भारतीय रिज़र्व बैंक ने एफ़एक्स वैश्विक संहिता के प्रति अपने प्रतिबद्धता वक्तव्य का नवीनीकरण किया
भारतीय रिज़र्व बैंक ने एफएक्स वैश्विक संहिता ("संहिता") के प्रति अपने नवीनीकृत प्रतिबद्धता वक्तव्य (एसओसी) पर हस्ताक्षर किए। यह संहिता एफएक्स बाज़ार में अच्छी पद्धतियों के वैश्विक सिद्धांतों का एक समूह है, जिसे थोक विदेशी मुद्रा बाज़ार की विश्वसनीयता और प्रभावी कार्यप्रणाली को बढ़ावा देने हेतु दिशानिर्देशों का एक सामान्य समूह प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है। इसे विश्व भर के केंद्रीय बैंकों और बाज़ार सहभागियों के बीच सहभागिता के माध्यम से विकसित किया गया था और इसे पहली बार 2017 में प्रकाशित किया गया था। वैश्विक विदेशी मुद्रा विनिमय समिति (जीएफ़एक्ससी) को संहिता के प्रचार, संरक्षण और अद्यतनीकरण का दायित्व सौंपा गया है। तदनुसार, जीएफ़एक्ससी ने संहिता की दो बार समीक्षा और अद्यतनीकरण किया है, पहली बार जुलाई 2021 में और हाल ही में दिसंबर 2024 में। संहिता और अन्य संबंधित जानकारी https://www.globalfxc.org/ पर उपलब्ध है। रिज़र्व बैंक संहिता के अंतर्गत अच्छी पद्धतियों के सिद्धांतों का समर्थन जारी रखेगा। एफ़एक्स वैश्विक संहिता के प्रति प्रतिबद्धता का नवीनीकृत वक्तव्य (पुनीत पंचोली) प्रेस प्रकाशनी: 2025-2026/1156 |
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