भारतीय रिज़र्व बैंक तारांकित श्रृंखला वाले बैंक नोट जारी करेगा - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक तारांकित श्रृंखला वाले बैंक नोट जारी करेगा
19 अप्रैल 2006
भारतीय रिज़र्व बैंक तारांकित श्रृंखला वाले बैंक नोट जारी करेगा
भारतीय रिज़र्व बैंक वर्तमान में क्रमानुसार संख्यांकित बैंक नोटों वाले नये बैंक नोट पैकेट जारी करता है जिसमें एक सौ (100) नोट रहते हैं। प्रत्येक बैंक नोट पर एक प्रीफिक्स सहित विशिष्ट क्रम संख्या होती है। प्रीफिक्स में अंक और अक्षर/अनेक अक्षर होते हैं और उसके बाद एक क्रम संख्या होती है। उदाहरण के लिए करेंसी नोट पर 4 ण्ण् 456917 जैसी संख्या हो सकती है।
मुद्रण के समय क्रमानुसार संख्यांकित पैकेट में यदि कोई दोषपूर्ण बैंक नोट पाया जाता है तो उसे नोट मुद्रणालय में ही उसी संख्या के बैंक नोट से बदल दिया जाता है ताकि पैकेट का क्रम बना रहे। अंतराष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं की तुलना में अपनी क्रियाविधियों का बैंचमार्क बनाने के साथ ही मुद्रणालयों में मुद्रण को किफायती बनाने की दिशा में रिज़र्व बैंक द्वारा किये जा रहे प्रयासों के एक अंग के रूप में प्रस्ताव है कि दोषपूर्ण मुद्रित बैंक नोटों को बदलने के लिए तारांकित श्रृंखला संख्यांकन प्रणाली (स्टार सीरीज नंबरिंग सिस्टम) अपनायी जाए।
प्रारंभ में तारांकित श्रृंखला नोट निम्न मूल्यवर्गों अर्थात् 10 रुपये, 20 रुपये और 50 रुपये के मूल्यवर्ग में जारी किए जाएंगे। तारांकित श्रृंखला नोट हूबहू वैसे ही होंगे जैसे महात्मा गांधी श्रृंखला के 10 रुपये, 20 रुपये और 50 रुपये के मौजूदा नोट हैं किन्तु उनके संख्या पटल में एक अतिरिक्त चिह्न अर्थात् *(तारा) होगा। तारांकित श्रृंखला नोट वाले पैकेटों में पहले की तरह ही 100 नग होंगे किन्तु वे क्रमवार नहीं होंगे। तारांकित श्रृंखला नोट वैध मुद्रा होगी और जनता इन्हें बिना किसी हिचकिचाहट के स्वीकार कर सकती है और इनका उपयोग कर सकती है।
परिणामस्वरूप, रिज़र्व बैंक द्वारा जारी कुछ नये बैंक नोट पैकेटों में कुछ नोट ऐसे होंगे जिनके संख्या पटल में प्रीफिक्स और संख्या के बीच की जगह में * (तारा) चिह्न होगा। इस पैकेट में भी पहले की ही तरह 100 बैंक नोट होंगे। उदाहरण के लिए तारांकित श्रृंखला नोट पर 4ण्ण् * 456987 जैसी संख्या होगी। तारांकित श्रृंखला नोट वाले नोट पैकेटों को आसानी से पहचानने के लिए ऐसे पैकेटों की पट्टी पर ऐसा नोट होने का स्पष्ट संकेत होगा।
अजीत प्रसाद
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2005-2006/1337