भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों की संभावना, 2014-15 जारी किया - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों की संभावना, 2014-15 जारी किया
04 जनवरी 2016 भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों की भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज ‘प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों की संभावना, 2014-15’ शीर्षक वाले वार्षिक प्रकाशन का दूसरा खंड जारी किया। इस प्रकाशन को http://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!13 पर एक्सेस किया जा सकता है। यह प्रकाशन सहकारी बैंक पर्यवेक्षण विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्रकाशित किया गया है। इस प्रकाशन में अनुसूचित और गैर-अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों के वर्ष 2014-15 के वित्तीय लेखे कवर किए गए हैं। यह प्रकाशन तुलन-पत्र, लाभ-हानि खाते, अनर्जक आस्तिओं, वित्तीय अनुपातों, कार्यालयों के क्षेत्रवार वितरण तथा प्राथमिकताप्राप्त क्षेत्र के अग्रिमों के ब्यौरे उपलब्ध कराता है। इसके अतिरिक्त, यह प्रकाशन पूंजी पर्याप्तता, लाभप्रदता और कर्मचारी उत्पादकता पर चयनित वित्तीय अनुपातों पर अनुसूचित प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंकों के बैंक-वार ब्यौरे उपलब्ध कराता है। इस वर्ष इस प्रकाशन में अनुसूचित शहरी सहकारी बैंकों के तुलन-पत्र तथा लाभ-हानि खाते पर दो नई बैंक-वार सारणियां जोड़ी गई हैं। यह प्रकाशन भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस (डीबीआईई) लिंक (http://dbie.rbi.org.in) के माध्यम से वार्षिक आधार पर केवल इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप में ही प्रकाशित किया जा रहा है। इस प्रकाशन की मुद्रित प्रति नहीं होंगी। संगीता दास प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/1565 |