रिज़र्व बैंक ने दि डाकोर महिला नागरिक सहकारी बैंक लि., डाकोर (गुजरात) का लाइसेंस रद्द किया - आरबीआई - Reserve Bank of India
रिज़र्व बैंक ने दि डाकोर महिला नागरिक सहकारी बैंक लि., डाकोर (गुजरात) का लाइसेंस रद्द किया
31 दिसंबर 2007
रिज़र्व बैंक ने दि डाकोर महिला नागरिक सहकारी बैंक लि., डाकोर (गुजरात)
का लाइसेंस रद्द किया
इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि दि डाकोर महिला नागरिक सहकारी बैंक लि., डाकोर (गुजरात) के अर्थक्षम नहीं रह जाने, गुजरात सरकार के साथ परामर्श से बैंक को पुनरुज्जीवित करने के प्रयास असफल हो जाने तथा सतत अनिश्चितता के कारण जमाकर्ताओं को होनेवाली असुविधा के परिप्रेक्ष्य में भारतीय रिजर्व बैंक ने 29 दिसम्बर 2007 को बैंक को दिया गया लाइसेंस रद्द करने का आदेश जारी किया। सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार, गुजरात से भी बैंक के समापन और उसके लिए समापक नियुक्त करने का आदेश जारी करने का अनुरोध किया गया है। यह उल्लेख किया जाता है कि बैंक के समापन पर हर जमाकर्ता सामान्य शर्तों के अंतर्गत निक्षेप बिमा और प्रत्यय गारंटी निगम (डीआइसीजीसी) से 1,00,000/- रुपये (एक लाख रुपये मात्र) की मौद्रिक सीमा तक अपनी जमाराशियों को वापस पाने का हकदार होता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने उक्त बैंक के पुनरू ि ज्जवित करने के सभी विकल्पों की जाँच करने के बाद और जमाकर्ताओं के हित में दि डाकोर महिला नागरिक सहकारी बैंक लि., डाकोर (गुजरात) का लाइसेंस रद्द करने का निर्णय अंतिम उपाय के रूप में निर्णय लिया।
31 मार्च 2007 को बैंक की वित्तीय स्थिति के संदर्भ में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए निरीक्षण से यह पता चला है कि बैंक की वित्तीय स्थिति में और गिरावट आयी है। बैंक की पूँजी और आरक्षित निधि का वसूली योग्य मूल्य नकारात्मक हो जाने से उसकी जमाराशियाँ कम होती जा रही थी। इसके बाद 31 मार्च 2007 को उसकी स्थिति के संदर्भ में किए गए निरिक्षण से यह पता चला कि आस्तियों में और अधिक गिरावट आयी। बैंक की वित्तीय स्थिति में गिरावट और चलनिधि की कमी के मद्देनज़र बैंक पर 1,000/- रुपए तक की जमाराशि पर निकासी की सीमा लागू किए जाने सहित 31 जुलाई 2007 के आदेश के अनुसार बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35क के अंतर्गत निर्देश लागू किए गए।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंक को 16 अगस्त 2007 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिसमें यह कहा गया था कि उन्हें जारी किया गया लाइसेंस क्यों न रद्द किया जाए। सक्षम कार्य योजना के अभाव में बैंक का पुनरूज्जीवित किए जाने की कोई संभावना नहीं होने के कारण भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक के जमाकर्ताओं के हित में अंतिम उपाय के रूप में इसका लाइसेंस रद्द करने का निर्णय लिया। लाइसेन्स रद्द किये जाने और समापन प्रक्रिया आरंभ करने से दि डाकोर महिला नागरिक सहकारी बैंक लि., डाकोर (गुजरात) के जमाकर्ताओं को निक्षेप बिमा योजना की शर्तों के अधीन जमाराशि के भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी।
लाइसेन्स रद्द किये जाने के अनुसरण में दि डाकोर महिला नागरिक सहकारी बैंक लि., डाकोर (गुजरात) पर बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 5(ख) के अंतर्गत जमाराशियां स्वीकार करने और उन्हें वापस लौटाने सहित बैंकिंग कारोबार करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
किसी भी स्पष्टीकरण के लिए जमाकर्ता श्रीमती मैथिली रामकृष्णन, सहायक महाप्रबंधक, शहरी बैंक विभाग, भारतीय रिजर्व बैंक, अहमदाबाद से संपर्क कर सकते हैं। उनका संपर्क ब्यौरा निम्नानुसार है:
डाक पता : भारतीय रिजर्व बैंक, शहरी बैंक विभाग, ला-गज्जर चेंबर, आश्रम रोड, पोस्ट बॉक्स नं.1, अहमदाबाद-380 009. टेलीफोन नंबर : (079) 26580512; फैक्स नंबर : (079) 26584853.
जी. रघुराज
उप मुख्यप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/865