भारतीय रिज़र्व बैंक ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा निवेश के लिए स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग के तहत निवेश सीमा का आवंटन पुनः खोल दिया - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा निवेश के लिए स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग के तहत निवेश सीमा का आवंटन पुनः खोल दिया
10 फरवरी 2022 भारतीय रिज़र्व बैंक ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा निवेश के लिए स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग के भारतीय रिज़र्व बैंक ने 01 मार्च 2019 को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा निवेश के लिए स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग (वीआरआर) की शुरुआत की। अब तक तीन चरणों में वीआरआर के माध्यम से निवेश के लिए ₹1,50,000 करोड़ की ऑफर की गई थी; जिसमें से 10 फरवरी 2022 तक लगभग ₹1,49,995 करोड़ का लाभ उठाया जा चुका है। प्राप्त फीडबैक के आधार पर और सरकार के साथ परामर्श से, बैंक ने वीआरआर के तहत उपलब्ध निवेश सीमा में वृद्धि की है। वीआरआर निवेश सीमा में वृद्धि को आज दिनांक 10 फरवरी 2022 के ए.पी. (डीआईआर श्रृंखला) परिपत्र संख्या 22 के माध्यम से अधिसूचित किया गया है। निम्नलिखित विवरण के अनुसार बढ़ी हुई निवेश सीमा 01 अप्रैल 2022 से आवंटन के लिए खुली रहेगी: -
(योगेश दयाल) प्रेस प्रकाशनी: 2021-2022/1701 |