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बैंक ऋण का क्षेत्रवार नियोजन - मई 2011

30 जून 2011

बैंक ऋण का क्षेत्रवार नियोजन - मई 2011

चयनित 47 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों से मासिक आधार पर संग्रह किए गए मई 2011 महीने के लिए सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों द्वारा नियोजित कुल गैर-खाद्य ऋण के लगभग 95 प्रतिशत की गणना वाले ऋण के क्षेत्रवार नियोजन पर ऑंकड़े विवरण I और II में दिए गए हैं। ये ऑंकड़े भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था पर सांख्यिकी की तत्‍काल पुस्तिका (http://dbie.rbi.org.in). पर भी उपलब्‍ध हैं।

इन ऑंकड़ों की मुख्‍य-मुख्‍य बातें नीचे प्रस्‍तुत हैं :

  • वर्ष-दर-वर्ष आधार पर (वाइओवाइ) गैर-खाद्य सकल बैंक ऋण मई 2011 में 21.9 प्रतिशत तक बढ़ गया जो पिछले वर्ष की तदनुरूपी अवधि में 18.1 प्रतिशत था।

  • वर्ष-दर-वर्ष आधार पर (वाइओवाइ) कृषि के लिए ऋण में मई 2011 में 26.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो पूर्ववर्ती वर्ष में 25.8 प्रतिशत थी।

  • उद्योग के लिए ऋण में पूर्ववर्ती वर्ष में 25.8 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में मूलभूत सुविधा, धातुओं, धातु उत्‍पादों, अभियंत्रण, खनन और उत्‍खनन, रबड़, प्‍लास्टिक और उनके उत्‍पादों के कारण मई 2011 में 26.7 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) तक वृद्धि हुई।

  • सेवा क्षेत्र के लिए ऋण में मई 2011 में 21.8 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) तक वृद्धि हुई जो पूर्ववर्ती वर्ष में 15.0 प्रतिशत थी।

  • गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के लिए ऋण वृद्धि में मई 2011 में 54.4 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) तक वृद्धि हुई जो पूर्ववर्ती वर्ष की तदनुरूपी अवधि के दौरान 17.5 प्रतिशत की वृद्धि से उल्‍लेखनीय रूप से अधिक थी।

  • वाणिज्यिक भूसंपदा (सीआरइ) क्षेत्र द्वारा ऋण लेने में मई 2011 में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर  19.9 प्रतिशत तक वृद्धि हुई जो पूर्ववर्ती वर्ष की तदनुरूपी अवधि के दौरान 1.2 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में अधिक थी।

  • वर्ष-दर-वर्ष आधार पर वैयक्तिक ऋणों में मई 2011 में 17.7 प्रतिशत तक वृद्धि हुई जो पूर्ववर्ती वर्ष की तदनुरूपी अवधि के दौरान 5.6 प्रति की वृद्धि की अपेक्षा आवश्‍यक रूप से अधिक थी। वैयक्तिक ऋण जैसे आवास, मीयादी जमाराशियों के बदले अग्रिम, वाहन ऋण और टिकाऊ उपभोक्‍ता वस्‍तुएं जैसे अपने अधिकांश संघटकों के साथ त्‍वरित वृद्धि प्रदर्शित हुई।

अजीत प्रसाद
सहायक महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2010-2011/1905

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