बैंक ऋण का क्षेत्रवार अभिनियोजन – मई 2025
मई 2025 माह1 के लिए 41 चुनिंदा अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) से जुटाए गए बैंक ऋण के क्षेत्रवार अभिनियोजन संबंधी आंकड़े, जो सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों द्वारा अभिनियोजित कुल खाद्येतर ऋण का लगभग 95 प्रतिशत होता है, विवरण I और II में दिए गए हैं।
वर्ष-दर-वर्ष (व-द-व) आधार पर खाद्येतर बैंक ऋण2 में 30 मई 2025 को समाप्त पखवाड़े की स्थिति के अनुसार 9.8 प्रतिशत की दर से वृद्धि3 हुई, जबकि पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े (अर्थात, 31 मई 2024) में यह 16.2 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई थी ।
30 मई 2025 को समाप्त पखवाड़े की स्थिति के अनुसार बैंक ऋण3 के क्षेत्रवार अभिनियोजन की मुख्य बातें नीचे दी गई हैं :
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कृषि और संबद्ध कार्यकलापों हेतु प्रदत्त ऋण में वर्ष-दर-वर्ष 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई (पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 21.6 प्रतिशत)।
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उद्योग क्षेत्र को प्रदत्त ऋण में वर्ष-दर-वर्ष 4.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में यह 8.9 प्रतिशत थी। प्रमुख उद्योगों में, ‘सभी अभियांत्रिकी’, ‘निर्माण’ और ‘रबड़, प्लास्टिक एवं उसके उत्पादों’ को बकाया ऋण में तेज वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज की गई।
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सेवा क्षेत्र को प्रदत्त ऋण में वृद्धि वर्ष-दर-वर्ष घटकर 9.4 प्रतिशत रह गई (पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 20.7 प्रतिशत), जो मुख्य रूप से ‘गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों’ (एनबीएफसी) को प्रदत्त ऋण में धीमी वृद्धि के कारण थी। ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर’ खंड के लिए ऋण वृद्धि मजबूत रही।
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वैयक्तिक ऋण खंड हेतु प्रदत्त ऋण में 13.7 प्रतिशत की धीमी वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज की गई, जबकि एक वर्ष पहले यह 19.3 प्रतिशत थी, जिसका मुख्य कारण ‘अन्य वैयक्तिक ऋण’, ‘वाहन ऋण’, और ‘क्रेडिट कार्ड बकाया’ की वृद्धि का कम होना था।
अजीत प्रसाद
उप महाप्रबंधक (संचार)
प्रेस प्रकाशनी: 2025-2026/623
1 आंकड़े माह के अंतिम रिपोर्टिंग शुक्रवार से संबंधित हैं, जो क्षेत्रवार और उद्योगवार बैंक ऋण (एसआईबीसी) विवरणी पर आधारित हैं।
2 खाद्येतर ऋण के आंकड़े माह के अंतिम रिपोर्टिंग शुक्रवार हेतु धारा-42 विवरणी पर आधारित हैं, जिसमें सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) शामिल हैं।
3 आंकड़े बैंक के साथ गैर-बैंक के विलय के प्रभाव को छोड़कर।
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