भारतीय रिज़र्व बैंक ने एनबीएफसी के लिए स्केल आधारित विनियमन के अंतर्गत ऊपरी स्तर (एनबीएफ़सी-यूएल) में एनबीएफसी की सूची जारी की - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने एनबीएफसी के लिए स्केल आधारित विनियमन के अंतर्गत ऊपरी स्तर (एनबीएफ़सी-यूएल) में एनबीएफसी की सूची जारी की
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज वर्ष 2024-25 के लिए एनबीएफसी के लिए स्केल आधारित विनियमन के अंतर्गत ऊपरी स्तर में एनबीएफसी की सूची की घोषणा की। 2. भारतीय रिज़र्व बैंक ने 22 अक्तूबर 2021 को स्केल आधारित विनियमन (एसबीआर): एनबीएफसी के लिए एक संशोधित विनियामक ढांचा जारी किया था। यह ढांचा एनबीएफसी को आधार स्तर (एनबीएफसी-बीएल), मध्य स्तर (एनबीएफसी-एमएल), ऊपरी स्तर (एनबीएफसी-यूएल) और शीर्ष स्तर (एनबीएफसी-टीएल) में वर्गीकृत करता है और यह एनबीएफ़सी की आस्ति के आकार और स्कोरिंग पद्धति के अनुसार ऊपरी स्तर में उनकी पहचान करने की पद्धति निर्धारित करता है। तदनुसार, 2024-25 के लिए एनबीएफसी-यूएल की सूची निम्नवत है:
3. स्कोरिंग पद्धति के अनुसार एनबीएफसी-यूएल के रूप में पहचान हेतु योग्य होने के बावजूद, पिरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड को कारोबारी समूह में चल रहे पुनर्गठन के कारण वर्तमान समीक्षा में एनबीएफसी-यूएल की सूची में शामिल नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा, एनबीएफसी-यूएल की सूची में टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड को शामिल करने से उसके पंजीकरण रद्द करने के आवेदन, जिसकी जांच चल रही है, के परिणाम पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। 4. ढांचे के संदर्भ में, एक बार जब किसी एनबीएफसी को एनबीएफसी-यूएल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, तो यह इस स्तर में इसके वर्गीकरण से कम से कम पाँच वर्ष की अवधि के लिए बढ़ी हुई विनियामक अपेक्षाओं के अधीन होगा, भले ही यह अगले वर्ष/ वर्षों में पैरामीट्रिक मानदंडों को पूरा न करता हो। (पुनीत पंचोली) प्रेस प्रकाशनी: 2024-2025/1939 |