प्रतिशत में) |
अवधि | मार्च-05(पीआर) | मार्च-06(पीआर) | जून-06(पी) |
क. आस्तियाँ |
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|
|
1. प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) विदेशी निवेश | 5.94 | 7.04 | 7.04 |
2. संविभाग (पोर्टफोलिओ ) निवेश | 0.48 | 0.70 | 0.56 |
3. अन्य निवेश | 9.76 | 9.86 | 8.24 |
4. आरक्षित आस्तियां | 83.82 | 82.39 | 84.16 |
कुल | 100.00 | 100.00 | 100.00 |
ख. देयताएं |
|
| |
1. प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) निवेश | 20.96 | 21.91 | 21.60 |
2. संविभाग (पोर्टफोलिओ ) निवेश | 26.51 | 27.92 | 27.18 |
3.अन्य निवेश | 52.53 | 50.17 | 51.22 |
कुल | 100.00 | 100.00 | 100.00 |
नोट-पीआर: आंशिक संशोधित (पार्शली रिवाइज्ड); पी:अनंतिम(प्रोवीज़नल) ड टेबल में दिए गए आँकड़े अमेरिकी मिलियन डॉलर में आइएनआइपी अनुमानों के आधार पर तैयार किए गए हैं
III. बाह्य ऋण (डेट) देयताओं (लायबिलिटिज़ )की तुलना में बाह्य ऋणेतर (नॉन डेट) देयताएं
बाह्य ऋण (डेट) देयताओं (लायबिलिटिज़) की तुलना में बाह्य ऋणेतर (नॉन डेट) देयताएं मार्च 2005 की अपेक्षा मार्च 2006 में बढ़ गईं (टेबल III)। तथापि, संविभाग (पोर्टफोलिओ) निवेश के तहत संबंधित इक्विटी प्रतिभूतियों (सिक्युरिटिज़) के मार्च 2006 के 45.6 प्रतिशत की तुलना में अप्रैल -जून 2006 के दौरान घटकर जून 2006 के अंत में 43.6 प्रतिशत हो जाने के चलतें इसमें मामूली रूप से कमी आई।
टेबल III. बाह्य ऋण (डेट) और ऋणेतर (नॉन डेट)लायबिलिटिज़ का हिस्सा
(प्रतिशत में)
अवधि | मार्च -05(पीआर) | मार्च-06(पीआर) | जून-06(पी) |
ऋणेतर (नॉन डेट) देयताएं | 41.50 | 45.58 | 43.63 |
ऋण (डेट) देयताएं | 58.50 | 54.42 | 56.37 |
कुल | 100.00 | 100.00 | 100.00 |
नोट-पीआर:आंशिक संशोधित (पार्शली रिवाइज्ड); पी:अनंतिम(प्रोवीज़नल) ड टेबल में दिए गए आँकड़े अमेरिकी मिलियन डॉलर में आइएनआइपी अनुमानों के आधार पर तैयार किए गए हैं
किसी निर्दिष्ट अवधि जैसे मार्च की अंतिम तारीख़ की स्थिति के अनुसार तैयार की गई अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइएनआइपी) किसी देश की बाह्य आस्तियों (एसेट्स) और देयताओं (लायबिलिटिज़) के स्टॉक का ब्यौरा होती हैं। वित्तीय आस्तियों में अनिवासियों (नॉन-रेसिडेंट्स) पर किसी देश के वित्तीय दावे ( क्लेम्स) होते हैं और वित्तीय लायिबलिटिज़ में अनिवासियों के प्रति उस देश की वित्तीय लायिबलिटिज़ होती हैं। ये लेन-देन संस्थागत निवासी (रेसिडेंट्स) क्षेत्रों, यथा मुद्रा प्राधिकारी, सरकार, बैंक और अन्य क्षेत्र (कंपनी क्षेत्र भी इसमें शामिल है) के अनुसार वर्गीकृत किए जाते हैं। शुद्ध (नेट) अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (जो बाहरी आस्तियों (एसेट्स) के स्टॉक से बाह्य देयताओं को घटा कर प्राप्त की जाती है) से इस बात का पता चलता है कि किसी अर्थव्यवस्था के पास जो है (जितने का स्वामित्व है) और जो उस पर ऋण है, उसमें अंतर कितना है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) के विशेष आँकड़ा संप्रसार मानक (एसडीडीएस) के अनुसार आइएनआइपी संबंधी आँकड़े मार्च के अंत की स्थिति के अनुसार वार्षिक फिर भी तिमाही वांछित है - तिमाही आधार पर दो तिमाहियों का अंतराल रख़ते हुए जारी किए जाने हैं। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा भारत की आइएनआइपी मार्च की स्थिति के अनुसार वार्षिक रूप से जारी की जाती है। भारत की अंतिम आइएनआइपी सितंबर 2006 को जारी की गई थी। अब पहली बार जून 2006 के अंत की स्थिति के अनुसार तिमाही आइएनआइपी तैयार की गई है।
अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2006-2007/1004