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भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा "तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का बकाया ऋण – मार्च 2021" जारी किया गया

29 जून 2021

भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा ‘तिमाही बीएसआर-1: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का
बकाया ऋण – मार्च 2021’ जारी किया गया

आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का बकाया ऋण – मार्च 2021’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन अपने भारतीय अर्थव्यवस्था संबंधी डेटाबेस (डीबीआईई) नामक पोर्टल (वेब-लिंक: https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=publications#!12) पर जारी किया। विस्तृत खाता-स्तरीय जानकारी के आधार पर, यह बैंक ऋण की विभिन्न विशेषताओं जैसे व्यवसाय/गतिविधि और उधारकर्ता के संगठनात्मक क्षेत्र, खाते के प्रकार और ब्याज दरों को प्रस्तुत करता है । इस सर्वेक्षण के दौर में 88 एससीबी (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) की 1,26,836 शाखाओं द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े, बैंक समूहों, जनसंख्या समूहों और राज्य वार प्रस्तुत किए गए हैं1

मुख्य बातें:

  • शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक शाखाओं ने मार्च 2021 में दोहरे अंकों में ऋण वृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) दर्ज की, जबकि महानगरीय शाखाओं, जो कि बैंक ऋण का 63 प्रतिशत है, ने ऋण में 1.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

  • व्यक्तिगत ऋणों में तेज गति से वृद्धि जारी रही और मार्च 2021 में 13.5 प्रतिशत की वृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) दर्ज की गई; दूसरी ओर, 2020-21 की सभी तिमाहियों के दौरान औद्योगिक ऋण वृद्धि नकारात्मक रही।

  • घरेलू क्षेत्र2 को ऋण 10.9 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) बढ़ा और कुल ऋण में इसकी हिस्सेदारी मार्च 2021 में बढ़कर 52.6 प्रतिशत हो गई, जो एक वर्ष पहले 49.8 प्रतिशत थी: हालांकि, निजी कारपोरेट क्षेत्र को ऋण वृद्धि में लगातार छठी तिमाही में गिरावट आई और कुल ऋण में इसकी हिस्सेदारी 28.3 प्रतिशत रही।

  • नकद ऋण, ओवरड्राफ्ट और मांग ऋण के रूप में कार्यशील पूंजी ऋण, जो कुल ऋण का एक तिहाई था, 2020-21 के दौरान संकुचित हुआ।

  • अन्य बैंक समूहों की तुलना में निजी क्षेत्र के बैंकों ने उच्च ऋण वृद्धि दर्ज की : कुल ऋण में उनकी हिस्सेदारी मार्च 2021 में बढ़कर 36.5 प्रतिशत हो गई जो एक वर्ष पहले 35.4 प्रतिशत और पांच वर्ष पहले 24.8 प्रतिशत थी।

  • 2020-21 के दौरान बकाया ऋण के लिए भारित औसत उधार दर (डबल्यूएएलआर) में 91 आधार अंकों की गिरावट आई, जिसमें 2020-21 की चौथी तिमाही के दौरान 21 आधार अंक की गिरावट शामिल है।

(योगेश दयाल) 
मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी: 2021-2022/441


1 मार्च 2021 के अंतिम रिपोर्टिंग शुक्रवार के लिए पाक्षिक फॉर्म-ए रिटर्न (भारिबैं अधिनियम 1934 की धारा 42 (2) के तहत संकलित) पर आधारित सकल डेटा का प्रकाशन पहले हमारी वेबसाइट (होम> स्टैटिस्टिक्स> डेटा रिलीज>फोर्टनाइटली - शेडयूल्ड बैंक'स स्टेटमेंट ऑफ पोजीशन इन इंडिया) पर किया गया था और मार्च 2021 के एससीबी के जमा और ऋण पर अलग-अलग आंकड़े पहले भी (होम> सांख्यिकी> डेटा रिलीज> तिमाही> एससीबी के जमा और ऋण तिमाही सांख्यिकी) पर जारी किए गए थे।

2 घरेलू क्षेत्र में मालिकाना संस्थाओं, हिन्दू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ़) और भागीदारी फर्मों सहित अन्य शामिल हैं।

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