भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर सं. 06/2018: फेरीवाले विक्रेताओं की वित्तीय क्षमता को मापना - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर सं. 06/2018: फेरीवाले विक्रेताओं की वित्तीय क्षमता को मापना
13 दिसंबर 2018 भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर सं. 06/2018: भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर श्रृंखला* के अंतर्गत “फेरीवाले विक्रेताओं की वित्तीय क्षमता को मापना” शीर्षक से वर्किंग पेपर उपलब्ध कराया है। यह पेपर डी.वी.रमना और सिलू मुदुली द्वारा लिखा गया है। यह पेपर, चार आयामों, अर्थात मौजूदा जरूरतों को पूरा करने के लिए वित्तीय प्रबंधन, भविष्य की वित्तीय योजना, वित्तीय उत्पादों का प्रबंधन, और वित्तीय ज्ञान को ध्यान में रखते हुए भारत के भुवनेश्वर में फेरीवाले विक्रेताओं की वित्तीय क्षमता का अनुमान लगाता है। प्राथमिक सर्वेक्षण डेटा के आधार पर, नमूने में प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक वित्तीय क्षमता सूचकांक की गणना उस माप से की जाती है जो स्तर के सिद्धांतों के लिए एकात्मकता,गुमनामी,सामान्यीकरण, समानता,संवेदनशीलता की कमी और अभाव संवेदनशीलता को पूरा करता है। अध्ययन में पाया गया है कि, एक व्यक्ति की वित्तीय क्षमता को शिक्षा,आयु,व्यापार अनुभव और दैनिक कारोबार महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है। इसके अलावा, बैंक की अधिक शाखाओं वाले क्षेत्रों में फेरीवाले विक्रेताओं की वित्तीय क्षमता काफी अधिक पायी गयी थी। * रिज़र्व बैंक ने आरबीआई वर्किंग पेपर श्रृंखला की शुरुआत मार्च 2011 में की थी। ये पेपर रिज़र्व बैंक के स्टाफ सदस्यों द्वारा किए जा रहे अनुसंधान प्रस्तुत करते हैं और अभिमत प्राप्त करने और इस पर अधिक चर्चा के लिए इन्हें प्रसारित किया जाता है। इन पेपरों में व्यक्त विचार लेखकों के होते हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक के नहीं होते हैं। अभिमत और टिप्पणियां कृपया लेखकों को भेजी जाएं। इन पेपरों के उद्धरण और उपयोग में इनके अनंतिम स्वरूप का ध्यान रखा जाए। अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी: 2018-2019/1370 |