बैंकिंग सेवाओं में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए सांख्यिकी पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट - आरबीआई - Reserve Bank of India
बैंकिंग सेवाओं में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए सांख्यिकी पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट
8 जून 2007
बैंकिंग सेवाओं में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए सांख्यिकी पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट
वित्तीय सेवाओं में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को उदार बनाया जाना सेवा संबंधी व्यापार पर सामान्य करार (जीएटीस) के एक भाग के रूप में सेवा संबधी व्यापार पर वार्ता एक महत्त्वपूर्ण पहलू है जो मुखत: विश्व व्यापार संघटन (डब्लूटीओ) के सदस्यों के साथ बहुपक्षीय वार्ता पर निर्भर है। सेवा संबंधी व्यापार पर सामान्य करार (जीएटीस) विशेषत: वित्तीय क्षेत्र के अंतर्गत सार्थक वार्ता के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तुलनात्मक आंकड़ो की उपलब्धता पूर्वापेक्षित है। तदनुसार, रिज़र्व बैंक ने भारत में बैंकिंग सेवाओं में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर सांख्यिकी सूचना की उपलब्धता का पता लगाया और इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि यद्यपि बैंकिंग सेवाओं में व्यापार पर कुछ आंकड़े/संकेतक उपलब्ध हैं, परंतु ये आंकड़ा ॉााटतों में बिखरे हुए हैं तथा स्वाभाविक रूप से पर्याप्त नहीं हैं। अत: भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकिंग सेवाओं में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए सांख्यिकी पर तकनीकी समूह (टीजीएसआइटीबीएस) का गठन किया था जिसमें वित्त मंत्रालय, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक के अन्य विभिन्न विभाग इसके सदस्य हैं। तकनीकी समूह ने अब अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है जिसे विस्तृत प्रसार और प्रतिसूचना के लिए वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर डाल दिया गया है।
भारत में विदेशी बैंक शाखाओं तथा अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति वाले भारतीय बैंक और इन आंकड़ों के उपयोगकर्ता इस रिपोर्ट पर अपना अभिमत/सुझाव एक महीने के भीतर प्रभारी अधिकारी, सांख्यिकीय विश्लेषण और कंप्यूटर सेवा विभाग, बांद्रा-कुर्ला काम्लेक्स, भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई-400051 को भेज सकते हैं अथवा इसे 022- 26570848 पर फैक्स कर सकते हैं अथवा ई-मेल कर सकते हैं।
रिज़र्व बैंक, और सुधार तथा बैंकिंग सेवाओं में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर सांख्यिकीय आंकड़ों के संकलन को सुदृढ़ बनाने के लिए इन विचारों/सुझावों की जाँच करेगा।
अजीत प्रसाद
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2006-2007/1687