भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्तीय साक्षरता सामग्री जारी की - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्तीय साक्षरता सामग्री जारी की
31 जनवरी, 2013 भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्तीय साक्षरता सामग्री जारी की वित्तीय साक्षरता वित्तीय उत्पादों और सेवाओं की मांग उत्पन्न करती है जिसके द्वारा वित्तिय समावेशन की गति को तेज होती है क्योंकि इससे आम आदमी बैंकों द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं की ज़रूरतों और लाभ को समझ सकता है। इस उद्देश्य के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक ने 6 जून, 2012 को वित्तीय साक्षरता केन्द्रों (एफएलसी) के संबंध में संशोधित दिशानिर्देश जारी किए थे जिनमें बैंकों को सूचना दी गई कि दो अनिवार्यताओं अर्थात् ‘वित्तीय साक्षरता’ और ‘वित्तीय पहुंच’ के प्रावधान के माध्यम से वित्तीय समावेशन को सुगम बनाते हुए एफएलसी और अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की सभी ग्रामीण शाखाओं को महीने में कम से कम एक बार बाह्य वित्तीय साक्षरता शिविरों का आयोजन कर वित्तीय साक्षरता प्रयासों को बढ़ाना चाहिए। जैसाकि इसमें सूचित किया गया है, हमने अब एक व्यापक वित्तीय साक्षरता मार्गदर्शी सिद्धांत तैयार किया है जिसमें प्रशिक्षकों के लिए मार्गदर्शन नोट, वित्तीय साक्षरता शिविर के आयोजन के लिए दिशानिर्देश एवं वित्तीय साक्षरता सामग्री के साथ-साथ वित्तीय डायरी और 16 पोस्टरों का एक सेट भी है। वित्तीय सारक्षता मार्गदर्शी सिद्धांत में परिचालनात्मक दिशानिर्देश हैं जिनमें उन तरीकों का वर्णन है जिनमें वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित किए जाने चाहिए ताकि एक वित्तीय पहुंच उपलब्ध कराने और इस प्रकार से बैंकिंग प्रणाली से वित्तीय रूप से बाहर रहने वाले वर्ग को जोड़ने का कार्य एक ही साथ किया जा सके। वित्तीय साक्षरता सामग्री का उद्देश्य वित्तीय जागरूकता उत्पन्न करने और मुद्रा के प्रबंधन, बचतों के महत्व, बैंको में बचतों के लाभ, बैंकों द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं और बैंकों से उधार लेने के लाभों के बारे में आम लोगों को शिक्षित करने में सहायता करना है। यह मार्गदर्शी सिद्धांत वित्तीय साक्षरता और वित्तीय समावेशन के कार्य में शामिल प्रशिक्षकों के लिए एक सुलभ सामग्री है। वित्तीय डायरी को लक्षित श्रोताओं के वितरण के लिए तैयार किया गया है ताकि वे अपने आय और व्यय का रिकार्ड रख सकें जिससे कि उनकी बेहतर वित्तीय योजना और खर्च करने की समझ को बढ़ाया जा सके। सरल और अपीलीय नारों के साथ पोस्टरों को वित्तीय साक्षरता शिविरों से पहले, इनके दौरान और बाद में प्रमुखता के साथ प्रदर्शित किया जाए, जो मुद्रा प्रबंध, बचतों, उधारों और मूल बैंकिंग उत्पादों का संदेश चित्रों के माध्यम से देते हैं। शुरूआत में सम्पूर्ण सामग्री हिंदी और अंग्रेजी में तैयारी की गई है। आने वाले समय में इसका अन्य भारतीय भाषाओं में भी अनुवाद किया जाएगा। बैंकों के लिए यही समय है कि वे अवरूद्ध कारोबारी अवसरों को शामिल करने के द्वारा वित्तीय समावेशन को एक व्यवहार्य कारोबारी प्रतिदर्श बनने के एक मात्र उद्देश्य के साथ एक मिशन के रूप में वित्तीय साक्षरता शिबिरों का आयोजन करें। वित्तीय साक्षरता शिबिरों के दौरान वित्तीय रूप से बाहर रहनेवाले लक्ष्य श्रोताओं तक इस संदेश को पहुंचाने में निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए हमने बैंकों को सूचित किया है कि वे वित्तीय साक्षरता मार्गदर्शन को वित्तीय उत्पाद और सेवाओं की मौलिक अवधारणात्मक समझ प्रदान करने के लिए उनका मानक पाठ्यक्रम के रूप में उपयोग करें। अधिक जानकारी के लिए हमसे इ-मेल पर संपर्क किया जा सकता है। अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी : 2012-2013/1287 |