भारतीय रिज़र्व बैंक ने रॉयल मॉनिटरी अथॉरिटी ऑफ भूटान के साथ मुद्रा स्वैप करार पर हस्ताक्षर किए - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने रॉयल मॉनिटरी अथॉरिटी ऑफ भूटान के साथ मुद्रा स्वैप करार पर हस्ताक्षर किए
17 मार्च 2016 भारतीय रिज़र्व बैंक ने रॉयल मॉनिटरी अथॉरिटी ऑफ भूटान भारतीय रिज़र्व बैंक ने रॉयल मॉनिटरी अथॉरिटी ऑफ भूटान (आरएमबीए) के साथ सार्क मुद्रा स्वैप करार पर आज हस्ताक्षर किए। इस करार के अंतर्गत रॉयल मॉनिटरी अथॉरिटी ऑफ भूटान अधिकतम 100 मिलियन अमरीकी डॉलर या इसके सममूल्य तक बहुविध अंशों में अमरीकी डॉलर, यूरो या भारतीय रुपया का आहरण कर सकता है। यह अपेक्षा की जाती है कि इससे दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ेगा। यह करार हस्ताक्षर होने की तारीख से तीन वर्ष की अवधि के लिए वैध है। यह स्मरण होगा कि भारत सरकार की सहमति से यह निर्णय लिया गया कि सार्क करेंसी स्वैप व्यवस्था की अवधि नवंबर 2017 तक और दो वर्ष के लिए बढ़ा दी जाए। इस व्यवस्था के अंतर्गत भारतीय रिज़र्व बैंक सार्क सदस्य देशों, नामतः, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान, और श्रीलंका, को विदेशी मुद्रा (अमरीकी डॉलर और यूरो) और भारतीय रुपए दोनों में कुल 2 बिलियन अमरीकी डॉलर की स्वैप सुविधा उपलब्ध कराता है। इस स्वैप व्यवस्था का उद्देश्य सार्क सदस्य देशों को निधियन की एक बैकस्टॉप लाइन उपलब्ध कराना है ताकि वे भुगतान संतुलन और चलनिधि संकट के समय कोई दीर्घकालिक व्यवस्था होने तक इससे निपट सकें या बाज़ार में उथल-पुथल के कारण वे अपनी अल्पावधि चलनिधि की आवश्यकता को पूरा कर सकें। इस व्यवस्था से क्षेत्र में वित्तीय स्थिरता और मजूबत होगी। अल्पना किल्लावाला प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/2192 |