बैंक ऋण का क्षेत्रवार विनियोजन – अप्रैल 2015
29 मई 2015 बैंक ऋण का क्षेत्रवार विनियोजन – अप्रैल 2015 चयनित 46 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों, जो सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों द्वारा विनियोजित कुल गैर-खाद्य ऋण में लगभग 95 प्रतिशत का हिस्सा रखते हैं, से माह अप्रैल 2015 से संबंधित बैंक ऋण के क्षेत्रवार विनियोजन के आंकड़े विवरण-। और विवरण-।। में दिए गए हैं। ये आंकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था पर सांख्यिकी की तत्काल पुस्तिका (http://dbie.rbi.org.in) पर भी उपलब्ध हैं। मुख्य-मुख्य बातें : -
वर्ष-दर-वर्ष (वाई-ओ-वाई) आधार पर, गैर-खाद्य बैंक ऋण में अप्रैल 2014 के 14.2 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में अप्रैल 2015 में 8.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई। -
कृषि और संबद्ध क्रियाकलापों के लिए दिए गए ऋण में अप्रैल 2014 में दर्ज 14.8 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में अप्रैल 2015 में 14.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। -
उद्योग के लिए दिए गए ऋण में अप्रैल 2014 में दर्ज 12.3 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में अप्रैल 2015 में 6.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उद्योग के लिए दिए गए ऋण की गति में कमी सभी प्रमुख उप क्षेत्रों में देखी गई। -
सेवा क्षेत्र के लिए दिए गए ऋण में अप्रैल 2014 में दर्ज 17.0 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में अप्रैल 2015 में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। -
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लिए दिए गए ऋण में अप्रैल 2014 में दर्ज 19.8 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में अप्रैल 2015 में 3.3 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई। -
वैयक्तिक ऋणों में अप्रैल 2014 में हुई 15.1 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में अप्रैल 2015 में 13.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। संगीता दास निदेशक प्रेस प्रकाशनी : 2014-2015/2532 |