16 सितंबर 2009 भारतीय रिज़र्व बैंक ने दि नागपुर महिला नागरी सहकारी बैंक लि., नागपुर, महाराष्ट्र का लाइसेंस रद्द किया दि नागपुर महिला नागरी सहकारी बैंक लि., नागपुर, महाराष्ट्रके अर्थक्षम नहीं रह जाने और महाराष्ट्र सरकार के परामर्श से बैंक को पुनरुज्जीवित करने के प्रयास असफल हो जाने तथा सतत अनिश्चितता के कारण जमाकर्ताओं को होनेवाली असुविधा के परिप्रेक्ष्य में भारतीय रिज़र्व बैंक ने 08 सितम्बर 2009 को कारोबार की समाप्ति के बाद बैंक को दिया गया लाइसेंस रद्द करने का आदेश जारी किया। सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार, महाराष्ट्र राज्य से भी बैंक के समापन और उसके लिए समापक नियुक्त करने का आदेश जारी करने का अनुरोध किया गया है। उल्लेख किया जाता है कि बैंक के समापन पर हर जमाकर्ता निपेक्ष बिमा और प्रत्यय गारंटी निगम (डीआइसीजीसी) से सामान्य शर्तो के अधीन 1,00,000 (एक लाख रुपये मात्र) रुपये की मौद्रिक सीमा तक अपनी जमाराशियों को वापस पाने का हकदार होता है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने 11अक्तूबर 1976 को बैंक को बैंकिंग कारोबार करने के लिए लाईसेंस प्रदान किया था। 31 मार्च 2003 की बैंक की वित्तीय स्थिति के संदर्भ में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए सांविधिक निरीक्षण से यह संकेत मिला कि बैंक की वित्तीय स्थिति संतोषजनक नहीं है। बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 35(क) के अंतर्गत और अधिक देयता से बैंक को रोकने के लिए 20 सितम्बर 2004 के आदेश द्वारा बैंक को निर्देश जारी किए गए। बैंक की वित्तीय स्थिति की समीक्षा निरंतर की जा रही थी परन्तु बैंक की वित्तीय स्थिति में अधिक सुधार नही होने के कारण भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंक को 05 मार्च 2009 को कारण बताओ नोटिस जारी किया था जिसमें यह पूछा गया था कि बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 ( सहकारी समितियों पर यथालागू) के अंतर्गत 11अक्तूबर 1976 को उन्हें बैंकिंग कारोबार करने के लिए जारी किया गया लाइसेंस क्यों न रद्द किया जाए। कारण बताओ नोटिस पर बैंक द्वारा भेजे गए उत्तर की जांच की गयी तथा उसे स्वीकार्य नहीं पाया गया। 31 मार्च 2009 की बैंक की वित्तीय स्थिति के संदर्भ में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए सांविधिक निरीक्षण से यह संकेत मिला कि बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) के कई प्रावधानों का बैंक अनुपालन नहीं कर रहा है तथा बैंक ने भारतीय रिज़र्व बैंक के कई दिशानिर्देश/अनुदाशों का उल्लंघन किया है। बैंक की प्रदत्त पूंजी तथा आरक्षित निधि का विनिमेय मूल्य ऋणात्मक होने तथा सक्षम कार्ययोजना के अभाव मे बैंक को पुर्नजीवित किए जाने की कोई आशा नही थी अत: भारतीय रिज़र्व बैंक ने के जमाकर्ताओं के हित में अंतिम उपाय के रूप में बैंक का लाइसेंस रद्द करने का निर्णय लिया। लाइसेन्स रद्द किये जाने और समापन प्रक्रिया आरंभ करने से दि नागपुर महिला नागरी सहकारी बैंक लि., नागपुर, महाराष्ट्र के जमाकर्ताओं को निक्षेप बीमा योजना की शर्तों के अधीन जमाराशि के भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। लाइसेन्स रद्द किये जाने के अनुसरण में दि नागपुर महिला नागरी सहकारी बैंक लि., नागपुर, महाराष्ट्र पर बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 (सहकारी समितियों पर यथालागू) की धारा 5(ख) के अंतर्गत जमाराशियां स्वीकार करने और उन्हें वापस लौटाने सहित बैंकिंग कारोबार करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। किसी भी स्पष्टीकरण के लिए जमाकर्ता श्रीमती एम. यशोधरा बाई, उप महाप्रबंधक, शहरी बैंक विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, नागपुर से संपर्क कर सकते हैं। उनका संपर्क ब्यौरा निम्नानुसार है: डाक पता : अतिरिक्त कार्यालय भवन, पूर्व हाइ कोर्ट रोड, पोस्ट बॉक्स 118, नागपुर-440001; टेलीफोन नंबर : (0712) 2538696; फैक्स नंबर : (0712) 2806670; ई-मेल: अजीत प्रसाद प्रबंधक प्रेस प्रकाशनी : 2009-2010/436 |